tag:blogger.com,1999:blog-23257105.post5598409736823034364..comments2024-03-04T07:12:33.254-05:00Comments on उड़न तश्तरी ....: भजन में वजन है इसीलिए आज तक टिका हुआ हैUdan Tashtarihttp://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-49780044247917649122018-09-27T22:53:04.841-04:002018-09-27T22:53:04.841-04:00बहोत ही बढ़िया प्रस्तुति है धन्यवाद शेयर करने के लि...बहोत ही बढ़िया प्रस्तुति है धन्यवाद शेयर करने के लिए<a href="https://www.techwithlogic.ooo/2018/09/how-to-read-deleted-whatsapp-messages.html" rel="nofollow">read deleted WhatsApp Messages</a>Lucky Vijayhttps://www.blogger.com/profile/11266734809874043678noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-42174987487663606122018-09-26T11:28:32.516-04:002018-09-26T11:28:32.516-04:00बहुत सुंदरबहुत सुंदरbijnior districthttps://www.blogger.com/profile/02245457778160306799noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-34664096331305531372018-09-24T05:58:08.229-04:002018-09-24T05:58:08.229-04:00आपकी इस पोस्ट को आज की बुलेटिन मानवीयता की प्रतिमू...आपकी इस पोस्ट को आज की बुलेटिन <a href="http://bulletinofblog.blogspot.com/2018/09/blog-post_23.html" rel="nofollow">मानवीयता की प्रतिमूर्ति रवि शाक्या को नमन : ब्लॉग बुलेटिन</a> में शामिल किया गया है.... आपके सादर संज्ञान की प्रतीक्षा रहेगी..... आभार... राजा कुमारेन्द्र सिंह सेंगरhttps://www.blogger.com/profile/16515288486352839137noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-7889801969704002332018-09-24T03:04:52.871-04:002018-09-24T03:04:52.871-04:00सबका एक समय आता है जैसे समय पर पेड़ पर पत्ते आते है...सबका एक समय आता है जैसे समय पर पेड़ पर पत्ते आते हैं और पतझड़ में झड़ जाते हैं फिर नए पत्ते आते हैं, सिलसिला चलता रहता है रुकता नहीं लेकिन एक नए रूप में <br />बहुत अच्छी प्रस्तुति कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-35205599761873334872018-09-23T00:46:23.636-04:002018-09-23T00:46:23.636-04:00आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल सोमवार (24-...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल सोमवार (24-09-2018) को <a href="javascript:void(0);" rel="nofollow"> "गजल हो गयी पास" (चर्चा अंक-3104) </a> पर भी होगी।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />राधा तिवारीradha tiwari( radhegopal)https://www.blogger.com/profile/09630389878761098417noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-25914543854331769422018-09-22T23:01:33.702-04:002018-09-22T23:01:33.702-04:00भगवान् के नाम का भजन के माध्यम से तरह-तरह का दुरूप...भगवान् के नाम का भजन के माध्यम से तरह-तरह का दुरूपयोग, स्वार्थ सिद्धि के लिए बहुत सुन्दर ढंग से व्यंग के माधयम से प्रस्तुति Subhash Joshinoreply@blogger.com