प्रभु से बडा प्रभु का नाम: चुनाव संग्राम- दोहे-कुण्डलियों के साथ
"प्रभु से बडा प्रभु का नाम
जपते रहो परिवार का नाम
कृपा अगर तुम पर हो जाये
पाओगे एक टिकट ईनाम."
//१// रायबरेली चुनाव
भईया खडे चुनाव मे, कौनो मुद्दा ना मिल पाय
विदेशी बहू के राग मे, पहिले भी मुँह की खाय.
पहिले भी मुँह की खाय कि कैसे अब जीत सकेंगे
मंदिर वहीं बनाने का क्या फ़िर फ़िर मंत्र जपेंगे
कह 'समीर' कि रथ का भी अब चले है उल्टा पहिया
जमानत बस बच जाये तो समझो जीते रे भईया.
//२// उत्तर प्रदेश चुनाव
अब यूपी के चुनाव की बिटवा सम्हालेंगे कमान
बाकी सब बस बैठ कर, उन पर धर रहे ध्यान.
उन पर धर रहे ध्यान कि नाव अब पार कराओ
बाकी सब तो थक गये तुमहि कुछ उद्धार कराओ
कह 'समीर' कि विपक्ष की हालत हो रही है अजब
कहते जे नादान लईका है का हमे हरायेगा अब.
//३// अब एक कबीर दास जी के दोहे के साथ
बडा हुआ तो क्या हुआ जैसे पेड खजूर
पंथी को छाया नही फल लागे अति दूर
फल लागे अति दूर कि हमरे छुटके भईया
यूपी की क्या बात देश की खे दो नईया
नेता लोगन सब दर पे तेरे पंजा लिये खडा
टिकट बस दिलवा दे रे बिटवा लायक हूँ बडा.
//४// बस चलते चलते एक क्रिकेट के नाम
धोनी ने है धुन दिया,चऊआ छक्का मार
सबके दिल मे बस गया, क्या मारत है यार.
क्या मारत है यार कि जरा संभल कर मारो
जे हि उतारेंगे भद्द, अगर तुम कहीं पे हारो
कहे 'समीर' कविराय कि करो आहिस्ता बोहनी
लम्बी दौड लगईओ जरा थम थम के धोनी.
--समीर लाल 'समीर'
गुरुवार, अप्रैल 27, 2006
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11 टिप्पणियां:
वाह भाई समीर जी! बढ़िया कुन्डलियाँ लिखी हैं।
धन्यवाद, लक्ष्मी जी.
बढ़िया हाथ साफ हो रहा है।अब तो कुंडलिया विशेषज्ञ से हो गये हैं!
बस अनूप भाई
कृपा बनाये रहें और हौसला बढाते रहें.
बहुत धन्यवाद.
समीर लाल
समीर जी, बहुत बढ़िया
धन्यवाद, रजनीश भाई.
bahut sundar saamyik kundliyaan kahi hain aapne badhaai
बहुत सुन्दर समसामयिक कुण्डलियाँ लिखी है , समीर जी ! हार्दिक आभार
समीर जी,...लिखने के लिए उम्र का कोई बंधन नही होता,जिस विषय पर दिल आये लिख डाले,...आपने हट कर लिखा,मुझे अच्छा लगा,अगली बार कुछ फिर नया.......हो जाए ......
my recent post....काव्यान्जलि ...: कभी कभी.....
बहुत सुंदर .....
बहुत सुन्दर.....
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