काफ़ी अच्छा ब्लौग है आपका समीर जी. मैं बराबर आपके ब्लौग पर आपकी नई रचनायें पढने के लिये आता हूँ. मगर एक शिकायत है कि आपकी कृतियाँ काफ़ी अन्तराल पर आती हैं. अगर और कोई अच्छा ब्लौग आप बता सकें हिंदी का तो बड़ी प्रसन्नता होगी. मैंने काफ़ी खोजा पर उदसीनता ही हाथ आयी. कोई अच्छा ब्लौग हिंदी में मिला ही नहीं. मैं भी लिखता हूँ ब्लौग. मेरा पता है washermansdog.blogspot.com. आपके मार्गदर्शन की अपेक्षा में - अभिषेक नील.
खूब... बढ़िया कही ....
जवाब देंहटाएंबहुत खूब।
जवाब देंहटाएंदार्शनिकता का पुट लिए सुन्दर प्रस्तुति ..
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया।
जवाब देंहटाएंइधर आप छोटी छोटी कविताओं में बड़ी बड़ी बात कह रहे हैं।
जवाब देंहटाएंअच्छा नजरिया जीवन दर्शन का.
जवाब देंहटाएंसुंदर प्रस्तुति। छोटी सी रचना किंतु गहरी बात।
जवाब देंहटाएंबेहतरीन पोस्ट
जवाब देंहटाएंबस बीती मिसालों के सिवा,
जवाब देंहटाएंजिंदगी क्या है, ख्यालों के सिवा?
जिंदगी क्या है, सवालों के सिवा?
सुन्दर
जवाब देंहटाएंकाफ़ी अच्छा ब्लौग है आपका समीर जी. मैं बराबर आपके ब्लौग पर आपकी नई रचनायें पढने के लिये आता हूँ. मगर एक शिकायत है कि आपकी कृतियाँ काफ़ी अन्तराल पर आती हैं. अगर और कोई अच्छा ब्लौग आप बता सकें हिंदी का तो बड़ी प्रसन्नता होगी. मैंने काफ़ी खोजा पर उदसीनता ही हाथ आयी. कोई अच्छा ब्लौग हिंदी में मिला ही नहीं. मैं भी लिखता हूँ ब्लौग. मेरा पता है washermansdog.blogspot.com. आपके मार्गदर्शन की अपेक्षा में - अभिषेक नील.
जवाब देंहटाएंसुन्दर शब्द रचना
जवाब देंहटाएंबेहद प्रभावशाली......बहुत बहुत बधाई.....
जवाब देंहटाएं