शुक्रवार से कुछ आवश्यक कार्यवश मॉन्ट्रियल जाना हुआ और आज याने सोमवार की शाम लौट कर आये. यही वजह हुई कि सोमवार सुबह की पोस्ट नहीं आ पाई. वो अब परसों ही आयेगी. मॉट्रियल यात्रा के दौरान ब्रोसार्ड सिटीहॉल के सामने स्थापित गाँधी जी की प्रतिमा स्थल पर गाँधी जी का जन्म दिवस का समारोह में शामिल होने का अवसर मिला, जिसमें वहाँ की मेम्बर ऑफ पार्लियामेन्ट से लेकर सिटी कॉन्सलर्स और डिप्टी मेयर एवं भारतीय समुदाय के अनेक लोग उपस्थित थे. उसी अवसर की कुछ तस्वीरें प्रस्तुत कर रहा हूँ.
इस पूरे कार्यक्रम के कर्ताधर्ता श्री उमाशंकर श्रीवास्तव थे, जिन्हें इस प्रतिमा को स्थापित कराने का भी श्रेय जाता है. उन्हीं के प्रयासों के चलते आज क्यूबेक के एसेम्बली हॉल में भी गाँधी जी की प्रतिमा स्थापित है. समारोह के उपरान्त समोसा, गुलाबजामुन, बर्फी आदि के स्वल्पाहार के साथ विदा ली गई.
66 टिप्पणियां:
राष्ट्रपिता को शत शत नमन ।
देस में भुलाए हुए बापू को बिदेस में याद करते हुए लोग पसंद आए!
wah.....aap sabko badhai...
गाँधी जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं !
अपने गाँधी जी को कनाडा में पाकर अपार प्रसन्नता है। आपकी पोस्ट की इंतजार रहेगी।
राष्ट्रपिता को नमन। अच्छा लगता है जब विदेश ही में सही, गाँधी का मान है।
बहुत ही बढ़िया फोटो सहित जानकारी दी है.... बहुत अच्छा लगा की विदेशों में आज भी हमारे महात्मा गांधीजी लोकप्रिय है और वहां के लोग जयंती अवसर पर उनका स्मरण करते हैं....आभार ....
शुभ कामनाएं ।
महात्मा गाँधी तो शुरू से ही पूरी दुनिया के लिए आदर्श रहे हैं, यह तो बहुत अच्छी बात है की लोग उन्हें आज भी याद करते हैं... तस्वीरें बहुत अच्छी हैं और समोसे और गुलाबजामुन का नाम सुनकर मुंह में पानी आ गया |
मेरे ब्लॉग पर इस बार ....
क्या बांटना चाहेंगे हमसे आपकी रचनायें...
अपनी टिप्पणी ज़रूर दें...
http://i555.blogspot.com/2010/10/blog-post_04.html
और मेरी नयी रचना.
http://i555.blogspot.com/2010/10/blog-post_05.html..
गांधी वो विचार है जिसे जितनी बार पढ़ो, हर बार नए मायने समझ आते हैं...
गांधी बुतों से ज़्यादा दिल में बसाने की चीज़ हैं...
जय हिंद...
बढ़िया रही रिपोर्ट ...
बहुत सुन्दर चित्रण समीर जी ! बापू को श्रधाजली !
बापू जी तो हम बच्चों को बहुत प्यार करते थे...उनकी चर्चा हर जगह.
बापू जी तो हम बच्चों को बहुत प्यार करते थे...उनकी चर्चा हर जगह.
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'पाखी की दुनिया' में अंडमान के टेस्टी-टेस्टी केले .
सचित्र रिपोर्टिंग के लिए आभार ।
ये आपका व्यक्तित्व है कि परदेश में होते हुवे भी वो सब कर लेते हैं जो यहाँ एक आम हिन्दुस्तानी सोचता भी नहीं है.
'श्री उमाशंकर श्रीवास्तव' वास्तव में बधाई के पात्र हैं. इश्वर उनको अच्छा स्वस्थ, दीर्घ आयु - और लक्ष्मी जी का आशीर्वाद प्रदान करें - ताकि ऐसे कार्यों में रत रहे.
साधुवाद.
और हाँ - आजकल चिट्ठाजगत को क्या हो गया है? शायद आप अगली पोस्ट में कुछ रौशनी डालेंगे.
बन्दे में था दम,वन्दे मातरम्
aapke saath samaroh ka awlokan achha raha
श्री उमाशंकर श्रीवास्तव जी का प्रयास सराहनिए हैं ...
विदेश में गाँधी जी की प्रतिमा स्थापित देख कर मन हर्ष और गर्व से ऊँचा हो जाता है ! भारत के गौरव की रक्षा अपने अवसान के इतने वर्षों बाद भी गाँधी जी ही कर रहे हैं वरना आज के नेताओं ने तो देश की प्रतिष्ठा धूल में मिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है !
क्या बात है .अच्छा लगा जानकार .शुक्रिया तस्वीरें दिखने का.
वाह बहुत सही .अच्छा लगा इसको पढना शुक्रिया
विदेश में बापू के साथ अपनें लोगों को देखना अदभुत लगता है !
जानकर और देखकर बहुत अच्छा लगा……………आभार।
गर्वानुभूति हुई , आभार आपका .
कनाडा में गांधीजी के लिए अभी जगह है यह जानकर अच्छा लगा। यहां तो अन्य गांधियों के लिए जगह है... हवाई अड्डे से लेकर शराबी अड्डे तक:) पर महात्मा के लिए जगह नहीं बची है :(
गांधी जी को नमन...और आपने जो चित्रों सहित शानदार रिपोर्टिंग की है.
उसके लिए आपको आभार .........
Mahatma Gandhi ke jaey..
बहुत बहुत बधाई। राष्ट्रपिता को शत शत नमन ।
बहुत ही सुंदर जी ओर सब से ज्यदा खुशी हुयी उस लेख पत्र को देख कर जिस मै सब कुछ हिन्दी मे लिखा है, भारत के नेताओ को यह पोस्ट पढनी चाहिये जो अग्रेजी मे पहले लिखते है, हिन्दी मै लिखने पर वो अनपढ बन जाते है, आज आप की पोस्ट ने मान से सर ऊंचा कर दिया, धन्यवाद
जय गाँधी बाबा की !
विदेश में गांधी जी को याद करने की सूचना अच्छी लगी |
very good Sameer darling.
yug ke gautam karuna dhaam
pyaare baapu koti pranaam .
raghupati raghav raja ram.....
hamare bapu poore vishw me priye rahe .sundar post
चित्रमय-पोस्ट के लिये आभार.
Dekhneme Bapu kee hastee chhoti thi,lekin us unchayi kee hastee shayad aajtak dooji bani nahi!Jiske aage himalay kee choti jhuktee ho,uske aage mai to roz natmastak hun!Na bhooto na bhavishyati....ye mahatma apne aapme ekhee tha!
Bahut achha laga aapka ye sachitr aalekh!
बापू को नमन.... बहुत अच्छा लगता है जब दुनिया में कहीं भी बापू का मान होता है....
उन्हें और उनके आदर्शों को याद किया जाता है..... आभार इस प्रस्तुति के लिए
गाँधी को याद किया जाता है ...अब तो इसी में खुश हो लेना चाहिए ...
पराये देश में बापू का सम्मान अच्छा लगा ..
इस समारोह में आपने हे भी शामिल कर दिया। आनन्द आ गया। शुक्रिया।
बाबा जी को नमन.
रामराम.
प्रियवर समीर जी
नमस्कार !
गांधीजी की मूर्ति के पास आपकी नवीनतम छवि देख कर अच्छा लगा ।
- राजेन्द्र स्वर्णकार
बहुत ही सुन्दर सचित्र प्रस्तुति, राष्ट्रपिता को शत शत नमन के साथ-साथ आपका आभार ।
बढ़िया रिपोर्ट .....
राष्ट्रपिता को शत शत नमन ।
जब भी बापू को विदेश में सम्मान पाते देखती हूँ, तो सर गर्व से तन जाता है और आँखें बापू के प्रति श्रद्धा से झुक जाती हैं.
अच्छा लगा इसको पढना शुक्रिया
Sunadr Prastuti hai ye!!
चलिए आपको गांधी जी कहीं तो मिले।
समीर भाई जाँच रहे हो बहुत ..... कहीं पर तो बापू को सम्मान मिलता ही है .... गाँधी जयंती की शुभकामनाएँ ...
दिलचस्प चित्रमय जानकारी ।
Great. Thanks for bringing us the pics.
शुभ कामनाएं ।
शुभ कामनाएं ।
bahut badhiya laga jankar, gandhi ji ko naman.
bahut badhiya laga jankar, gandhi ji ko naman.
बहुत जोरदार चित्र और शानदार जानकारी मिली. पोस्ट का इंतजार रहेगा.
गांधी जयंती पर ढपोरशंख का नमन स्वीकारें.
चित्र बहुत सुंदर लगे.
अगली पोस्ट का भी इंतजार रहेगा.
बहुत जोरदार चित्र और शानदार जानकारी मिली. पोस्ट का इंतजार रहेगा.
बहुत जोरदार चित्र और शानदार जानकारी मिली. पोस्ट का इंतजार रहेगा.
गांधी जयंती की बधाई!
हप्पी ब्लागिंग
बढ़िया रहा सचित्र विवरण
गांधी जयन्ती पर समोसे ,गुलाबजामुन ,बर्फ़ी वही मिलती है यहा तो ...............
मांट्रियल में गांधी जयन्ती मनाई गयी ,उसमे आप भी शामिल हुए और सचित्र समाचार ब्लॉग में लगाकर हमें भी यह जानने का मौका दिया कि भारतीय समाज सात समंदर पार आज भी हमारे राष्ट्र-पिता को उनकी पूरी गरिमा के साथ याद करता है .दूर देश में सार्वजनिक स्थल पर सम्मान पूर्वक उनकी प्रतिमा लगाई गयी है. गांधीजी की प्रतिमा स्थापना के लिए श्री उमाशंकर श्रीवास्तव को बधाई और धन्यवाद .दूसरे मुल्क में हमारे राष्ट्र-पिता की जयन्ती में वहां के सांसद,डिप्टी-मेयर भी शामिल हुए ,यह देखकर भे अच्छा लगा .आपने सचित्र जानकारी दी.बहुत -बहुत धन्यवाद . बहरहाल आपकी इस प्रस्तुति ने मुझे यह सोचने के लिए मजबूर कर दिया कि-
'दूर देश में आज भी उनका बड़ा नाम है /
पर अपने ही वतन में लोग उनसे कहते हैं-
मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है !'
वाह कनाडा में गांधीजी का पुतला लगा । हमसे तो अच्छे विदेशी निकले ।
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