tag:blogger.com,1999:blog-23257105.post5471851533345800387..comments2024-03-04T07:12:33.254-05:00Comments on उड़न तश्तरी ....: आप जलूल आना.....चोनू!!Udan Tashtarihttp://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comBlogger91125tag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-42590299813438663722011-05-26T07:06:29.822-04:002011-05-26T07:06:29.822-04:00इस पोस्ट को आज ही पढ़ने का मौका मिला...हमाले लिए छ...इस पोस्ट को आज ही पढ़ने का मौका मिला...हमाले लिए छोकगीत नहीं मदूछाला गाने जलूल आइएगा :)मीनाक्षीhttps://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-72068734405114033202011-05-23T23:49:10.365-04:002011-05-23T23:49:10.365-04:00शायद हम ही अपने समस्त देशवासियों सहित शेष दुनिया क...शायद हम ही अपने समस्त देशवासियों सहित शेष दुनिया की तुलना में अत्यधिक संवेदनशील लोगों की श्रेणी में आते हों ।<br /><br />खैर वहाँ शोक भाषण उस समय भले ही न हो पाया हो यहाँ तो सदा के लिये बढिया हास्य-व्यंग हो ही गयाSushil Bakliwalhttps://www.blogger.com/profile/08655314038738415438noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-13657365941429336652009-06-26T13:53:19.378-04:002009-06-26T13:53:19.378-04:00चलो एडवांस में बोल दे रहे हैं, हमारी शोक सभा के लि...चलो एडवांस में बोल दे रहे हैं, हमारी शोक सभा के लिए कुरता पजामा धुलवा के, प्रेस करवा के रखियेगा और एक अच्छी सी कविता भी लिख लाइयेगा!Waterfoxhttps://www.blogger.com/profile/04083355344717381265noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-55606533409469912522009-06-24T08:10:57.086-04:002009-06-24T08:10:57.086-04:00jab hmare yha event menegar ho skte hai terhvi me,...jab hmare yha event menegar ho skte hai terhvi me,to vo din dur nhi ?jab yh sabhyta bhi aa jay.<br />bhrhal man ko chu gai post aapki lekhni bandhe rkhti hai .<br />abharशोभना चौरेhttps://www.blogger.com/profile/03043712108344046108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-43672487511322094832009-06-24T00:40:03.780-04:002009-06-24T00:40:03.780-04:00समीर भाई, आपके इस संस्मरण ने मुझे संजीदा कर दिया. ...समीर भाई, आपके इस संस्मरण ने मुझे संजीदा कर दिया. मौत तो शाश्वत है. जो आया है, जायेगा ही. हम अपने देश में, रीति-रिवाजों, संस्कारों की आड़ में क्या क्या करने-सहने को मजबूर हो जाते हैं. मरने वाले का कट्टर दुश्मन भी घडियाली आंसू लेकर उपस्थित हो जाता है. सारी जिंदगी आलोचना करने वाले भी ऐसे अवसर ऐसी प्रशंसा तथा सराहना के पुल बांधने लगते हैं कि लगता है मृतक से इन कभी अनबन नहीं रही . वहां ठीक है कि कुछ लोगों को निम्न्त्र्ण देकर बुलाया जाता है. आप वहां मौजूद हैं, सोचें, क्या इतना समय होता है कि न चाहते हुए भी जाएँ ही. यहाँ तो किसी को खांसी भी आ जाये तो मर्जी न मर्जी देखने जाना अनिवार्य है. मैं दूसरी बहस में पड़ गया. आपने मेरे लेख पर अपनी सम्वेदना का इज़हार किया, आप मेरे साथ हैं, यह एहसास दिलाने का शुक्रिया.सर्वत एम०https://www.blogger.com/profile/15168187397740783566noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-83877990655849994812009-06-23T22:52:42.833-04:002009-06-23T22:52:42.833-04:00यह भी अजब गजब बात बताई आपने और इसमें भी हास्य निका...यह भी अजब गजब बात बताई आपने और इसमें भी हास्य निकाल ही लिया. यही आपकी तारीफ है.साधवीhttps://www.blogger.com/profile/06549365039326445325noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-81962052533290809342009-06-23T20:04:27.474-04:002009-06-23T20:04:27.474-04:00अरे साहब वहां तो यही हाल है और बहुत जल्द यहां भी य...अरे साहब वहां तो यही हाल है और बहुत जल्द यहां भी यही होने वाला है लेकिन यहां अभी तक इन्विटेशन की नौबत नही आयी है।<br /><br />लेकीन ज़रा झगडा होने पर दुसरे के गम और खुशी मे शरीक नही हो रहे है.....काशिफ़ आरिफ़/Kashif Arifhttps://www.blogger.com/profile/09323578684464948830noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-7788248790615499732009-06-23T13:46:05.170-04:002009-06-23T13:46:05.170-04:00पंच लाइन तो बढ़िया लगी
वैसे भारत में भी कुछ कुछ ऐ...पंच लाइन तो बढ़िया लगी<br /><br />वैसे भारत में भी कुछ कुछ ऐसा ही होने लगा है।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-12278058238287835162009-06-23T10:30:39.200-04:002009-06-23T10:30:39.200-04:00padh kar thoda dar laga.jis tarah se hamaara desh ...padh kar thoda dar laga.jis tarah se hamaara desh pashchim unmukh ho raha hai,kahin isi tarah ki sanwedanshunyata hamaare yahaan bhi to nahin aa jayegi!अर्चनाhttps://www.blogger.com/profile/13916920569285303890noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-15318798561624983802009-06-23T07:49:23.500-04:002009-06-23T07:49:23.500-04:00वाह,मरने की बातें भी मुस्कान ला सकती हैं आज देखा।
...वाह,मरने की बातें भी मुस्कान ला सकती हैं आज देखा।<br />हम भी सोच रहे हैं कि मरने के बहाने ही ब्यूटी पार्लर जाया जाए। परिवार को बता देंगे कि हम भी सजधज कर चिता पर चढेंगे। नही, बिजली की भट्टी में घुसेंगे। <br />घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-74033600260493247282009-06-23T05:48:45.571-04:002009-06-23T05:48:45.571-04:00समीर भाई....क्या कहें हंसते हंसते बुरा हाल हो गया....समीर भाई....क्या कहें हंसते हंसते बुरा हाल हो गया.....लाजवाब लिखा है आपने....एकदम लाजवाब !!!!<br /><br />लेकिन यह केवल व्यंग्य नहीं है....पश्चिमी सभ्यता का बढ़िया परिचय दिया आपने....<br /><br />अपने यहाँ विधवाएं बेचारी हुआ करती हैं....वहां तो कब्रिस्तान से ही दूसरा हमसफ़र मिल जाता है तो फिर बिचारियों का सजना धजना लाजिमी है.रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-7756005773942067142009-06-23T04:58:08.964-04:002009-06-23T04:58:08.964-04:00समीर जी,
आपके मनोभाव समझ में आ रहे हैं। जहॉं वश न ...समीर जी,<br />आपके मनोभाव समझ में आ रहे हैं। जहॉं वश न चले स्थिति को सकारात्मक रूप में ले लें। अगली बार के लिये कम से कम आपका कॉस्ट्यूम तो तैयार है।मथुरा कलौनीhttps://www.blogger.com/profile/08652709661569445696noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-57935381290831607692009-06-23T04:51:44.030-04:002009-06-23T04:51:44.030-04:00काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार वे पांच चीजे हैं जिन्...काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार वे पांच चीजे हैं जिन्हें हमारे यहाँ त्यागने की बात सुनते आये हैं हम. किन्तु पश्चिम मोह से छूट गया दीखता है. <br />आपको पढ़कर, Father's Day, Mother's Day...का मतलब और ठीक से समझ आता है. यहाँ तो हर रोज़ ही हरेक का होता आया है, क्यों वहां कम से कम एक दिन तो किसी के लिए रखना ही पड़ता है... <br />विश्वास और पक्का होने लगता है कि हम तो गंवार ही भले भाई...Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-67335974345095439052009-06-23T04:41:13.073-04:002009-06-23T04:41:13.073-04:00हम पर तो संवेदनशील होने के आरोप गाहे बगाहे लगते ही...<b>हम पर तो संवेदनशील होने के आरोप गाहे बगाहे लगते ही रहते है.. आप भी इस तरह लिखने लगे?? अनूप जी डंडा लेकर आते ही होंगे... कुश</b><br />हम आये लेकिन डंडा है ही नहीं सो अपना सा मुंह लिये वापस जा रहे हैं।अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-21923830934824746902009-06-23T03:32:50.522-04:002009-06-23T03:32:50.522-04:00अच्छा लिखा है. आपने साफ़ शब्दो मे अच्छा बताया है कि...अच्छा लिखा है. आपने साफ़ शब्दो मे अच्छा बताया है कि एक हिन्दुस्तानी दुसरो के कल्चर के बारे मे किस तरह से सोचता है. साधु सधु..................Ancorehttps://www.blogger.com/profile/03981607668207596789noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-14729767287025593472009-06-23T03:32:10.436-04:002009-06-23T03:32:10.436-04:00emotions to wahaan par bhi hai...inki kuch fimo me...emotions to wahaan par bhi hai...inki kuch fimo me,aur usse zyada aham,inki kai serials me emotions ka aisa behtareen potrayal dekhne ko mila ki bharatiy serials sab sharmaa jaaye...kahin na kahin wo jazbaati pahloo to hoga....shayad ab poori tarah se dabta jaa raha hai...<br />sach ye hai ki India me bhi kisi bahut bade parivaar me death ho to shayad nazaara aisa ho jaaye,wahaan parivartan kuch zyada aa gayaa hai...unfortunate hai,par kya kare...Sajal Ehsaashttps://www.blogger.com/profile/03532103149883910427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-54018647466257693802009-06-23T03:08:02.496-04:002009-06-23T03:08:02.496-04:00लेखन के बारे में क्या कहें? वो तो ज़बरदस्त है ही.
...लेखन के बारे में क्या कहें? वो तो ज़बरदस्त है ही.<br /><br />हाँ, यहाँ संस्कृति का मज़ाक नहीं बल्कि उससे जुड़ी तथाकथित संवेदनाओं (?) की बात हो रही है. अगर सबकुछ बाई इनविटेशन ही हो तो फिर संवेदना कैसी?<br /><br />तब तो किसी की संवेदना भी लौटा देंगे भाई लोग. यह कहते हुए कि; "मैंने तो आपको संवेदना प्रकट करने के लिए इनवाईट नहीं किया. आपने क्यों प्रकट की?"Shivhttps://www.blogger.com/profile/05417015864879214280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-16958042478577404362009-06-23T01:36:30.240-04:002009-06-23T01:36:30.240-04:00हमारे देश में भी धीरे धीरे लोग अपनी संस्कृति को भू...हमारे देश में भी धीरे धीरे लोग अपनी संस्कृति को भूल रहे है । रही बात कनाडा में इस तरह के व्यवहार की तो इसमे आश्चर्य की बात संभव है,क्योंकि हम ने कभी ऐसा नही किया है । जानकारी ही बचाव है का फार्मूला हमें आज ही से अपनाना होगा .........Saiyed Faiz Hasnainhttps://www.blogger.com/profile/11475873328296499990noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-90812243354072589982009-06-23T01:03:23.862-04:002009-06-23T01:03:23.862-04:00दुनिया कितनी तेजी से बदल रही है ..सब भाव इमोशन खतम...दुनिया कितनी तेजी से बदल रही है ..सब भाव इमोशन खतम होते जा रहे हैं ..आने वाला वक़्त और भी लगता है डरवाना सा होगा ...रंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-75057105865100427772009-06-22T23:49:07.819-04:002009-06-22T23:49:07.819-04:00समीर भाई
आपका अंदाजे बयां कमाल का . क्या सचमुच भ...समीर भाई <br />आपका अंदाजे बयां कमाल का . क्या सचमुच भारत और कनाडा के लोगों के व्यवहार में इतना अंतर.Prem Farukhabadihttps://www.blogger.com/profile/05791813309191821457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-22482016408972433092009-06-22T18:18:54.185-04:002009-06-22T18:18:54.185-04:00ब्रिटेन में तो इससे बुरी हालत है ।<i><br />ब्रिटेन में तो इससे बुरी हालत है ।<br /></i>डा० अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/09556018337158653778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-63655937271306101242009-06-22T16:59:07.111-04:002009-06-22T16:59:07.111-04:00समीर जी ,
कहानी बेहद अच्छी लगी।
उषा वर्मासमीर जी ,<br />कहानी बेहद अच्छी लगी।<br />उषा वर्माउषा वर्माhttps://www.blogger.com/profile/09266318304869221215noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-29980893077243016012009-06-22T16:56:30.050-04:002009-06-22T16:56:30.050-04:00समीर जी आपकी कहानी ने मन को झकझोर दिया ।
अत्यंत हृ...समीर जी आपकी कहानी ने मन को झकझोर दिया ।<br />अत्यंत हृदयग्राही। इधर मैने कुछ नहीं लिखा,कारण अन्य व्यस्तताएं,ब्लाग बहुत समय मांगता हैं.<br />उषा वर्माउषा वर्माhttps://www.blogger.com/profile/09266318304869221215noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-26191852410152807492009-06-22T14:26:53.795-04:002009-06-22T14:26:53.795-04:00यंहा भी हाल कम बुरा नही है समीर जी बतायेंगे किसी द...यंहा भी हाल कम बुरा नही है समीर जी बतायेंगे किसी दिन फ़ुरसत में।बाकी आपने जो लिखा वो एक टीस छोड़ गया है मन में।Anil Pusadkarhttps://www.blogger.com/profile/02001201296763365195noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-45937313817255032842009-06-22T14:13:50.585-04:002009-06-22T14:13:50.585-04:00अजब तमाशा है इससे तो बढ़िया अपना भारत है
शव डाह म...अजब तमाशा है इससे तो बढ़िया अपना भारत है <br />शव डाह में ४ घंटा लगता है मगर ये नौटंकी तो नहीं होती <br />भगवान् बचाए <br />वीनस केसरीवीनस केसरीhttps://www.blogger.com/profile/08468768612776401428noreply@blogger.com