गुरुवार, फ़रवरी 22, 2007

इंडिकब्लागिज अवार्ड, २००६: बहुत आभार और धन्यवाद

अभी अभी इंडिकब्लागिज इंडियन वेबलॉग अवार्ड, २००६ के परिणाम देखे. आप सबका स्नेह, मात्र एक वर्ष से भी कम समय के साथ में, देख कर मन भावविभोर हो उठा. बस, शब्द नहीं हैं मेरे पास इस वक्त आप सबका धन्यवाद और आभार कहने के लिये.

आपके स्नेह का परिणाम है कि उड़न तश्तरी को बेस्ट इंडिकब्लाग (हिन्दी),२००६ के अवार्ड से नवाजा गया.





पुनः, हसरत जयपुरी जी की पंक्तियां दोहराता हूँ:



एहसान मेरे दिल पे तुम्हारा है दोस्तों
ये दिल तुम्हारे प्यार का मारा है दोस्तों
यारों ने मेरे वास्ते क्या कुछ नहीं किया
सौ बार शुक्रिया अरे सौ बार शुक्रिया.....



मन भाव विभोर है आप सबका स्नेह पाकर. कृप्या मुझे यूँ ही आशीष देते रहें.
आप सबका का आभार और हार्दिक अभिनन्दन.

57 टिप्‍पणियां:

  1. उड़नतश्तरी के ज़रिए आप नित नई ऊँचाइयों तक पहुँचें, इसी शुभकामना के साथ आपको जीत की बधाई!

    पूरा यक़ीन है मुझे कि यह जीत ब्लॉगिंग के क्षेत्र में आपकी सक्रियता को और बढ़ाएगी.

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  2. लालाजी,

    उभरते चिठ्ठाकार तो आप ही हैं
    आपको हमारी हार्दिक बधाई

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  3. समीर भी,
    हमारे मत से आपकी तरफ पलडा झुक गया दीखे है..बहोत बहोत बधाई !!
    अब बढिया प्रविष्तीयोँ का इँतज़ार रहेगा...
    स ~ स्नेह,
    लावण्या

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  4. बेनामी2/22/2007 07:36:00 pm

    bahut bahut thora aur bahut badhai......

    Ab to aap mante hain na, kya?

    Sameer thandi hawa ka jhonka. :)

    bura na maane isliye smiley laga diya.

    ek baar phir se badhai

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  5. Congratulations Dadddd!!!
    U did it yet again ;)

    Loads of love and thumbs up to you :)

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  6. अभी तो बस ये झांकी है,
    और भी कितने बाकी है.

    कामना है वो सब भी ऐसे ही आपकी झोली में समा जायें.

    बधाई!!

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  7. बेनामी2/22/2007 08:18:00 pm

    Sameer bhai

    Dekhiye janaab, maine aapse pahle hi kaha tha khuda humari dua kabool karega.

    Aapko is kamyaabi par humari Mubaarakbaad.

    -Aapka Kaifi

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  8. बहुत-बहुत बधाई! वर्ष 2006 की हिन्दी चिट्ठाकारी आपके नाम रही। आपने चिट्ठाकारी को समृद्ध किया और चिट्ठाकारों ने आपको सम्मानित किया।

    आपका लेखन नित नई मंजिलों तक पहुँचे!

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  9. बधाई!
    अपनी पोस्टों व टिप्पणियों का कोटा भी डबल करने हेतु शुभकामनाएँ.

    आखिर डबल ईनाम जो मिल गए हैं - पहले तरकश फिर अब इंडीब्लॉगीज़.

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  10. सुनते हैं इतिहास हमेशा ही अपने को दोहराता है
    फ़ुरसतियाजी ने बतलाया था, सत्य यही होता आया है
    अभिलाषित हूँ अब बदलेंगें इतिहासों के जर्जर पन्ने
    उड़नतश्तरी पर चढ़कर जो नया दिवाकर मुस्काया है.

    और बधाई कया दूँ मैने टिप्पणिया पुराण से पूछा
    उत्तर मिला बता दो उनको. कट कर पेस्ट स्वयं कर लेंगे
    शब्दकोश मैं भेज रहा हूँ, कल परसों तक मिल जायेगा
    आशा है उससे बधाइय़ाँ आप स्वयं ही चुन लेंगे

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  11. मेरी तरफ से फिर से बधाई! अब आपको यह मिथक भी तोड़ना है कि हिंदी ब्लागर जो जीतता है वह लिखना कम कर देता है!

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  12. बेनामी2/22/2007 09:27:00 pm

    विश्व के श्रेष्ठ हिंदी चिट्ठाकार, चिट्ठाकारिता के कृष्ण, हमारे मित्र, निर्मल हवा का झोंका, समीर लाल जी को बहुत बहुत बधाई।
    जगदीश

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  13. ओ बल्ले बल्ले समीर पा जी, हमें तो पता था कि आप ही जीतोगे। पलड़ा आपका ही भारी रहेगा (आपका वजन देखते हुए, :) स्माइली )

    अब जैसा फुरसतिया भैया ने कहा आप को वो मिथक भी तोड़ना है और तसल्ली से तोड़ना है।

    और हाँ कल नीरज जी के ब्लॉग पर जो ढेर सारे पटाखे खरीदे थे, उनकी आवाज यहाँ तक आनी चाहिए।

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  14. मेरी तरफ से भी आपको बहुत बहुत बधाई उड़न तश्‍तरी जी...

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  15. बेनामी2/22/2007 10:58:00 pm

    लालाजी, संजय देख रहा है, आपका वजन एकाएक दो किलो बढ़ गया है. हा हा हा
    बधाई.
    कुछ पार्टी-सार्टी हो जाए....

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  16. बधाई बधाई ! लेकिन खाली थैंक्यू से काम नहीं चलेगा । मिठाई का टोकरा किधर है ?

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  17. Three cheers to Lalaji

    Hip Hip hurray!
    Hip Hip hurray!
    Hip Hip hurray!
    :D

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  18. बेनामी2/22/2007 11:17:00 pm

    समीर जी बधाई !
    वैसे मन्ने तो .......
    खैर रहने दिजीये....
    राज को राज रहने देता हूं !

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  19. बेनामी2/22/2007 11:19:00 pm

    एक बार फिर से बधाई है!!! ये तो ग्रांड स्लैम हो गया... और आप हमारे पीट सैम्प्रास. आपके लिए तो सारे शब्द पिछली बार ही खर्च कर दिया था... आपकी जीत की खुशी में एक बार फिर से बधाई के वो सारे शब्द... और... और क्या? ये बोल्ड वाली बधाई!!!

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  20. बॉस ।।
    अपन पैल्‍ले ही सब फिट बोला था न बराबर
    .
    .
    .
    अगर वा लोग आई पी वगैरह डिस्‍क्‍लोज नहीं करते हैं तो दुनिया सुन ले समीर हमारे वोट से जीते हैं।

    बधाई

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  21. बेनामी2/22/2007 11:52:00 pm

    बहुत बहुत बधाई समीर जी !

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  22. यह तो पूछना भूल गया कि जो किताबें आप पुरुस्कार में देने वाले थे वे क्या स्वयं को देंगे?

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  23. बेनामी2/23/2007 12:22:00 am

    आदरणीय, आप तो छा गए गुरु, लगता है दिन गुरुओं के ही चल रहे है , इधर चित्रपट जगत में भी "गुरु" ही छाई हुई है।
    छन पकईया, छन पकईया,
    ले गए अवार्ड समीर भैया
    बाकी रह गए सिर्फ़ देखईया…
    आशा है कि अब आप और भी ज्यादा जोश-खरोश के साथ लिखेंगे और हम आपका लिखा पहले से भी ज्यादा पढ़ पाएंगे।
    शुभकामनाओं के साथ

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  24. बहुत बहुत बधाई।

    आप और हिंदी चिठ्ठाकारी इसी प्रकार नित नई ऊंचांईयां छूते रहें, ऐसी ईश्वर से प्रार्थना है।


    मनीषा
    hindibaat.blogspot.com

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  25. बेनामी2/23/2007 12:36:00 am

    बहुत-बहुत बधाई!

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  26. इंडीब्लागीस २००६ पुरस्कार के लिए समीर जी आप को बहुत बहुत बधाई.

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  27. आपको खूब सारी बधाई!! आशा है आप अब और खूब सारा लिखकर खूब सारे ईनाम और खूब सारी टिप्पणियाँ पाते रहेंगे!!

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  28. बेनामी2/23/2007 01:32:00 am

    बहुत बहुत बधाई समीर जी। :)
    पार्टी कब दे रहे हैं?? ;)

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  29. समीर भाई,
    आपको जीत की बहुत बहुत बधाई।
    मै आपके ब्लॉग का शुरु से ही प्रशंसक रहा हूँ, मुझे बहुत अच्छा लगा कि आप विजयी हुए।

    एक महत्वपूर्ण बात, हार जीत तो प्रतियोगिता का एक पहलू है, अवार्ड चाहे किसी को भी मिल, जीत हिन्दी की ही हुई है।

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  30. पुरस्कार जीतने पर आपको हार्दिक बधाईयाँ।

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  31. ढ़ेरों बधाईयाँ,
    आप जीतें या नहीं कोई मायने नहीं रखता हमारे लिये क्यों कि हमारे लिये आप का लेखन और आप स्वयं बहूमूल्य है।
    आप इन सब सम्मानों से बहुत उपर हैं। आप का असली सम्मान आपके पाठकों के मन में पहले से ही है।
    ॥दस्तक॥

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  32. बेनामी2/23/2007 06:52:00 am

    डा.रमा द्विवेदी.....

    समीर जी, जीत की बहुत बहुत बधाई।हमेशा प्रगतिपथ पर अग्रसर रहें यही हमारी शुभकामनाएं हैं।

    ॥ अनुभूति कलश ॥

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  33. sameer ji
    badhai
    der se badhai de paane ke liye maafi chahunga. samay nahin mil saka. khair, udan tashtari se bhala kaun jeet sakta so best chune jaane ki badhai. dua yahi ki hamare madhya bane rahen aur apni bholi surat ka deedar karvate rahan.

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  34. समीर जी आपको हार्दिक बधाई!!!

    "कदम-दर-कदम यूँ ही बढ़ते रहो
    बुलन्दी की सीढ़ी यूँ चढ़ते रहो
    अनमोल नगीना ये हिन्दी का
    विदेशी अँगूठी में जड़ते रहो।"

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  35. समीर जी आपको हार्दिक बधाई!!!

    "कदम-दर-कदम यूँ ही बढ़ते रहो
    बुलन्दी की सीढ़ी यूँ चढ़ते रहो
    अनमोल नगीना ये हिन्दी का
    विदेशी अँगूठी में जड़ते रहो।"

    जवाब देंहटाएं
  36. समीर जी आपको हार्दिक बधाई!!!

    "कदम-दर-कदम यूँ ही बढ़ते रहो
    बुलन्दी की सीढ़ी यूँ चढ़ते रहो
    अनमोल नगीना ये हिन्दी का
    विदेशी अँगूठी में जड़ते रहो।"

    जवाब देंहटाएं
  37. बेनामी2/23/2007 07:59:00 am

    आपका पुरस्कार मैं देख ना पाया पता नही कहां पर अटाच किया आपने फिर भी बहुत बहुत बधाई हो समीरजी।

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  38. बहुत बधाइयाँ! लिखना बंद/कम न कर दें, जैसा अक्सर पुरस्कार के विजेता करते आए हैं. :)

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  39. प्रिय समीर जी ,
    हार्दिक शुभकामना ।
    -अफ़लातून

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  40. बेनामी2/23/2007 06:26:00 pm

    Congratulations on Winning!!!
    I never knew you had such a fabulous blog and you were such regular in posting.
    It took lot of hours to read everything I missed for months.
    Congratulation again! and keep up the good work!

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  41. राजीव जी- आपका बहुत धन्यवाद.

    हिन्दी ब्लागर- बहुत धन्यवाद आपका और आपकी उम्मीदों पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करुँगा.

    रीतेश-धन्यवाद.

    लावण्या जी- बिल्कुल सही कह रही हैं आप. आपका स्नेह ही है सब. बस यूँ ही आशिष बनाये रखें. बहुत धन्यवाद.

    तरुण- हम तो पहले ही आपकी बात से कहाँ इंकार कर रहे थे. :) बुरा मानने का क्या सवाल-यह तो काम्प्लिमेन्ट है भाई. :) बहुत आभार.

    अनुपम- धन्यवाद-मजे करो, स्नेह!! :)

    नितिन जी- धन्यवाद, आभार!

    अनुराग- बहुत धन्यवाद. शुभकामनाओं के लिये भी और बधाई के लिये भी. :)

    प्रमेन्द्र- बहुत धन्यवाद. सब तुम लोगों का स्नेह है.

    कैफी- सच कहते थे, भाई. बहुत शुक्रिया. :)

    सृजन शिल्पी जी- आपका आभार और हमेशा की तरह प्राप्त स्नेह के लिये बहुत धन्यवाद.

    रवि भाई- :) जरुर प्रयास किया जायेगा कि सब कुछ डबल हो जाये मेरा वजन छोड़ कर. आपका धन्यवाद. :)

    उन्मुक्त जी- बहुत धन्यवाद.

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  42. समीर जी, देर से सही, पर मेरी ओर से भी बधाई स्वीकारें।

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  43. राकेश भाई- आपका बहुत धन्यवाद. आपकी बधाई और स्नेह तो हर वक्त मिलता है. कोई मौका विशेष इसके लिये नहीं. बस यूँ ही स्नेह देते रहें, यही सबसे बड़ी जीत है.

    अनूप भाई- बहुत धन्यवाद आपका और इस मिथिक को तोड़ने को भी आपका आदेश मान कर सर आँखों पर रख रहा हूँ. बस ध्यान रहे, मार्गदर्शन पूर्ववत होना चाहिये और स्नेह दूना. इतने भरपूर को दूना कैसे करेंगे, यह आप जानो. :)

    जगदीश भाई-अरे भाई, इतना न चढ़ाओ कि मैं अलग थलग पड़ जाऊँ. अपने बीच ही रहने दो. हाँ यह कृष्ण, हमारे मित्र, निर्मल हवा का झोंका, यह तीनों रख लेता हूँ. ऐसे ही साथ साथ कदम मिला कर चलें. अभी तो बहुत नये पड़ाव देखने हैं हम सब को एक दूसरे के. बहुत धन्यवाद आपका. :)


    श्रीश- मैं तो सोचूँ कि हमारे मास्साब कहाँ गये. खैर आपको न पता हो यह कैसे संभव है.अब समझा, नगाड़ा वगैरह के साथ जलूस निकाल रहे हो. बहुत खुब. यार, यही वजन ही तो पूरा लफड़ा है वरना तो अभी फिल्म फेयर जीत रहे होते. इसमें स्माइली की जरुरत ही नहीं.

    आप हमारा साथ यूँ ही निभाते रहे, अपन सब मिल कर फुरसतिया जी की बात को पूरा करेंगे और आपके हिसाब से, बिल्कुल तसल्ली से. :)

    पटाखे उठा कर भी हम लायें और फोडे भी हम. अरे, फोड़ तो आप दो, भईये!! धड़ाम-धड़ाम!!
    बहुत धन्यवाद.

    अविनाश भाई- बहुत आभार और धन्यवाद.

    संजय भाई- क्या दृष्टी पाई है, कैसे समझ गये भाई. सच में. साधना आज से खाना देना बंद कर रही है आपकी टिप्पणी देखकर कि अब बस टिप्पणी खाओ. पार्टी तो इतनी ड्यू होती जा रही है कि उसी को देने एक भारत यात्रा बनानी पड़ेगी, और आपका और पंकज का वजन पार्टी खिलवा खिलवाकर ५ किलो बढ़ ही जायेगा. बस यूँ ही साथ देते चलें, आभार और धन्यवाद न कह कर बस इतना कहूँगा- स्नेह!! :)

    प्रत्यक्षा जी- धन्यवाद, आभार! दिल्ली में एक प्रत्यक्षा जी पूरा टोकरा लेकर बैठी हैं मिठाई का हमारी जीत पर. वहीं है!! अरे, अगली दिल्ली यात्रा पर सच में टोकरा लेकर हाजिर होना है, मेरा सौभाग्य होगा आपसे मिलना!! :)

    पंकज- बोतल खोलो और थ्री चियर्स में क्या होगा, जाम पर जाम चलें, जब तक होश में हैं. अब तुमको भी आभार धन्यवाद कहूँ क्या, तुम्हीं को शर्म आ जायेगी, हा हा...बस यूँ ही हँसते खिलखिलाते रहो, बाकि तो मैं हूँ न!! कैसा रहा यह शाहरुखी अंदाज :)

    आशीष- तुमने तो राज को राज रख कर बिल्कुल अहसानों तले दबा लिया. कैसे उतरेगा यह अहसान!! या अल्ला!! बहुत धन्यवाद. ऐसे ही साथ देते चलो, तुम से मुझे बहुत उम्मीद है. :)

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  44. शशी भाई- आपका बहुत धन्यवाद. आपकी बधाई और स्नेह बहुत मायने रखता है. मैने बोल्ड वाला ही लिया है और आपको बोल्ड वाला धन्यवाद
    बस यूँ ही साथ रखें अपनें, बहुत सम्मानित महसूस करता हूँ जब आप मुझे अपने किसी प्रोजेक्ट से मुझे जोडते हैं. :)

    मसिजिवी भाई- बहुत धन्यवाद आपका और बोला तो बिल्कुल फिट, भाई. अब वो आई पी ट्रेक कर भी रहे हों तो हमें मालूम है वो आपका ही वोट था, उसी वोट का आभार और धन्यवाद . :)

    नितिन भाई- बहुत धन्यवाद आपका. :)


    उन्मुक्त जी- जी, खुद को देने के लिये एक बहुत बड़ा आयोजन किया है. घर पर ही है, पूरे कवाब, सुरा के साथ. विडियो भी निकाली जायेगी. खुद को खुद से पुरुस्कार दूँगा, ताली बजाऊँगा, प्रेस कवरेज करूँगा...और आपको विडियो दिखाऊँगा अगर आप नहीं आये तो!! :) वैसे सच में बताओ, क्या करना चाहिये?? सिरियस. इंतजार रहेगा आपकी सलाह का!


    संजीत- अब तुम कह रहे हो, तो लिखना ही पड़ेगा वरना ऐसी अब तक की परंपरा तो नहीं इंडीब्लागी के विजेता की, मगर तुमने ज्यादा पढ़ने की इच्छा जताई है तो कैसे न मानूँ, आभार और धन्यवाद के साथ स्नेह और तुम्हारे उन्नत लेखन के लिये शुभकामनायें!! :)

    मनीषा जी- धन्यवाद, आभार! प्रार्थना मे मुझे हमेशा बनाये रखें, जरुर आपकी उम्मीदों पर खरा उतरने का प्रयास करता रहूँगा!! :)

    प्रियंकर जी- बहुत आभार और धन्यवाद . बस अपना स्नेह बनायें रखें और मार्ग दर्शन करते रहें.


    सुनील भाई- आपकी लेखनी के तो हम दीवाने हैं. आपकी बधाई बहुत मायने रखती है और आपके स्नेह का सदैव आभारी हूँ. बहुत धन्यवाद. कभी कभी आ जाया करिये हमे भी पढ़ने. :)



    रचना- खूब सारा शुक्रिया. अब आपका कहा कैसे टालूँ, आपकी आशा पूरी हो, इस हेतु हवन करवाया है.:)

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  45. अमित भाई- आप आये मेरे ब्लाग पर, तब असल जीत हुई. अब सच में पार्टी की बनती है. अगली यात्रा में जगह और पार्टी आप डिसाईड करो, होस्ट हम!! मंजूर? आपका बहुत धन्यवाद.


    जीतू भाई- बहुत धन्यवाद आपका और आपका कहना बिल्कुल सही है कि हिन्दी की जीत हुई है. आप हमारे साथ शुरु से हो यह आपको बताने की जरुरत ही नहीं, हम तो जानते हैं. कभी भूलता नहीं आपका कुवैत से दुबई फोन करना और फिर भोपाल से जबलपुर. बस यूँ ही साथ चलता रहे, यही पुरुस्कार है. :)

    मृणाल भाई- बहुत धन्यवाद आपका. :)


    सागर भाई- यही स्नेह तो हमें लिखने का विश्वास देता है. आपका हमेशा साथ रहा है, आगे भी बना रहेगा, यह मैं जानता हूँ. इतना प्यार आप लोगों से पाकर भावविभोर हुआ जाता हूँ. बहुत आभार और धन्यवाद इश्वर का कि आप सबका साथ मिला. :)


    अनुनाद भाई- बहुत सारा आभार और धन्यवाद!! :)

    रमा जी- धन्यवाद, आभार! इसी बहाने आप पधारीं हमारे ब्लाग पर, इससे तो हमारी रोज रोज जीतते रहने की इच्छा होने लगी है!! :)

    प्रियरंजन जी- बहुत आभार और धन्यवाद . देर से ही सही मगर पहली बार आये हो. बहुत स्वागत है. हम आपकी उपस्थिती से अनुग्रहित हुये. भोली सूरत तो क्रिम पॉलिश करके बनाई है मगर आपके आने से इस ब्लाग पर जो बहार आई है वो बिल्कुल सत्य है.. कभी कभी आ जाया करो भाई समय निकाल कर, अच्छा लगेगा. :)


    भावना जी- आपका आभार और हमेशा की तरह प्राप्त स्नेह के लिये बहुत धन्यवाद.


    शुएब- खूब सारा शुक्रिया. यह तुम्हारा स्नेह है जो इस तरह का कुछ कुच होता रहता है..बस यूँ ही साथ चलते रहो. सफर मे मजा आता रहेगा..:)

    v9y---डिकोडेड विनय भाई- आपका आभार और आपका विश्वास बनाये रखूँगा यह भरोसा रखें. मगर गल्ती सुधार कार्यक्रम से मुझे बेदखल कर आप क्यूँ अत्याचार कर रहे हैं. क्या नाराज हैं हमसे? :)

    अफलातून भाई- :) आपका धन्यवाद. आपके आदेश पालन में विलम्ब के लिये क्षमापार्थी हूँ. कल छुट्टी है, आदेश का पालन किया जायेगा..आप पना स्नेह बनाये रखें. :)

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  46. रमण भाई- आप और देर से? कभी नहीं..आप जब भी आयें यह मेरा सौभाग्य..आप ही से तो इस ब्लाग ने दिशा लेना शुरु किया.. आपका बहुत धन्यवाद. आप कभी कभी आ जायें तो मेरा उत्साह बना रहेगा.. यही अनुरोध है भाई.


    निशांत- अरे तुमको देख कर तो मन गदगद हो गया, अब तक नहीं मालूम था तुम्हें तो इसकी सजा यह हैं कि अब लगातार पढ़ो और यहाँ टिप्पणी कर्ताओं का ब्लाग भी देखो. और अपना तकनिकी ज्ञान हिन्दी में लिखकर भी बांटो. हिन्दी लिखने को कोई साहयता चाहिये तो लिखो या फोन करो. वैसे भी तुम्हारा फोन ड्यू है, हम इंतजार कर रहें हैं. :)

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  47. बेनामी2/23/2007 11:37:00 pm

    समीर जी बधाइयाँ!!

    जवाब देंहटाएं
  48. बेनामी2/24/2007 01:29:00 am

    समीर जी, आप बेहद बधाई के पात्र हैं। आपने हिन्दी चिट्ठाकारी में काफी जोश डाला है। खुशी के इस मौके पर आपकी तरफ से एक पूरी फुल साईज पोस्ट बनती है। क्या कहते हैं भाईलोग?और हाँ, जल्दी!

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  49. SAMIR JI
    Aap ko bahut bahut badhai...App puran roop se is ke hukkdaar hein...
    Agar mere bus mein hota toe mein ek or purskaar ke liye aap ka naam Parit Karta wo hae
    "Naye Chttha karon ko Protsahan karne Hetu"

    Wish you all the best in moments to follow in the world of Chittakari

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  50. बेनामी2/26/2007 05:38:00 am

    अमित भाई- आप आये मेरे ब्लाग पर, तब असल जीत हुई. अब सच में पार्टी की बनती है.

    समीर जी, मैं तो यदा कदा आपके बिलाग पर पधारता रहता हूँ(आपका नियमित पाठक नहीं हूँ यह स्वीकार करता हूँ, बुरा मत मानिएगा), टिप्पणी नहीं करता वो जुदा बात है। लेकिन इसका यह अर्थ नहीं कि पार्टी छोड़ दी जाएगी। ;)

    अगली यात्रा में जगह और पार्टी आप डिसाईड करो, होस्ट हम!! मंजूर?

    बिलकुल, आप अपना पिरोगराम मेरे को बता देना और अपन सब सैट कर लेंगे। :)

    आपका बहुत धन्यवाद.

    काहे का? पार्टी आप दोगे और आभार बाकी सभी व्यक्त करेंगे। :)

    जवाब देंहटाएं
  51. सर जी एक और ताज-पोशी के लिये बहुत-2 बधाई । देर से बधाई दे रहा हूँ ;क्षमाप्रार्थी हूँ,आज फ़ुरसत से अपने कई पसंददीदा ब्लाग के पूरे फ़ीड ले कर बैठा हूँ । हाँ, स्पेशल पार्टी { दारू पार्टी न समझें } कब तक दे रहे हैं। :)

    जवाब देंहटाएं

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