tag:blogger.com,1999:blog-23257105.post114177875468489439..comments2024-03-04T07:12:33.254-05:00Comments on उड़न तश्तरी ....: सुना है आज होली हैUdan Tashtarihttp://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-1144272864417938532006-04-05T17:34:00.000-04:002006-04-05T17:34:00.000-04:00फ़िजा जीयादें बहुत अच्छी साथी हैं, मन बहलाने के लिय...फ़िजा जी<BR/>यादें बहुत अच्छी साथी हैं, मन बहलाने के लिये.<BR/>धन्यवाद, आपको पसंद आई.<BR/>समीर लालUdan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-1144258414604648862006-04-05T13:33:00.000-04:002006-04-05T13:33:00.000-04:00समीर जी, बेवतन होकर भी दिल हिंदुस्तानी है यही बडी...समीर जी, बेवतन होकर भी दिल हिंदुस्तानी है यही बडी बात है। आपकी कविता पढकर, मन फिर विचलित हो उठा।<BR/>हम फिर भी रंग खेल लेते हैं<BR/>यहाँ रहकर याद कर लेते हैं<BR/>उस बचपन की होली को<BR/>जहाँ यारों की यारी होती<BR/>बडों का प्यार-दुलार होता।<BR/><BR/>दाद कबूल करें<BR/>और अब आज्ञा दें...<BR/>फि़जा़Dawnhttps://www.blogger.com/profile/15924485784546039937noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-1142172411867959742006-03-12T09:06:00.000-05:002006-03-12T09:06:00.000-05:00रेणु जीबहुत सुंदर पंक्तियों मे आपने बात कही है, बध...रेणु जी<BR/><BR/>बहुत सुंदर पंक्तियों मे आपने बात कही है, बधाई.<BR/>मेरी बात पसंद करने के लिये आभार.<BR/><BR/>शुभकामनाओं सहित<BR/><BR/>समीर लालUdan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-1142166166583385962006-03-12T07:22:00.000-05:002006-03-12T07:22:00.000-05:00आप्की इस कविता में मात्र्भूमी के प्रेम की यादों का...आप्की इस कविता में मात्र्भूमी के प्रेम की यादों का रंग अनूठा है. हम तो यह रच्ना पढ कर आपको इत्ना ही कहेंगे कि:<BR/><BR/>बेवतन हो कर भी ,<BR/>वतन के रंग याद है?<BR/><BR/>उड़्ते अबिर गुलाल,<BR/>गुझिया की महक याद है?<BR/><BR/>दोस्तों की टोली, <BR/>लाल पीले रंगों की चट्क याद है?<BR/><BR/>ऐसे बेवत्नोंं को प्र्णाम,<BR/>जिन्हें अब भी, <BR/>वतन की मिट्टी याद है,<BR/><BR/>दूर र्ह कर भी<BR/>भारत जिन्के मन मे आबाद है.renu ahujahttps://www.blogger.com/profile/13612566545452095476noreply@blogger.com