बहुत मजेदार और अनोखा सिलसिला शुरु किया है तरकश टीम ने और उसकी बागडोर संभाली खुशी ने. हर नये पॉडकास्ट के साथ खुशी की आवाज में एक नया आत्मविश्वास आता जा रहा है, वहीं चिट्ठाकारों की हालत खराब होती जा रही है, वक्त पर जवाब ही नहीं बन पाता. :)
हर १५ दिन में एक नया चिट्ठाकार खड़ा होता है खुशी की अदालत में…और इस बार इसी क्रम में सुनिये अपने पसंदीदा, जिंदादिल नौजवान चिट्ठाकार साथी रवि रतलामी और उनकी पत्नी रेखा रतलामी जी को…तरकश हॉटलाईन पर-खुशी के साथ.
रवि रतलामी से बातचीत
तैयार रहिये-क्या पता, अगला नम्बर आपका हो!!
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