जापान के प्रधान मंत्री
शिंजो आबे पधारे सपत्निक भारत में. अहमदाबाद में उतरे अच्छा
खासा सूट पहने और बस, हम खरीददार हैं..ग्राहक भगवान होता
है यह हमारी संस्कृति है. अतः अपना सूट किनारे रखो और
ग्राहक रूपी भगवान का आवरण धारण करो. बी रोमन इन रोम...शुरु हो लिया. इसीलिए अचकन कुर्ता पजामा पहने शिंजो आबे और
सलवार सूट पहने उनकी पत्नी अवतरीत हुई आमजन के बीच. सेल्फी से लेकर पूरा फोटो सेशन कराया गया ताकि सनद रहे ओउर
वक्त पर काम आवे.
सुना हम उनसे बुलेट ट्रेन खरीद रहे हैं..जो अहमदाबाद, देश की राजधानी, सॉरी देश के प्रधान मंत्री की राजधानी और देश की आर्थिक
राजधानी मुंबई के बीच की ५०० किमी की दूरी २ घंटे में तय करेगी. बाकी की रेलें जो ५० किमी १२ घंटे में न तय कर पाने के
अपराध बोध से ग्रसित ट्रेक से उतर कर आत्म हत्या करने पर उतारु हैं, उसी का अंजामे
गुलिस्ता है उस पर सवार हजारों लोग मर जाते हैं और माननीय रेल मंत्री अपना पद खो
देने को मजबूर हो जाते हैं. रेल मंत्री प्रभु, प्रभु न
रहे..जो कभी एक ट्वीट पर मीलों
दूर दवा और दूध देने हनुमान बने पहुँच जाते थे..हर दुख काहु का हरना...आज किनारे बैठा दिये गये और बिजली प्रदाता पियुष बिजली बन चमक रहे हैं रेल
चलाने को..
शिंजो कुर्ता पायजामा पहने
रोड़ शो का हिस्सा बना दिये गये हैं. एक जापान..जहाँ लंच का समय १ घंटे है तो है..उसे कोई १ घंटे १० मिनट नहीं करता...जिनको वर्कोह्लिक कहा जाता है याने जिन्हें काम करने का नशा
है..वही तो उस देश के विकास का
मॉडल है..उसे आप एक खुली कार में रोड
शो करते गली गली ८ घंटे तक घुमा रहे हो कि यही वो बंदा है जो समय की कीमत समझता है
विश्व में...हर मिनट का दाम जानता है..देख लो..इसी से हम बुलेट ट्रेन खरीद
रहे हैं...ताकि समय की बचत की जा सके...
आमजन ऊँगली दांत तले दबाये
सोच रहा है..कि अजब बंदा है..समय बचाने के गुर बताने के लिए इतनी समय की बर्बादी ...ये कोई बाबा तो नहीं! मोह माया त्यागने
का प्रवचन देते हुए पूरी कोशिश यह कि मोह माया त्याग कर फेंकों मत..उसे मुझे सौंप दो ताकि मैं इस संदेश को प्रसार दे पाऊँ.
बाबा से पूछा तो बोले कि मेरी
चमक दमक तो है ही तुमसे भाई..
याने अब सौंप दिया है जीवन
का हर भार तुम्हारे हाथों में..तुम ठुकरा दो या प्यार
करो!!
और भक्ति में निपुण हम अपना
सर्वस्व लुटाये चले जाते हैं..
पल पल इंडिया अखबार में
तारीख २७ सितम्बर २०१७ को:
http://palpalindia.com/2017/09/27/Art-culture-Prime-Minister-Shinzo-Ahmedabad-Sameer-Lal-have-now-handed-over-every-weight-of-life-in-your-hands-news-in-hindi-211273.html
2 टिप्पणियां:
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (29-09-2017) को
"अब सौंप दिया है" (चर्चा अंक 2742)
पर भी होगी।
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
शिंजो अबे जी का घूमना तो इन्वेस्टमेंट है जैसे बाबा का भगवा धारण कर धोती कुर्ते में रहना इन्वेस्टमेंट होता है। इनके डिविडेंड जो मिलते हैं उससे दोनों ही खूब परिचित होते हैं। बढ़िया लेख।
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