कायल एक ऐसी विकट और विराट चीज है जो कोई भी हो सकता है, कभी भी हो सकता है, किसी भी बात से हो सकता है और किसी पर भी हो सकता है.
मैने देखा है कि कोई किसी की आवाज का कायल हो जाता है, कोई किसी की सुन्दरता का, कोई किसी के लेखन का, कोई किसी के स्वभाव का और यहाँ तक कि कोई किसी की मौलिकता पर ही कायल हो जाता है.
अब मौलिकता पर भी कायल सिर्फ शुद्ध मौलिकता की वजह से नहीं बल्कि इसलिये कि वैसी मौलिकता और कहीं कम से कम उन्होंने नहीं देखी. कायल होने की और करने की स्वतंत्रता सभी को हासिल है. जहाँ आप अपनी सूक्ष्म दृष्टि या बुद्धि की कुशाग्रता की वजह से कुछ आंक कर कायल हो सकते हैं, वहीं आप अपने दृष्टि दोष के कारण या मूढ़ता की वजह से भी कायल हो सकते है.
’कायलता’ की इसी स्वतंत्रता का तो मैं कायल हूँ.
भाई साहब, आपने लालू का नाम तो सुना होगा?
अरे, हम तो उनकी स्टाईल के कायल हैं.
याने कि इससे अर्थ निकलता है कि कायल होने के लिए यह जरुरी नहीं कि आप किसी की बुद्धि के कायल हों, तो वो उसकी कुशाग्रता के ही हों.. तब तो वह कुशाग्रता की कायलियत कहलाई. बुद्धि का कायल होना बेवकूफी पर कायल होना भी अपने आप में समाहित करता है.
’कायल’ शब्द की यह व्यापकता भी कायल कर जाती है.
जब आप अपनी ओजपूर्ण रचना सुना कर फारिग हों तो सुना होगा, भाई साहब, क्या आत्मविश्वास है आप में. हम तो कायल हो गये.
आप खुश हो गये?
अगर आप की रचना वाकई अच्छी होती तो वो रचना का कायल होता या फिर आपकी ओजपूर्ण शैली अगर वाकई ओजस्वी होती, तो वो आपकी शैली का कायल होता. इन दोनों बातों को छोड़ वो आपके आत्मविश्वास का कायल हुआ-सोचिये.
याने अगर इसका गुढ़ अर्थ निकालने के लिए अगर गहराई में उतरा जाये तो आप जान पायेंगे कि न तो आपकी रचना इतनी प्रभावशाली है और न ही ओजपूर्ण शैली इतनी ओजस्वी है कि उसका कायल हुआ जाये, उसके बावजूद भी आप पूरी ताकत से खड़े अपनी रचना पूरी होने तक मंच और माईक संभाले रहे और मुस्कराते हुए मंच से उतर रहे हैं तो इसे आपका आत्मविश्वास नहीं तो और क्या कहेंगे. वाकई, आपका आत्मविश्वास कायल होने योग्य है. बस, इतना ही तो वो आपको बताना चाह रहा था.
’कायल’ शब्द के इसी सामर्थ्य पर तो मैं कायल हुआ जाता हूँ.
मैने कई शरीफों को गुण्डों के आतंक से और पिटने से बचने के चक्कर में यह कहते सुना है कि भाई, हम तो आपके नाम के ही कायल हैं, क्या सिक्का जमाया है आपने एरिया में. ये लो, नाम के ही कायल हो गये और वो भी इसलिये कि क्या सिक्का जमाया है.
ऐसी कायलता चमचागीरी में भी देखने में आती है अपना काम साधने के लिए.
कोई अपने गुरु के ज्ञान का, कोई चेले के चेलत्व का, कोई इसका और कोई उसका कायल होते दिख ही जाता है. यहाँ तक की गुरु अपने गुरुत्व को बचाने और चेले को सहजने के लिए भी चेलत्व का कायल हो लेता है. वो भी जानता है कि अगर चेला ही नहीं रहा तो गुरु कैसा? एक दूसरे की पूरकता बनाये रखने के लिए भी इस कायलता रुपी सेतु को टिकाये रखना अपरिहार्य हो जाता है.
कायल होना और कायल करना अक्सर एकाकीपन भी दूर करता है. कायल किये और कायल हुए लोग एक दूसरे के करीब से आ जाते हैं, इस तरह से एक गैंग जैसा संगठन बन जाता है और फिर सामूहिकता की ताकत को कौन नकार सकता है. अगर कोई सामूहिकता की ताकत को नकार सके तो बताये, मैं उनकी अल्पबुद्धि का आजीवन कायल रहूँगा.
मैं यह कतई सिद्ध करने की कोशिश में नहीं हूँ कि कायलता का कोई महत्व नहीं है. बहुत महत्वपूर्ण है किसी बात का कायल हो जाना या किसी को कायल कर देना किन्तु मेरा उद्देश्य मात्र यह है कि कायल होने या करने की महत्ता आंकते समय ये जरुर देख और परख लें कि कौन, किस बात पर, किससे और किसलिये कायल हुआ.
यूँ ही व्यर्थ खुश न हों मात्र किसी के कायल हो जाने पर या किसी को कायल करके. वरना कोई आपकी खुशी का ही कायल न हो जाये.
मेरी पसंद:
शोख अदा का उसकी, कायल हुआ जाता हूँ मैं,
एक नजर से उसकी, घायल हुआ जाता हूँ मैं.
-समीर लाल ’समीर’
(वैसे मेरी पसंद में दूसरों की रचना लगाई जाने की प्रथा है लेखन जगत में, मगर यहाँ हम खुद ही खुद के कायल होने के हिसाब से खुद की रचना लगा दे रहे हैं, कृप्या अन्यथा न लें.)
सुरक्षा कवच: यह आलेख मात्र हास्य विनोद के लिए लिखा गया है. कोई भी कायल व्यक्ति इसे अपने पर कटाक्ष न मानें और इसे पढ़कर मुझ पर कायल होने का मन हो आये तो व्यंग्यकारी की बजाय विनोदप्रियता टॉपिक के अंतर्गत कायल हों.
अरे भाई साहब ! आपने समीर जी के लेखन और उनके द्वारा दिलखोलकर टिप्पणियाँ बाँटने के बारे तो सुना होगा |
जवाब देंहटाएंअरे भाई इसीलिए तो मुझ सहित सारा हिंदी ब्लॉगजगत समीर जी कायल है :)
are hum to aapke is kayaliyat ke lekh ke hi kayal ho gaye...
जवाब देंहटाएं:)
Jai Hind
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंसमीर जी हम तो आपकी काबलियत के
जवाब देंहटाएंपहले दिन से ही कायल हैं।
आज से आपकी कायलियत के भी
कायल हो गये हैं।
मगर हमने ये "कायलियत" शब्द तो
पहली बार ही सुना है।
चलो अच्छा है हमारे शब्दकोश में
एक शब्द का इजाफा और हो गया।
काबलियत तो हिन्दुस्तानी शब्द है।
जवाब देंहटाएंमगर कनाडा से कायलियत मिल गया है।
हिन्दुस्तानी तो इस मायने में उदारमना हैं।
कायलियत को भी सहर्ष स्वीकार कर लेते हैं, जी।
समीर के वेग से और उड़नतश्तरी के माध्यम से
जो आया है।
इसे तो साभार स्वीकार करना ही पड़ेगा।
बहुत-बहुत बधाई!
जी हा! कभी कभी हम जिससे घायल होते है, उसी के कायल हो जाते हैं. काबिलियत और कायिलियत समानांतर नहीं हैं.
जवाब देंहटाएंतीर फेंका था उन्होंने तो मार डालने को
मुझको तो उनकी इस अदा पर मोहब्बत हो गया.
शास्त्री जी..
जवाब देंहटाएंकिसी के काबिल होने पर उसकी काबिलियत को नमन...
और
किसी के कायल होने पर उसकी कायलियत को नमन...
-चल तो जायेगा न!! :)
haan ji wahi hum bhi sonchte rahe kahin kuch to kahiliyat ...oops kayiliyat hai hummein :)
जवाब देंहटाएंaur kya khari khoti hai...
saare kayal logo ki ek saath jai kerta hoon yahi par :D
Jai Ho!!
आपके कायल सूत्र पसन्द आये :)
जवाब देंहटाएंसही कहा आपने , कायल तो लोग इतने हो जाते है कि भरे बाज़ार किसी बेसुरे गाने वाले को भी बहुत बड़ा गायक बता देते है ....कायल होना और कायल करवाना एक कला है भाई
जवाब देंहटाएंआप ऐसे मुद्दों पर लिख देते हैं जिस पर सोचना भी भारी पड़ता है परंतु जब आप इन मुद्दों पर लिख देते हैं तो पढ़ना भी आसान होता है, इसीलिये हम आप के कायल हैं और आपकी कविता के भी। सब कुछ मैन्टैन करना भी बहुत बड़ी बात है।
जवाब देंहटाएंआप खुद की कविता के कायल हैं वैसे ही हम भी परंतु पढ़वायेंगे नहीं, नहीं तो आप भी कायल न हो जायेंगे :)
मैं तो आपके ब्लागिरी -दादागिरी बनाम गांधीगीरी का पहले से मुरीद ही था अब इस पोस्ट को पढने के बाद पूरी तौर पर कायल हो गया हूँ और हाँ आपकी फरमाईश तो कब की पूरी हो गयी और आपने न तो देखा भाला है और न ही शुक्रिया मिली अब तक !
जवाब देंहटाएंये बेहिसाब कायल तो दंडवत ही हो गये. हम समझ गये आपका इशारा किस पंडित को नाप रहा है इस फोटो से.
जवाब देंहटाएंहम तो आपकी विनोदप्रियता के हमेशा ही कायल रहे हैं ...!!
जवाब देंहटाएंआप नित स्नेह का खजाना लुटाते हैं दोनो हाथों से इसलिए हम आपके कायल हैं-बधाई
जवाब देंहटाएंकायल होने के चक्कत में आप घायल भी हो सकते है जिनके आप कायल है उनसे थोड़ा दूर ही रहे :)
जवाब देंहटाएं@ महाशक्ति
जवाब देंहटाएंउनसे यथोचित अदृष्य दूरी बनाये हैं..आप निश्चिंत रहो मगर साथ रहो. :)
आपने सिद्ध कर दिया कि आपके पास काबिलियत के साथ साथ कायलियत भी है.
जवाब देंहटाएंहम तो कोयल के कायल हैं अंडा दे कर फुर्र हो जाती है बेचारा कौआ पालता रहता है। आवाज आती है तो फिर फुर्र हो जाती है।
जवाब देंहटाएंगुरुदेव,
जवाब देंहटाएंदाऊद की डी कंपनी पुरानी पड़ चुकी है...अब के कंपनी (कायल कंपनी) खोलने का विचार कैसा है...बताइए किसे घायल...सॉरी...सॉरी... कायल करना है...
जय हिंद
गुरुदेव एक बात और,
जवाब देंहटाएंराजेंद्र कुमार की एक फिल्म आई थी अनजाना...आपने देखी ज़रूर होगी...उसका एक गाना था...
कोयल क्या गाए...
आज से इस गाने के बोल हैं..
कायल क्या गाए...
जय हिंद...
भई हम तो आपके कलम के कायल हैं,,,,सच्ची-मुच्ची....:)
जवाब देंहटाएंसटीक अभिव्यक्ति - इस वेहिसाब कायल जन की फोटो जोरदार लगी. बहुत कुछ कह गए आप अपनी इस पोस्ट. में . हर कोई किसी न किसी का कायल तो होता है .हम तो आपके लेखन शैली के कायल है . . आभार . हाँ अब आपका आगमन जबलपुर कब होगा कृपया जानकारी देने का कष्ट करे. आपकी उपस्थति में ही मिशन- ए- धुंआधार को अंजाम दिया जाना है .
जवाब देंहटाएंनर्मदे हर
लो जी.......
जवाब देंहटाएंहम तो कायल कायल हो गए...................
हम तो आपकी काबिलियत से कायल हो ही गए लेकिन हम क्या करें, हमारे साथ तो लोग कोयला हो जाते हैं। हमारा एक कदम आगे बढ़ा और पीछे दस कोयले तैयार। आप खुशकिस्मत है जो हम सब आप पर कायल हो रहे हैं। इतनी श्रेष्ठ पोस्ट कम ही पढ़ने की मिलती है, आज पढ़-पढ़कर बस कायल हुए जा रहे हैं, बधाई।
जवाब देंहटाएंवाह, शब्द तो फुदक रहे हैं - कायल, कायलता, कायलमान, कायलीय, कायलत्व, कायला (आयला की तर्ज पर)...!
जवाब देंहटाएंफिलहाल तो मैं कायलिंग (साइकलिंग की तर्ज पर) सीख रहा हूं! :)
कायल हो गए.
जवाब देंहटाएंवाह क्या खूब लिखा है आज तो. कायलियत कभी कभी घायलियत मे भी तब्दील होती देखी गई है.:)
जवाब देंहटाएं"कायल कि गति कायल जाने"
संतो जब अक्ल हुई बोरानी...
रामराम.
कायल एक ऐसी विकट और विराट चीज है जो कोई भी हो सकता है, कभी भी हो सकता है, किसी भी बात से हो सकता है और किसी पर भी हो सकता है.
जवाब देंहटाएंAAPKI POST KE UPAR KAYAL HOTE HAIN TO KYA BURA HAI?
’कायल’ शब्द के इसी सामर्थ्य पर तो मैं कायल हुआ जाता हूँ.
HAHA...
:)
HUM TO BUS ITNA KEHTE HAIN JI...
...HUM KUCH HI CHEEZON KE KAYAL HAIN,
AUR UNMEIN SE 'SAMEER SIR' NAHI NAHI 'UDANATASTARI' BHI EK HAI...
...AUR YE AAP JAANTE HAIN !!
HAI NA?
बहुत ही अच्छा लिखा है आपने कायल होने के बारे में , आभार
जवाब देंहटाएंकायल हैं जी आपकी प्रतिभा के । पहले यही कमेन्ट पता नहीं किस बाक्स मे कर दिया शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंकायलता की भी क्या क्या वजह बतायीं आपने
जवाब देंहटाएंवाह :)
लेख बहुत अच्छा लगा
हम भी कायल हो गए इस पोस्ट को पढ़कर...किस बात पर कायल हुए नहीं बताएँगे ;)
जवाब देंहटाएंकायलता के कायल
जवाब देंहटाएंहम आपके हिंदी के कायल...
जवाब देंहटाएंकाबलियत तो हिन्दुस्तानी शब्द है।
जवाब देंहटाएंमगर कनाडा से कायलियत मिल गया है।
एक ही आदमी के अलग-अलग गुनों से अलग-अलग लोग कायल होते हैं । यह भी हो सकता है कि एक ही आदमी के कई गुनों का इकट्ठे कायल हो लिया जाय । अब जैसे हमारे सहित कई लोग आपके कई गुनों के अलावा टिपियाने की काबिलियत पर कायल हैं ।
जवाब देंहटाएंपोस्ट के अंत में जारी निर्देश को दृष्टि में गत करते हुए हम इतना ही कहेंगे
"इस सादगी पे कौन न मर जाये ऐ खुदा
लडते हैं और हाथ में तलवार भी नहीं"
कायल होने पर भी आपने सुरक्षा कवच लगा दिया :) आपकी इसी अदा के तो हम कायल हैं. !
जवाब देंहटाएंहम तो जी आपके कायल है बाकी कुछ नहीं जानते !!
जवाब देंहटाएंहम तो आपकी विनोदप्रियता के कायल हो गये साहब्।:)
जवाब देंहटाएंहम तो पुराने कायल हैं महाराज......... आपके
जवाब देंहटाएंएक दूसरे के कायल होने से तो कोई फायदा नहीं होना जी, जो अपने आपको बदलने के बारे में सोचता है वही असल में दुनियॉं को बदल सकता है।
जवाब देंहटाएंहम तो कायलता पर आपके लेख और लेखनी, दोनों के कायल हो गए. अब इसे चमचागिरी मत समझ लीजियेगा.
जवाब देंहटाएंhum bhi aapki is lekhan ke kayal hue
जवाब देंहटाएंkaayal ho yaa kayaliyat...yahi asliyat he ki ham bas kayal thahre...
जवाब देंहटाएंभाई हम तो सभी कायलो के कायल हो गये... लेकिन यह कायल का भाव भी हमे चक्करा गया, बस डर के मारे कायल होगये है. ओर इस हरे रामा के भगत को भी आप ने कायल कर लिया..
जवाब देंहटाएंआप का कायल
धन्यवाद
मजा आ गया पढ़कर.
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया लिखा है आपने! आपकी लेखनी को सलाम!
जवाब देंहटाएंहम तो कायल हो गए जी आपकी लेखनी के। पर यह न समझें कि कायर बनकर कायल होने का ढोंग कर रहे हैं:)
जवाब देंहटाएंइन दोनों बातों को छोड़ वो आपके आत्मविश्वास का कायल हुआ-सोचिये.
जवाब देंहटाएंऊ आत्मविश्वास के कायल यूँ सोचकर हुए कि देखो कैसा बंदा है, सड़ी गली लंपाड़ू रचना भी इस आत्मविश्वास के साथ सुना रिया था कि मानो यकीन हो कि इसको सुन कालीदास भी पानी-२ हो जावें!! तभी तो ऊ आत्मविश्वास का कायल हुआ कि देखो ई होता है आत्मविश्वास!! बाकी आप बता ही दिए हैं कि काहे आत्मविश्वास का कायल हुआ गया, ही ही ही! :D
बकिया तो आप चकाचक लिखे हैं, टिप टॉप, आपसे पूरी सहमति है जी! :D
आपकी काबिलियत की तो दुनिया कायल है।
जवाब देंहटाएंवैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाएं, राष्ट्र को प्रगति पथ पर ले जाएं।
हम आपके आप हमारे - कायल , याने हिसाब बराबर.
जवाब देंहटाएंनीरज
समीर भाई ............ हम तो आपके कायल होने के अंदाज़ पर कायल हैं ......... आपने कितने लोगों को कायल कर लिया इस अदा पर ........ कमाल है भाई ...........
जवाब देंहटाएंMain to aapka kaayal hoon.... aapka aashirwaad jo hai mere upar.... is ashirwaad ko banaaye rakhiyega....
जवाब देंहटाएंsaadar
namaskar....
अपने प्रति हमारी कयालता की परीक्षा ले रहे है आप . वैसे घायल तो ही जाते है आपकी पोस्ट पर टिप्पणियों के बौछार देखकर
जवाब देंहटाएंशोख अदा का उसकी, कायल हुआ जाता हूँ मैं,
जवाब देंहटाएंएक नजर से उसकी, घायल हुआ जाता हूँ मैं.
हम तो जी इसके कायल को गए।
हम भी एक सुर से आपकी लोकप्रियता के , विनोदप्रियता के कायल हैं
जवाब देंहटाएंमान गये भाई, हम तो कब से आपके कायल हैं, मगर कायले आज़म तो लोट लगाये हुए है!!
जवाब देंहटाएंआप माने या ना माने हम तो आपकी लेखनी के कायल हैं।
जवाब देंहटाएंअभी तक तो आपकी काबिलियत के कायल थे अब इस कायलियत के कायल हो गये |
जवाब देंहटाएंऐसे नये नये शब्दों का इजाद करते रहे |एक अलग शब्दकोष तैयार हो जावेगा
धन्यवाद
(एक तिहाई चिरकुटियों के अतिरिक्त) यहाँ ब्लागजगत के कम से कम तीन तिहाई ब्लागर आपके कायल यूँ ही नहीं हैं :)
जवाब देंहटाएंमै बहुत दिनो से कायल शब्द के अंग्रेजी मायने ढूंढ रहा हूँ ताकि कह सकूँ i am kayal of your.... अब इस निबन्ध को पढने के बाद तो कायलियत के भी माने ढूंढने पड़ेंगे । आपको पता हो तो बताइयेगा प्लीज़ ।
जवाब देंहटाएंहम तो आपके कायल हैं :)
जवाब देंहटाएंSameer bhai,
जवाब देंहटाएंIt is not easy to consistantly write
such funny stuff , sort of tongue in cheek :)
&
WE ALL R "KAYAL " for YOU exactly
because of dat .........LOL
vअजी हम तो आपकी शैली के पहले से ही कायल हैं ,यह जो ज़रा हटके विषय चुनते हो उसके लिए बधाई ।
जवाब देंहटाएंजी हजूर हम भी आपकी बाल की खाल निकालने की अदा के कायल हैं.... ये तो बता दे ये हुनर तूने सीखा कहां से ??????
जवाब देंहटाएंशोख अदा का उसकी, कायल हुआ जाता हूँ मैं,
जवाब देंहटाएंएक नजर से उसकी, घायल हुआ जाता हूँ मैं.
जबरदस्त और सुन्दर !
अजी हम तो सचमुच आपके कायल इसलिए हैं, की आप हर रंग में जिंदगी का लुत्फ़ लेते है| छोटी छोटी बातों में आप अधिक ख़ुशी ढूंढ लेते हैं, हर बात संजीदगी से पेश करते हैं, चाहे छोटी हो फिर बड़ी| अक्सर लोग सोचते हैं की कोई बड़ी ख़ुशी हो तो खुश होवें, अगर बड़ी ख़ुशी हाथ न लगे तो क्या ज़िन्दगी भर खुश ही ना होवें , हम तो आपकी इसी बात के कायल हैं की आप हर छोटी सी ख़ुशी का भरपूर लुत्फ़ लेते हैं, जय हो महाराजा धिराज समीरानंद सबको सदबुद्धि दो!!
जवाब देंहटाएंham bhi aapke hindi prem ke kayal hain... aur kuch ho na ho, aapne hindi ko ek naya shabd to de hi diya hai..
जवाब देंहटाएंइस अद्भुत चिंतन का कायल हुए बिना कैसे रहा जा सकता है........वाह !!
जवाब देंहटाएंमैने देखा है कि कोई किसी की आवाज का कायल हो जाता है, कोई किसी की सुन्दरता का, कोई किसी के लेखन का, कोई किसी के स्वभाव का और यहाँ तक कि कोई किसी की मौलिकता पर ही कायल हो जाता है.
जवाब देंहटाएंBahut khoob! kaayal par itna Achha likha aapne, bahut achha laga. Badhai
'कायल' पर टिपण्णी 'काव्य का कायल' होने के कारण ---
जवाब देंहटाएं'कायल' के बहु रंग बताया श्री मान ने
अजब निराला ढंग दिखाया श्री मान ने|
अच्छे-बुरे उभय पक्षों की चर्चा करके ,
'कायल' का कायल बनवाया श्रीमान ने ||
...अस्तु
धन्यवाद् ...
'कायल' पर टिपण्णी 'काव्य का कायल' होने के कारण ---
जवाब देंहटाएं'कायल' के बहु रंग बताया श्री मान ने
अजब निराला ढंग दिखाया श्री मान ने|
अच्छे-बुरे उभय पक्षों की चर्चा करके ,
'कायल' का कायल बनवाया श्रीमान ने ||
...अस्तु
धन्यवाद् ...
ham to aapke comments ke kayal hai aur lekho ke bhi:-)
जवाब देंहटाएंकायलत्व की टांग तोड़ कर रख दी आपने..कि अब तो जेनुइनली कायल होने से पहले भी दस बार सोचना पड़ेगा..मगर जो भी हो हम आपकी इस घायल कर देने वाली बेबाक साफ़गोई के ही कायल हो गये..बस जो फोटो लगाई है आपने..समझ लीजिये हमारी ही है..वैसे इस कायलपन ने जिगर साहब को भी खुदाबंद बना दिया था
जवाब देंहटाएंहम खुदा के कभी कायल न थे
उनको देखा तो खुदा याद आया
he ! udan tastri zee aap ke jaisa koi dusara nahi
जवाब देंहटाएंha ha ha. bahut khoob sameer ji,
जवाब देंहटाएंsab ko kayal kar diya likhkar kayal lekh
ghayal hokar jo pada, zara uthakar dekh
charnon men aakar gira, dandvat kare pranaam
kis kabil ki lekhni , ko kar raha salaam
ye bhi ek chamchagiri ka adbhut hai roop
lekin kayal kah use badla gaya swaroop
poorn samarpan jo kare uske hain bhagwaan
agar janana hai use "kayal" hokar jaan.
सुरक्षा कवच: ....!:)
जवाब देंहटाएं-’कायलता’ की इसी स्वतंत्रता का तो मैं कायल हूँ.
bahut badhiya likha hai.
हम तो आपकी कायलियत के कायल हैं।
जवाब देंहटाएंसालों बाद आपका लेख पडकर बहुत अच्छा लगा। आपकी मशहुरीयत का भी अहसास हुआ। साधुवाद।
जवाब देंहटाएं'कायल' शब्द अपनी व्याख्या इस तरह सुन कर आपका 'कायल' हो गया है...मुझे बता रहा था और साधुवाद देने को बोला, सो स्वीकार करें...
जवाब देंहटाएंसमीर जी हमारा आपका कायल होना कोई कायल कहा जाएगा भला ... तालिबान के आत्मघाती दस्ते को देखिये ... आका के हुकुम के कायल हैं और कायलपंथी मैं अपनी जान देते रहते हैं |
जवाब देंहटाएंअब बताईये है कोई ऐसी कायलपंथी का जोड़? :)