tag:blogger.com,1999:blog-23257105.post6471096963283544743..comments2024-03-04T07:12:33.254-05:00Comments on उड़न तश्तरी ....: गालियों का सामाजिक महत्व एवं भाषा में उनकी उपयोगिताUdan Tashtarihttp://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-5741407807431334922019-05-14T03:38:09.970-04:002019-05-14T03:38:09.970-04:00सटीक आलेखसटीक आलेखJyoti kharehttps://www.blogger.com/profile/02842512464516567466noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-73360416572246012182019-05-13T12:24:36.001-04:002019-05-13T12:24:36.001-04:00आपकी इस पोस्ट को आज की बुलेटिन भरतनाट्यम की प्रसिद...आपकी इस पोस्ट को आज की बुलेटिन <a href="https://bulletinofblog.blogspot.com/2019/05/101th-birthanniversary-tanjore-balasaraswati.html" rel="nofollow">भरतनाट्यम की प्रसिद्ध नृत्यांगना टी. बालासरस्वती जी की 101वीं जयंती और ब्लॉग बुलेटिन</a> में शामिल किया गया है। <b>कृपया एक बार आकर हमारा मान ज़रूर बढ़ाएं,,, सादर .... आभार।।</b>HARSHVARDHAN https://www.blogger.com/profile/15717143838847827989noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-27639755991759746542019-05-13T05:53:24.822-04:002019-05-13T05:53:24.822-04:00आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (14...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (14-05-2019) को <a href="javascript:void(0);" rel="nofollow"> "लुटा हुआ ये शहर है" (चर्चा अंक- 3334) </a> पर भी होगी।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-63026703578713266662019-05-13T03:36:02.455-04:002019-05-13T03:36:02.455-04:00वैसे भी गालियो का सामाजिक मह्त्व के साथ साथ अब तो ...वैसे भी गालियो का सामाजिक मह्त्व के साथ साथ अब तो राजनैतिक महत्व भी बढ गया है <br />और फिर हमारा देश इस बात पर गर्व भी तो कर सकता है कि वह विश्व में सबसे बडा गाली उत्पादक देश है <br /><br />बेहतरीन अंदाज़ M VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-81985539427275195312019-05-12T23:24:01.577-04:002019-05-12T23:24:01.577-04:00बहुत खूब !! बिना एक भी गाली का उपयोग किये, गाली क...बहुत खूब !! बिना एक भी गाली का उपयोग किये, गाली के सभी प्रकार और आयाम अवतरित कर डाले। साथ ही किसी व्यक्ति के अंतर- बाहिर व्यक्तितव का अंतर्द्वंद विभिन्न परिस्थितियों में उसकी भाषा बहुत खूबसूरती से व्यक्त किया है ! इतना ही नहीं गाली का सांस्कृतिक पर्यवेक्ष भी संदर्भित किया है। यह आपकी उत्कृष्ट लेखनी का प्रतीक है |<br /><br />लिखते रहिये, लिखते रहिये, ....अगले लेख के इंताजर में .... Gyan Vigyan Saritahttps://www.blogger.com/profile/02399349025176628380noreply@blogger.com