tag:blogger.com,1999:blog-23257105.post5946754531163453081..comments2024-03-04T07:12:33.254-05:00Comments on उड़न तश्तरी ....: अगले जनम मोहे बेटवा न कीजो...Udan Tashtarihttp://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comBlogger131125tag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-69415561715873790342016-07-22T03:26:34.792-04:002016-07-22T03:26:34.792-04:00मुझे लडकी बना दे
काश उपर वाला मुझे लडकी बना दे
और...मुझे लडकी बना दे<br /><br />काश उपर वाला मुझे लडकी बना दे<br />और फिर मुझे एक लड़की की माँ बना दे |<br />वो सकून, वो , वो दर्द, कोई मुझे भी दिला दे,<br />कोई मुझे एक लड़की के कपडे ही पहना दे ||<br />मैं भी उसे अपने गर्भ में रखती , उसको महसूस करती<br />मेरी सांसो से साँस लेती , उस की बातो को महसूस करती<br />और नहीं तो कोई मुझे माँ का अस्तित्व ही समझा दे ||<br /><br />हर दिन मैं उसका सपना अपनी उसका सपना देखती<br />वो दिन भी गिनती जब वो इस संसार को देखती<br />कब वो आये कब मुझे माँ बुलाये<br />कोई अपनी बेटी मुझे एक दिन के लिए उधार देदे<br />वो न हो सके तो मुझे माँ कहने का अधिकार देदे<br /><br />मैं अब असे ही मानता हूँ आज उसका जनम हो गया<br />मेरा एक सपना सपने में ही आज झूठ सा सुच हो गया<br />उस को देख देख कर हँसती, फिर उसको सिने से लगा लेती<br />कितनी प्यारी गुडिया है , उसके माथे पर कला टिका लगा देती<br />हे असमान हे धरती आप ही मुझे महसूस कर व दो<br />कोई तो सुने मेरी पुकार मुझे एक लड़की बना दे ||<br /><br />हे असमान हर नजरो से से कह दो मेरी पुकार<br />हर आदमी से कह दो मेरी ये सदा<br />हर मनुष्य से कह दो जो सोचते है मेरी बेटी को ?<br />कोई तो मुझे इन को बंद करने का अधिकार दिला दो<br />ये न हो सके तो मुझे इस धरती से उठा दो<br /><br />काश उपर वाला मुझे लडकी बना दे<br />और फिर मुझे एक लड़की की माँ बना दे |sameer yadavhttps://www.blogger.com/profile/13502357924683775857noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-73858322344351828072016-07-22T03:17:15.897-04:002016-07-22T03:17:15.897-04:00मुझे लडकी बना दे
काश उपर वाला मुझे लडकी बना दे
और...मुझे लडकी बना दे<br /><br />काश उपर वाला मुझे लडकी बना दे<br />और फिर मुझे एक लड़की की माँ बना दे |<br />वो सकून, वो , वो दर्द, कोई मुझे भी दिला दे,<br />कोई मुझे एक लड़की के कपडे ही पहना दे ||<br />मैं भी उसे अपने गर्भ में रखती , उसको महसूस करती<br />मेरी सांसो से साँस लेती , उस की बातो को महसूस करती<br />और नहीं तो कोई मुझे माँ का अस्तित्व ही समझा दे ||<br /><br />हर दिन मैं उसका सपना अपनी उसका सपना देखती<br />वो दिन भी गिनती जब वो इस संसार को देखती<br />कब वो आये कब मुझे माँ बुलाये<br />कोई अपनी बेटी मुझे एक दिन के लिए उधार देदे<br />वो न हो सके तो मुझे माँ कहने का अधिकार देदे<br /><br />मैं अब असे ही मानता हूँ आज उसका जनम हो गया<br />मेरा एक सपना सपने में ही आज झूठ सा सुच हो गया<br />उस को देख देख कर हँसती, फिर उसको सिने से लगा लेती<br />कितनी प्यारी गुडिया है , उसके माथे पर कला टिका लगा देती<br />हे असमान हे धरती आप ही मुझे महसूस कर व दो<br />कोई तो सुने मेरी पुकार मुझे एक लड़की बना दे ||<br /><br />हे असमान हर नजरो से से कह दो मेरी पुकार<br />हर आदमी से कह दो मेरी ये सदा<br />हर मनुष्य से कह दो जो सोचते है मेरी बेटी को ?<br />कोई तो मुझे इन को बंद करने का अधिकार दिला दो<br />ये न हो सके तो मुझे इस धरती से उठा दो<br /><br />काश उपर वाला मुझे लडकी बना दे<br />और फिर मुझे एक लड़की की माँ बना दे |Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-5103893380109469922016-07-22T03:12:09.115-04:002016-07-22T03:12:09.115-04:00मुझे लडकी बना दे
काश उपर वाला मुझे लडकी बना दे
और...मुझे लडकी बना दे<br /><br />काश उपर वाला मुझे लडकी बना दे<br />और फिर मुझे एक लड़की की माँ बना दे |<br />वो सकून, वो , वो दर्द, कोई मुझे भी दिला दे,<br />कोई मुझे एक लड़की के कपडे ही पहना दे ||<br />मैं भी उसे अपने गर्भ में रखती , उसको महसूस करती<br />मेरी सांसो से साँस लेती , उस की बातो को महसूस करती<br />और नहीं तो कोई मुझे माँ का अस्तित्व ही समझा दे ||<br /><br />हर दिन मैं उसका सपना अपनी उसका सपना देखती<br />वो दिन भी गिनती जब वो इस संसार को देखती<br />कब वो आये कब मुझे माँ बुलाये<br />कोई अपनी बेटी मुझे एक दिन के लिए उधार देदे<br />वो न हो सके तो मुझे माँ कहने का अधिकार देदे<br /><br />मैं अब असे ही मानता हूँ आज उसका जनम हो गया<br />मेरा एक सपना सपने में ही आज झूठ सा सुच हो गया<br />उस को देख देख कर हँसती, फिर उसको सिने से लगा लेती<br />कितनी प्यारी गुडिया है , उसके माथे पर कला टिका लगा देती<br />हे असमान हे धरती आप ही मुझे महसूस कर व दो<br />कोई तो सुने मेरी पुकार मुझे एक लड़की बना दे ||<br /><br />हे असमान हर नजरो से से कह दो मेरी पुकार<br />हर आदमी से कह दो मेरी ये सदा<br />हर मनुष्य से कह दो जो सोचते है मेरी बेटी को ?<br />कोई तो मुझे इन को बंद करने का अधिकार दिला दो<br />ये न हो सके तो मुझे इस धरती से उठा दो<br /><br />काश उपर वाला मुझे लडकी बना दे<br />और फिर मुझे एक लड़की की माँ बना दे |sameer yadavhttps://www.blogger.com/profile/13502357924683775857noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-83412487946167517842016-07-22T03:11:29.498-04:002016-07-22T03:11:29.498-04:00मुझे लडकी बना दे
काश उपर वाला मुझे लडकी बना दे
और...मुझे लडकी बना दे<br /><br />काश उपर वाला मुझे लडकी बना दे<br />और फिर मुझे एक लड़की की माँ बना दे |<br />वो सकून, वो , वो दर्द, कोई मुझे भी दिला दे,<br />कोई मुझे एक लड़की के कपडे ही पहना दे ||<br />मैं भी उसे अपने गर्भ में रखती , उसको महसूस करती<br />मेरी सांसो से साँस लेती , उस की बातो को महसूस करती<br />और नहीं तो कोई मुझे माँ का अस्तित्व ही समझा दे ||<br /><br />हर दिन मैं उसका सपना अपनी उसका सपना देखती<br />वो दिन भी गिनती जब वो इस संसार को देखती<br />कब वो आये कब मुझे माँ बुलाये<br />कोई अपनी बेटी मुझे एक दिन के लिए उधार देदे<br />वो न हो सके तो मुझे माँ कहने का अधिकार देदे<br /><br />मैं अब असे ही मानता हूँ आज उसका जनम हो गया<br />मेरा एक सपना सपने में ही आज झूठ सा सुच हो गया<br />उस को देख देख कर हँसती, फिर उसको सिने से लगा लेती<br />कितनी प्यारी गुडिया है , उसके माथे पर कला टिका लगा देती<br />हे असमान हे धरती आप ही मुझे महसूस कर व दो<br />कोई तो सुने मेरी पुकार मुझे एक लड़की बना दे ||<br /><br />हे असमान हर नजरो से से कह दो मेरी पुकार<br />हर आदमी से कह दो मेरी ये सदा<br />हर मनुष्य से कह दो जो सोचते है मेरी बेटी को ?<br />कोई तो मुझे इन को बंद करने का अधिकार दिला दो<br />ये न हो सके तो मुझे इस धरती से उठा दो<br /><br />काश उपर वाला मुझे लडकी बना दे<br />और फिर मुझे एक लड़की की माँ बना दे |sameer yadavhttps://www.blogger.com/profile/13502357924683775857noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-10107378743726082022016-07-22T03:11:06.204-04:002016-07-22T03:11:06.204-04:00मुझे लडकी बना दे
काश उपर वाला मुझे लडकी बना दे
और...मुझे लडकी बना दे<br /><br />काश उपर वाला मुझे लडकी बना दे<br />और फिर मुझे एक लड़की की माँ बना दे |<br />वो सकून, वो , वो दर्द, कोई मुझे भी दिला दे,<br />कोई मुझे एक लड़की के कपडे ही पहना दे ||<br />मैं भी उसे अपने गर्भ में रखती , उसको महसूस करती<br />मेरी सांसो से साँस लेती , उस की बातो को महसूस करती<br />और नहीं तो कोई मुझे माँ का अस्तित्व ही समझा दे ||<br /><br />हर दिन मैं उसका सपना अपनी उसका सपना देखती<br />वो दिन भी गिनती जब वो इस संसार को देखती<br />कब वो आये कब मुझे माँ बुलाये<br />कोई अपनी बेटी मुझे एक दिन के लिए उधार देदे<br />वो न हो सके तो मुझे माँ कहने का अधिकार देदे<br /><br />मैं अब असे ही मानता हूँ आज उसका जनम हो गया<br />मेरा एक सपना सपने में ही आज झूठ सा सुच हो गया<br />उस को देख देख कर हँसती, फिर उसको सिने से लगा लेती<br />कितनी प्यारी गुडिया है , उसके माथे पर कला टिका लगा देती<br />हे असमान हे धरती आप ही मुझे महसूस कर व दो<br />कोई तो सुने मेरी पुकार मुझे एक लड़की बना दे ||<br /><br />हे असमान हर नजरो से से कह दो मेरी पुकार<br />हर आदमी से कह दो मेरी ये सदा<br />हर मनुष्य से कह दो जो सोचते है मेरी बेटी को ?<br />कोई तो मुझे इन को बंद करने का अधिकार दिला दो<br />ये न हो सके तो मुझे इस धरती से उठा दो<br /><br />काश उपर वाला मुझे लडकी बना दे<br />और फिर मुझे एक लड़की की माँ बना दे |Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-55201080149140969332016-07-22T03:10:25.490-04:002016-07-22T03:10:25.490-04:00मुझे लडकी बना दे
काश उपर वाला मुझे लडकी बना दे
और...मुझे लडकी बना दे<br /><br />काश उपर वाला मुझे लडकी बना दे<br />और फिर मुझे एक लड़की की माँ बना दे |<br />वो सकून, वो , वो दर्द, कोई मुझे भी दिला दे,<br />कोई मुझे एक लड़की के कपडे ही पहना दे ||<br />मैं भी उसे अपने गर्भ में रखती , उसको महसूस करती<br />मेरी सांसो से साँस लेती , उस की बातो को महसूस करती<br />और नहीं तो कोई मुझे माँ का अस्तित्व ही समझा दे ||<br /><br />हर दिन मैं उसका सपना अपनी उसका सपना देखती<br />वो दिन भी गिनती जब वो इस संसार को देखती<br />कब वो आये कब मुझे माँ बुलाये<br />कोई अपनी बेटी मुझे एक दिन के लिए उधार देदे<br />वो न हो सके तो मुझे माँ कहने का अधिकार देदे<br /><br />मैं अब असे ही मानता हूँ आज उसका जनम हो गया<br />मेरा एक सपना सपने में ही आज झूठ सा सुच हो गया<br />उस को देख देख कर हँसती, फिर उसको सिने से लगा लेती<br />कितनी प्यारी गुडिया है , उसके माथे पर कला टिका लगा देती<br />हे असमान हे धरती आप ही मुझे महसूस कर व दो<br />कोई तो सुने मेरी पुकार मुझे एक लड़की बना दे ||<br /><br />हे असमान हर नजरो से से कह दो मेरी पुकार<br />हर आदमी से कह दो मेरी ये सदा<br />हर मनुष्य से कह दो जो सोचते है मेरी बेटी को ?<br />कोई तो मुझे इन को बंद करने का अधिकार दिला दो<br />ये न हो सके तो मुझे इस धरती से उठा दो<br /><br />काश उपर वाला मुझे लडकी बना दे<br />और फिर मुझे एक लड़की की माँ बना दे |sameer yadavhttps://www.blogger.com/profile/13502357924683775857noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-20399297620277319402013-05-08T09:13:21.723-04:002013-05-08T09:13:21.723-04:00बहुत खुल कर और खूब लिखा | पढ़कर अच्छा लगा | आभार
...बहुत खुल कर और खूब लिखा | पढ़कर अच्छा लगा | आभार <br /><br />कभी यहाँ भी पधारें और लेखन भाने पर अनुसरण अथवा टिपण्णी के रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें | <br /><a href="http://www.tamasha-e-zindagi.blogspot.in" rel="nofollow">Tamasha-E-Zindagi</a><br /><a href="http://www.facebook.com/tamashaezindagi" rel="nofollow">Tamashaezindagi FB Page</a><br />Tamasha-E-Zindagihttps://www.blogger.com/profile/01844600687875877913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-65564615298012884552013-04-25T08:05:46.118-04:002013-04-25T08:05:46.118-04:00:(:(
PRANAM.:(:(<br /><br /><br />PRANAM.सञ्जय झाhttps://www.blogger.com/profile/08104105712932320719noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-20249139432620715362011-06-24T12:44:56.864-04:002011-06-24T12:44:56.864-04:00http://sameekshaamerikalamse.blogspot.com/2011/06/...http://sameekshaamerikalamse.blogspot.com/2011/06/blog-post_16.html<br /><br />main yahan se pahuncha aapke blog tak..kya shaandaar pakad hai aapki haasya-vyangya pe..aap itne bade hain mujhse..main kya kahun..<br /><br />bas yahi hai ki mujhe pahle hi aana chahiye tha yahan..<br /><br />:):)अर्यमन चेतस पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/15427185873094948562noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-32704735837263787992008-10-05T15:46:00.000-04:002008-10-05T15:46:00.000-04:00आपने सचमुच कमाल की बात लिखी है. मज़ा आ गया. बहुत ही...आपने सचमुच कमाल की बात लिखी है. मज़ा आ गया. बहुत ही सरल और सुबोध भाषा है आपकी. आज पहली बार आपके ब्लोग पे आया था. अच्छा लगा.Raghvendrahttps://www.blogger.com/profile/03821369800280276205noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-43753439750061547312008-09-25T08:04:00.000-04:002008-09-25T08:04:00.000-04:00aap to bete hi bane rahen is me hi aapki v purusho...aap to bete hi bane rahen is me hi aapki v purushon ki bhalaaee hai, han,aapka pata subir ji ke blog se mila,main net par naya hun unko sandesh dene ki koshish nakam rahi ho ske to aage ka sandesh untak pahuncha den<BR/>सुबीर जी हिन्दयुग्म पर भी आपको देखा अच्छा काम कर रहें हैं आप पर जैसे केवल परमात्मा ही पूरण है हम सभी के ध्यान se कुछ छूट जाता है मई ख़ुद छंद का विद्यार्थी हूँ अगर बुरा न लगे तो इसे यूँ देखें <BR/>पहले मिसरे में बनकर के ,के खामखा याने भरती का लगता है भीड़ बनकर ही अगर चलता रहा तू भीड़ में <BR/>एक दिन हाँ देखना ख़ुद गुमशुदा हो जायेगा या जो आपने पास किया मी.सानी वो भी ठीक है मिसरा उला देख लें ,यश दीपAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-14316419521520651142008-09-10T07:47:00.000-04:002008-09-10T07:47:00.000-04:00समीर जी,मुझे एक खुशगवार काम सौंपा गया था। जो मैंने...समीर जी,<BR/>मुझे एक खुशगवार काम सौंपा गया था। जो मैंने पूरा कर लिया है। कृपया मेरे व्लॉग <A HREF="http://mathurakalauny.blogspot.com/" REL="nofollow">कच्चा चिट्ठा</A> पर जायें वहॉं आपके लिये एक तोहफा है।मथुरा कलौनीhttps://www.blogger.com/profile/08652709661569445696noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-88592702873008849052008-09-09T08:32:00.000-04:002008-09-09T08:32:00.000-04:00vah bahut hi majedar post laga. aapki vyangya me m...vah bahut hi majedar post laga. aapki vyangya me mujhe apni kahani dikhi.media scanhttps://www.blogger.com/profile/05388321474538844467noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-79210259078282071652008-08-27T23:43:00.000-04:002008-08-27T23:43:00.000-04:00बहुत सुंदर व्यंग है बधाई आपकी मूल्यवान टिप्पणी क...बहुत सुंदर व्यंग है बधाई आपकी मूल्यवान टिप्पणी के लिए हार्दिक धन्यबाद .....कृपया नियमित आगमन बनाए रखेंप्रदीप मानोरियाhttps://www.blogger.com/profile/07696747698463381865noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-85946567499121309672008-08-27T14:27:00.000-04:002008-08-27T14:27:00.000-04:00Naariyal ka sandhi vigrhah :-Nari + real !Arthat j...Naariyal ka sandhi vigrhah :-<BR/>Nari + real !<BR/>Arthat jo real main na ho par real lage aur achhaa khasa aadmee bhee raghunath ho jaye. Hai ke nahi. Hum bhee isee chaakkar main raghunath ho gaye aur naariyal kisaan kee beti (violet) se sandhi kar baithe jiskee sandhee vigrah hona impossibil lag raha hai. Let me try. And if not wahat can I do ? Only cry.बवालhttps://www.blogger.com/profile/11131413539138594941noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-17426635247688578302008-08-23T06:28:00.000-04:002008-08-23T06:28:00.000-04:00समीरभाईसमय की मारामारी में आपकी ये पोस्ट पढ़ने से ...समीरभाई<BR/>समय की मारामारी में आपकी ये पोस्ट पढ़ने से रह गई थी। अद्भुत कृति है सर। आज मेरे साथ मेरे न्यूजरूम के सारे साथियों ने भी पढ़ी। आपकी व्यथा के साथ हुलस-हुलस कर व्यथित होते रहे। <BR/>सबकी यही अरज कि अगले जमन मोहे बेटवा न कीजो। <BR/>और उस समय न्यूजरूम की अकेली लड़की बस मुस्कुरा रही थी।Batangadhttps://www.blogger.com/profile/08704724609304463345noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-70418344393735442542008-08-21T05:49:00.000-04:002008-08-21T05:49:00.000-04:00हा हासच में मजेदार पोस्ट,साथ ही अनुपम सोचमजा आ गया...हा हा<BR/>सच में मजेदार पोस्ट,साथ ही अनुपम सोच<BR/>मजा आ गया<BR/>माफ किजियेगा,पर आपका टॉपिक उड़ाने वाला हूँ।aarseehttps://www.blogger.com/profile/13270855138365991859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-9386997643473738852008-08-21T00:26:00.000-04:002008-08-21T00:26:00.000-04:00बहुत ही अच्छा लगा । हालाँकि मैं आज पहली बार आपके ब...बहुत ही अच्छा लगा । हालाँकि मैं आज पहली बार आपके ब्लॉग पर यात्रा कर रहा हूँ । पर सच में इतना खुश हूँ इस रचना को पढनें के बाद की कम से कम उस समय में जब सरकार से लेकर भगवन और यहाँ तक कि क्षिक्षा प्रणाली तक इन लड़कियों के हव भाव पर फ़िदा है , ऐसी स्थिति में लडकों के समस्याओं को चित्रित कर लोगों को सोचनें के लिए विवस किया ।<BR/> धन्यवाद् !anilpandeyhttps://www.blogger.com/profile/05876319724339061912noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-40177580499241676272008-08-19T18:59:00.000-04:002008-08-19T18:59:00.000-04:00एक एक शब्द में दर्द छलकाया है आपने... बस कभी जाम न...एक एक शब्द में दर्द छलकाया है आपने... बस कभी जाम नहीं उठाया, नहीं तो आज हाथ से छोड़ता नहीं... आह! इस दोहरी मानसिकता को कोई तो समझे. लोग यहाँ भी इस यथार्थ को व्यंग समझे जा रहे हैं !Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-30636018805675438092008-08-16T14:10:00.000-04:002008-08-16T14:10:00.000-04:00kyaa khoob likhe ho janaab.mubaarakabaad kabool fa...kyaa khoob likhe ho janaab.<BR/><BR/>mubaarakabaad kabool faramaayenAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-53593302177359762532008-08-16T14:09:00.000-04:002008-08-16T14:09:00.000-04:00भाई,एक सप्ताह के अन्तराल के पश्चात आपका यह आकलन पढ़...भाई,<BR/>एक सप्ताह के अन्तराल के पश्चात आपका यह आकलन पढ़ा. एक बेनाम अनुभूति को सहज अभिव्यक्ति देकर आपने कितने दिलों को छू कर उनमें भावनात्मक हलचल मचा दी है इसका आपको शायद अन्दाज़ा भी नहीं रहा होगा.<BR/><BR/>ज़िन्दगी की गलियों में बिखरे हुए विषयों को गंभीरता से उठाकर उन्हें हल्की गुदगुदी का कलेवर देकर परोसना, यह आपके ही बस की बात है.<BR/><BR/>सादर अभिवादनराकेश खंडेलवालhttps://www.blogger.com/profile/08112419047015083219noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-82085241559306451372008-08-16T14:06:00.000-04:002008-08-16T14:06:00.000-04:00zindagee kee gambheerataa ko seedhe dhamg se kahan...zindagee kee gambheerataa ko seedhe dhamg se kahane kaa aapakaa yah andaaz jahaan ek or muskuraane ko vivash karataa hai, vaheen doosaree or jeevan kee visangatiyon ko jaahir karataa hai. ham sabhee dohare maapadand rakhe huen hain. ve chaahe hamaare agraj hon yaa anuj.<BR/><BR/>khoobasooratee se baat kahane ke liye badhaaIAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-28869868717997679602008-08-16T07:10:00.000-04:002008-08-16T07:10:00.000-04:00Apki post se jyada to pallavi trivedi kee aakhri l...Apki post se jyada to pallavi trivedi kee aakhri line lotpot kar gai... <BR/>-----------------------------------<BR/>pallavi trivedi ने कहा… <BR/>आपके दर्द से तो हम भी रो पड़े...हमारा कोई भाई नहीं है तो हमें नर और नारी दोनों दर्दों से रूबरू होना पड़ा!स्टेशन से चाचा को लिवा कर लाना फिर आकर उनके लिए रोटी बनाना....क्या क्या बताएं. अब हम भगवन से क्या प्रार्थना करें...गाय ढोर बना दे अगली बार प्रभु...<BR/><BR/>8/08/2008 11:33:00 अपराह्न<BR/>-----------------------------------Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-33568892627353512532008-08-14T01:21:00.000-04:002008-08-14T01:21:00.000-04:00समीर जी,बहुत बढिया हास्य लेख और सारे पहलू उधेड डाल...समीर जी,<BR/><BR/>बहुत बढिया हास्य लेख और सारे पहलू उधेड डाले आपने...बिटवा होने के घाटे पर.. मजा आ गयाMohinder56https://www.blogger.com/profile/02273041828671240448noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-25845470553622525502008-08-13T14:16:00.000-04:002008-08-13T14:16:00.000-04:00samir ji kya mauj ki mehfil sazi hai aapne.sajate ...samir ji kya mauj ki mehfil sazi hai aapne.sajate rahiye hum aate rahenge.ajmate rahenge apkoRam Dwivedihttps://www.blogger.com/profile/08446059774727863939noreply@blogger.com