tag:blogger.com,1999:blog-23257105.post9049578479190319088..comments2024-03-04T07:12:33.254-05:00Comments on उड़न तश्तरी ....: हाय!! ये भ्रष्ट्राचार!!!Udan Tashtarihttp://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comBlogger74125tag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-59638774865356604072011-05-24T03:41:36.891-04:002011-05-24T03:41:36.891-04:00बढ़िया :) :)
मजे मजे में काम की बात...बढ़िया :) :)<br />मजे मजे में काम की बात...Satish Chandra Satyarthihttps://www.blogger.com/profile/09469779125852740541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-57633491490377699082011-05-16T12:06:30.999-04:002011-05-16T12:06:30.999-04:00बहुत बढ़िया मजा आ गया..बहुत बढ़िया मजा आ गया..राजेंद्र अवस्थी (कांड)http://harkand.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-31801289748187080542011-05-12T08:14:35.695-04:002011-05-12T08:14:35.695-04:00सामयिक और समीचीन, भ्रष्टाचार अब जड़ से खत्म हो इसी...सामयिक और समीचीन, भ्रष्टाचार अब जड़ से खत्म हो इसी कामना के साथ बधाई........<br /><br />आकर्षणआकर्षण गिरिhttps://www.blogger.com/profile/17903357121891483288noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-72170375783944631342011-05-12T08:05:23.213-04:002011-05-12T08:05:23.213-04:00अंकल जी, प्यारी सी गजल पर उससे भी स्मार्ट आप दिख र...अंकल जी, प्यारी सी गजल पर उससे भी स्मार्ट आप दिख रहे हो काले चश्मे में. <br /><br /><br />_____________________________<br />पाखी की दुनिया : आकाशवाणी पर भी गूंजेगी पाखी की मासूम बातेंAkshitaa (Pakhi)https://www.blogger.com/profile/06040970399010747427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-25605450409267519222011-05-12T07:51:06.108-04:002011-05-12T07:51:06.108-04:00गद्य पढ़वाते रहे जो मुद्दतों से ब्लॉग पर
with ग़ज़...गद्य पढ़वाते रहे जो मुद्दतों से ब्लॉग पर<br />with ग़ज़ल हाजिर हैं वो इस बार मेरे दोस्तो<br /><br />समीर भाई आप हरफ़नमौला हैं बन्धु| मज़ा आया आपकी ग़ज़ल को पढ़कर| हिन्दी की सेवा बहुत ही अच्छे ढंग से कर रहे हैं आप| पर भैये ये तो बोलो कि कब्जियत ही क्यूँ?www.navincchaturvedi.blogspot.comhttps://www.blogger.com/profile/07881796115131060758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-52630731299283616752011-05-12T04:08:49.777-04:002011-05-12T04:08:49.777-04:00गंध मुझको मिल सके सोते हुए या जागते
उस चमन की अब ...गंध मुझको मिल सके सोते हुए या जागते <br />उस चमन की अब रही दरकार मेरे दोस्तो <br />चंद काँटे तो चुभेंगे फूल चुनने को " समीर " <br />पाप जड़ से ही मिटे इस बार मेरे दोस्तो <br /><br />बहुत सुन्दर भाव,अनुपम विचार.<br />बेहतरीन प्रस्तुति के लिए बहुत बहुत आभार.<br />मेरे ब्लॉग पर आप आतें हैं तो बहुत अच्छा लगता है.Rakesh Kumarhttps://www.blogger.com/profile/03472849635889430725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-56387930213088351722011-05-12T03:58:18.239-04:002011-05-12T03:58:18.239-04:00"किस कदर जीवन बिके बेमोल सा बाज़ार में
आदमी ह..."किस कदर जीवन बिके बेमोल सा बाज़ार में<br />आदमी ही बन गया हथियार मेरे दोस्तो<br />ये निशानी थी कभी ईमान की या धर्म की<br />खादी में हैं घुस गये गद्दार मेरे दोस्तो.."<br />satya kaha sameer ji, maine kabhi kuch panktiyan kahi thi aaj aap ko suna deta hu,<br />"ऐ देश के लफंगों नेता तुम्ही हो कल के,<br />ये देश है तुम्हारा, खा जाओ इसको तल के||"- मानस खत्रीAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-6949415257506648772011-05-11T22:35:51.625-04:002011-05-11T22:35:51.625-04:00अच्छी रचनाअच्छी रचनाArvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-1243999600782687142011-05-11T20:14:48.056-04:002011-05-11T20:14:48.056-04:00भ्रष्ट खुद हो और जो दे साथ नित ही भ्रष्ट का
दंड...भ्रष्ट खुद हो और जो दे साथ नित ही भ्रष्ट का <br />दंडनीय हैं दोनों के किरदार मेरे दोस्तो <br /><br />कितना अर्थपूर्ण लिखा आपने...बदलाव की उम्मीद दूसरों से ही क्यों .... हमारी भागीदारी की भी सोचें.... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-12714677652837004832011-05-11T13:25:48.232-04:002011-05-11T13:25:48.232-04:00!!!@@@!!!@@@राजा कुमारेन्द्र सिंह सेंगरhttps://www.blogger.com/profile/16515288486352839137noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-68245750577490945302011-05-11T13:05:38.158-04:002011-05-11T13:05:38.158-04:00bahut achcha likhe.bahut achcha likhe.mridula pradhanhttps://www.blogger.com/profile/10665142276774311821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-6133012480144079112011-05-11T13:01:47.519-04:002011-05-11T13:01:47.519-04:00"चंद काँटे तो चुभेंगे फूल चुनने को " सम..."चंद काँटे तो चुभेंगे फूल चुनने को " समीर " <br /><br />पाप जड़ से ही मिटे इस बार मेरे दोस्तो".....<br /><br />.....आमीन, समीर जी संघर्ष करो, हम तुम्हारे साथ है.<br /><br />"जिसका कुछ आकार न प्रकार मेरे दोस्तों,<br />कर रहा है कौन ? कारोबार मेरे दोस्तों,<br />कल तलक दुश्वार था, बदकार था,फ़टकार था,<br />शिष्ट का आचार ! भृष्टाचार !! मेरे दोस्तों."<br /><br />-http://aatm-manthan.comMansoor ali Hashmihttps://www.blogger.com/profile/09018351936262646974noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-70494292828695077562011-05-11T13:01:22.279-04:002011-05-11T13:01:22.279-04:00"चंद काँटे तो चुभेंगे फूल चुनने को " सम..."चंद काँटे तो चुभेंगे फूल चुनने को " समीर " <br /><br />पाप जड़ से ही मिटे इस बार मेरे दोस्तो".....<br /><br />.....आमीन, समीर जी संघर्ष करो, हम तुम्हारे साथ है.<br /><br />"जिसका कुछ आकार न प्रकार मेरे दोस्तों,<br />कर रहा है कौन ? कारोबार मेरे दोस्तों,<br />कल तलक दुश्वार था, बदकार था,फ़टकार था,<br />शिष्ट का आचार ! भृष्टाचार !! मेरे दोस्तों."<br /><br />-http://aatm-manthan.comMansoor ali Hashmihttps://www.blogger.com/profile/09018351936262646974noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-88327186959992209882011-05-11T10:44:59.819-04:002011-05-11T10:44:59.819-04:00"चंद काँटे तो चुभेंगे फूल चुनने को " समी..."चंद काँटे तो चुभेंगे फूल चुनने को " समीर " <br />पाप जड़ से ही मिटे इस बार मेरे दोस्तो"<br /><br />सही कहा है आपने..<br />फूल के साथ काँटे मुफ्त मिलते है... <br />सुन्दर और सार्थक ग़ज़ल ...!***Punam***https://www.blogger.com/profile/01924785129940767667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-25058562329592782292011-05-11T09:52:37.058-04:002011-05-11T09:52:37.058-04:00ये निशानी थी कभी ईमान की या धर्म की
खादी में ह...ये निशानी थी कभी ईमान की या धर्म की <br />खादी में हैं घुस गये गद्दार मेरे दोस्तो...<br /><br />लाज़वाब गज़ल...हरेक शेर एक सटीक टिप्पणी..आभारKailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-74784712578009961142011-05-11T09:47:52.410-04:002011-05-11T09:47:52.410-04:00किस कदर जीवन बिके बेमोल सा बाज़ार में
आदमी ही ...किस कदर जीवन बिके बेमोल सा बाज़ार में <br />आदमी ही बन गया हथियार मेरे दोस्तो<br /><br />मान्यवर इस ग़ज़ल को पढ़ कर लगातार तालियाँ बजा रहे हैं...आपको सुनाई पड़ी या नहीं...अगर नहीं तो और जोर से बजाएं????...अगर तालियाँ नहीं सुनाई पड़ रहीं तो फिर हाल भरपूर दिली दाद से काम चलायें...बहुत कमाल की ग़ज़ल कह गए हैं आप...वाह..वाह वाह करने जैसी...<br /><br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-16336392630396887482011-05-11T05:06:07.633-04:002011-05-11T05:06:07.633-04:00Sundar Gazal.
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तीन भूत और चार चुड़ैले...Sundar Gazal.<br /><br />............<br /><b><a href="http://ts.samwaad.com/" rel="nofollow">तीन भूत और चार चुड़ैलें।!</a></b><br /><a href="http://za.samwaad.com/" rel="nofollow">14 सप्ताह का हो गया ब्लॉग समीक्षा कॉलम।</a>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-77982531082917110602011-05-11T01:42:21.911-04:002011-05-11T01:42:21.911-04:00अच्छे लेखन की चर्चा सर्वत्र होती रहती है..बधाइयाँ....अच्छे लेखन की चर्चा सर्वत्र होती रहती है..बधाइयाँ.KK Yadavhttps://www.blogger.com/profile/05702409969031147177noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-70079407213387437882011-05-11T00:35:00.677-04:002011-05-11T00:35:00.677-04:00बेहतरीन गज़ल ।बेहतरीन गज़ल ।रजनीश तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/10545458923376138675noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-58139935949162516562011-05-11T00:08:24.205-04:002011-05-11T00:08:24.205-04:00आशा है,यह संजीवनी रामदेवजी की मुहिम में ब्लॉगर मित...आशा है,यह संजीवनी रामदेवजी की मुहिम में ब्लॉगर मित्रों के सहयोग के काम आएगी।शिक्षामित्रhttps://www.blogger.com/profile/15212660335550760085noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-66128251094219450312011-05-10T23:00:58.525-04:002011-05-10T23:00:58.525-04:00अन्तिम शेर बहुत ही मौजूँ है आपकी इस गजल का।अन्तिम शेर बहुत ही मौजूँ है आपकी इस गजल का।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-27388174570172025602011-05-10T21:37:32.778-04:002011-05-10T21:37:32.778-04:00प्रेरणादायी ग़ज़ल जिसमें आशा का नवसंचार निहित है औ...प्रेरणादायी ग़ज़ल जिसमें आशा का नवसंचार निहित है और निहितार्थ भी। एक मुक्तक शेयर करने का मन बन गया।<br /><br />हर मुश्किल का हल निकलेगा,<br />आज नहीं तो कल निकलेगा।<br />भोर से पहले किसे पता था,<br />सूरज से काजल निकलेगा।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-12316543479133682852011-05-10T21:33:16.355-04:002011-05-10T21:33:16.355-04:00खेल अब व्यापार बन गयाखेल अब व्यापार बन गयाअजेयhttps://www.blogger.com/profile/05605564859464043541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-61198977104498359412011-05-10T14:56:14.331-04:002011-05-10T14:56:14.331-04:00प्रजातंत्र क्या है भेड़ो की जमात है
भ्रस्टाचार की...प्रजातंत्र क्या है भेड़ो की जमात है <br />भ्रस्टाचार की देखो काली रात है <br />नेता ही तो देश का लुटेरा है यहाँ <br />संसद में उल्लुओं का डेरा है यहाँ .....समीर जी आप का उत्साहवर्धन ही मेरे लिए ब्लॉग लिखने की प्रेरणा है ! आप की टिप्पणी के लिए साधुवाद..शिवम मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/05735837563611848231noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-53856454695268802442011-05-10T14:31:24.422-04:002011-05-10T14:31:24.422-04:00लाजवाब!!!लाजवाब!!!VIVEK VK JAINhttps://www.blogger.com/profile/15128320767768008022noreply@blogger.com