शनिवार, दिसंबर 23, 2006

हम अभी भी चुप हैं

यह पोस्ट रिपेयर होने मुन्नु मेकेनिक के यहां गई है. बाद में फिर आयेगी. :)

2 टिप्‍पणियां:

  1. आपको कितना समझाया कि किसी को मत बातइयेगा। पर, पर आपने तो ऐलने जंग ही कर दी। सबको बता दिया वो भी खुल्‍लम-खुल्‍ला। लगता है कुछ न कुछ करना पडेगा। हाँ अब अपना चुनाव प्रचार ही करता हूँ।
    वैसे आपका जाना धमकियों से ही हो रहा है, बहाने चाहे जो भी बनाइये। भाई नेता जी वाली चाल आपको भी चलना आ ही गई। कैसे कह रहे कि धमकियों से नही डर रहे है। आपके मन क्‍या पक रहा है वह किसी से छिपा हुआ थोडी है।
    जैसे झारखण्‍ड के विधायक गोवा ले जाये जाते है वैसे आप भी भाग रहे है। कही आपकी उड़नतश्‍तरी का हाई जैक न हो जाये। वैसे एक गाना है जहॉं जाईयेगा हमे पाईयेगा। :)

    आपकी यह पोष्‍ट काफी अच्‍छी और व्‍यग्‍यात्‍मक है। मजेदार

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  2. बेनामी12/23/2006 07:51:00 am

    Samir Bhaiya

    Yah kon se chunao ho rahe he? Kya pahle bhi hote the?

    Rajesh

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आपकी टिप्पणी से हमें लिखने का हौसला मिलता है. बहुत आभार.