tag:blogger.com,1999:blog-23257105.post5028670508287957640..comments2024-03-04T07:12:33.254-05:00Comments on उड़न तश्तरी ....: अनुगूँज: हिन्दुस्तान अमरीका बन जाये तो कैसा होगा!!Udan Tashtarihttp://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comBlogger28125tag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-23052678986408439202007-08-07T11:09:00.000-04:002007-08-07T11:09:00.000-04:00समीर जी हम देर आये पर दुरुस्त आये, क्योंकि इतना अच...समीर जी हम देर आये पर दुरुस्त आये, क्योंकि इतना अच्छा लिखा आपने पढ़ने से छूटा नहीं कहने को अब बचा भी कुछ नहीं सभी पाठकों ने बहुत कुछ कहा और बहुत अच्छा कहा, फिर भी भी हम कह ही देतें हैं कि आप ने ये बहुत अच्छा विषय चुना और बहुत गहरा कटाक्ष किया है हमेशा यूँ ही नये-नये विषयों पर लिखते रहिये हमारी शुभकामनायें आपके साथ हैं.Dr.Bhawna Kunwarhttps://www.blogger.com/profile/11668381875123135901noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-6898358786153614232007-08-07T00:02:00.000-04:002007-08-07T00:02:00.000-04:00वाह!!! क्या कल्पना है ...मज़ा आ गया पढ़ के ..एक ओर...वाह!!! क्या कल्पना है ...मज़ा आ गया पढ़ के ..एक ओर हँसाने वाली आपकी मज़ेदार <BR/>रचना ....:)बधाई!रंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-30187251393517291652007-08-05T16:27:00.001-04:002007-08-05T16:27:00.001-04:00अनूप भाईबहुत आभार हमेशा की तरह हौसला बढ़ाने का.आलोक...<B>अनूप भाई</B><BR/><BR/>बहुत आभार हमेशा की तरह हौसला बढ़ाने का.<BR/><BR/><B>आलोक पुराणीक जी</B><BR/><BR/>सही कह रहे हैं आप बिल्कुल. <BR/><BR/><BR/><B>सुजाता जी</B><BR/><BR/>हौसला बढ़ाने और रचना पसंद करने का बहुत आभार. आती रहें यूँ ही. <BR/><BR/><BR/><B>दिव्याभ भाई</B><BR/><BR/>बहुत आभार पसंद करने का.<BR/><BR/><BR/><B>संजय पटेल भाई</B><BR/><BR/>हा हा, काश!! हुआ तो आपकी सारी मांगे मंजूर. :)<BR/><BR/>बहुत शुक्रिया पसंद करने का.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-73716879151085334262007-08-05T16:27:00.000-04:002007-08-05T16:27:00.000-04:00जीतू भाईवाह वाह!! बहुत मजा तो तब आया जब जीतू भाई क...<B>जीतू भाई</B><BR/><BR/>वाह वाह!! बहुत मजा तो तब आया जब जीतू भाई को मजा आ गया. और लाया जायेगा अभी तो लिमिट लगी थी ५ पाईंट की. आभार पसंद करने का.<BR/><BR/><B>परमजीत भाई</B><BR/><BR/>पसंद करने के लिये आभार. <BR/><BR/><B>गरिमा जी</B><BR/><BR/>अरे, फिर भी कोशिश करें कुछ नई बात निकलेगी. :) आपके पधारने का आभार. हौसला बढ़ाती रहें.<BR/><BR/><BR/><B>अंकुर भाई</B><BR/><BR/>चलो, अच्छा हुआ. उद्देश्य पूरा हुआ. बहुत धन्यवाद.<BR/><BR/><B>अमित भाई</B><BR/><BR/>सही नाम सजेस्ट किये. :)<BR/><BR/>संजय भाई का अब शंका समाधान हो गया होगा.<BR/>:)<BR/><BR/>हौसला बढ़ाने का आभार.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-89757463046042513562007-08-05T16:26:00.001-04:002007-08-05T16:26:00.001-04:00संजय भाईअरे भाई, यह तो हास्य व्यंग्य में सिर्फ विष...<B>संजय भाई</B><BR/><BR/>अरे भाई, यह तो हास्य व्यंग्य में सिर्फ विषयाधारित कल्पना की जा रही है. परेशान न हों, हमारी तमन्ना तो यह है कि शायद आप अमरीका में ही हर चौराहों पर आरती होते देखें जिस हिसाब से उनका भारत के प्रति रुझान बढ़ रहा है.<BR/><BR/>आपकी बातों से सहमत हूँ.<BR/><BR/><BR/><B>सत्येन्द्र भाई</B><BR/><BR/>आप को आनन्द आया, अच्छा लगा. आभार.<BR/><BR/><B>पंकज</B><BR/><BR/>अरे वाह, बहुत धन्यवाद कहूँ. :)<BR/><BR/><B>संजीत</B><BR/><BR/>बहुत शुक्रिया.<BR/><BR/><B>संजय भाई</B><BR/><BR/>हा हा!! माफी मांगू मंत्री. :) बहुत धन्यवाद पसंद करने का.<BR/><BR/><BR/><B>सुरेश भाई</B><BR/><BR/>पाँच बातों पर बेरियर लगा था न भाई, फिर माईनस मार्किंग. पसंद करने का आभार.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-42238058286584882782007-08-05T16:26:00.000-04:002007-08-05T16:26:00.000-04:00अरुण भाईअरे भाई, यह तो हास्य व्यंग्य में सिर्फ विष...<B>अरुण भाई</B><BR/><BR/>अरे भाई, यह तो हास्य व्यंग्य में सिर्फ विषयाधारित कल्पना की जा रही है. परेशान न हों, शायद आप अमरीका में ही हर चौराहों पर आरती होते देखें जिस हिसाब से उनका भारत के प्रति रुझान बढ़ रहा है.<BR/><BR/><BR/><B>अनुराग भाई</B><BR/><BR/>आभार.<BR/><BR/><BR/><B>लक्ष्मी जी</B><BR/><BR/>लतीफा बढ़िया है. हा हा!! आभार.<BR/><BR/><BR/><B>ज्ञानदत्त जी</B><BR/><BR/>हमने देख लिया है कि आपने इस काम्पटीशन के लिये समय निकाल लिया है हमारी रेक्यूवेस्ट पर तो आभार और समीर लाल स्टाईल टिप्पणी के लिये अनेकों आभार. :)<BR/><BR/><B>प्रमेन्द्र</B><BR/><BR/>अच्छा हुआ हमने नीचे वाली लाईन लिख दी थी, है न!! :)<BR/><BR/>बहुत धन्यवाद रचना को चकाचक घोषित करने के लिये.<BR/><BR/><B>प्रेम जी</B><BR/><BR/>बस ऐसे ही आते रहें, हौसला बना रहेगा. :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-65371115832720789462007-08-04T13:31:00.000-04:002007-08-04T13:31:00.000-04:00दादा...झन्नाट स्टफ़ दिया ...कहीं आपको सोनिया जी यू....दादा...झन्नाट स्टफ़ दिया ...कहीं आपको सोनिया जी यू.एस. में भारत का राजदूत नियुक्त न कर दें.और कुछ हो न हो आपके कार्यकाल में हम हिन्दी ब्लाँगर (ग़रीब)भाई - भैन न्यूयार्क में एक सम्मेलन ज़रूर कर लेंगे. और अभी हाल में जो हुआ उससे कहीं अच्छा करेंगे.(प्रतिनिधि मण्डल में मेरा ध्यान रखना जी)जैसी सबकी चेती ..आपकी भी चेते.sanjay patelhttps://www.blogger.com/profile/08020352083312851052noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-65867581963421173592007-08-04T12:30:00.000-04:002007-08-04T12:30:00.000-04:00मस्त हो गये सर जी… वाह क्या शैली है…।मस्त हो गये सर जी… <BR/>वाह क्या शैली है…।Divine Indiahttps://www.blogger.com/profile/14469712797997282405noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-42367246676430855442007-08-04T00:13:00.000-04:002007-08-04T00:13:00.000-04:00बहुत खूब लिखा । व्यन्ग्य भी बडे तीखे और मारक है ।...बहुत खूब लिखा । व्यन्ग्य भी बडे तीखे और मारक है ।आपकी व्यन्ग्य मिसाइल अमरीका के पास नही है ।यह खुद का मज़ाक उडा पाना उसके बस की बात नही ।सुजाताhttps://www.blogger.com/profile/10694935217124478698noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-72402951253437670212007-08-03T21:33:00.000-04:002007-08-03T21:33:00.000-04:00भारत अगर अमेरिका हो जायेगा, पाकिस्तान बहुत सलीके स...भारत अगर अमेरिका हो जायेगा, पाकिस्तान बहुत सलीके से पेश आयेगा। भारत से कहेगा, जी कश्मीर का हम तो पूरे ही आपके हैं। पाकिस्तान को चलाने वाले अल्लाह हैं, या अमेरिका है या आर्मी है। अमेरिका के प्रति नमन भाव रहेगा, तो भारत के प्रति दुश्मनी का गमन भाव हो जायेगा।ALOK PURANIKhttps://www.blogger.com/profile/09657629694844170136noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-8510111925271643342007-08-03T13:09:00.000-04:002007-08-03T13:09:00.000-04:00अच्छा है। लेख अच्छा लगा। टिप्पणियां भी। खासकर संजय...अच्छा है। लेख अच्छा लगा। टिप्पणियां भी। खासकर संजय तिवारी की। पाण्डेयजी लिखे तो अच्छा है।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-50085372160910297742007-08-03T06:54:00.000-04:002007-08-03T06:54:00.000-04:00वाह जी वाह, छा गए!! :)अभी हम व्यस्त हैं अपने यहाँ ...वाह जी वाह, छा गए!! :)<BR/><BR/><I>अभी हम व्यस्त हैं अपने यहाँ आ रही बाढ़ों के नामकरण में-कटरीना, रीता और न जाने क्या क्या.</I><BR/><BR/>अजी नहीं, नाम यूँ होते; जनता-नाशिनी, सर्वस्व-नाशिनी.... ;)<BR/><BR/><B>@संजय बेंगाणी</B><BR/><I>सरकार को एक माफी मांगु मंत्री रखना पड़ेगा. जो बिजली जाते ही माफी माँगे, यानी दिन में पाँच बार. :)</I><BR/><BR/>संजय भाई, दो दिन बाद वो मंत्री नौकरी से ही माफ़ी माँग जाएगा!! ;) आप भूल गए कि मंत्रियों को काम करना पसंद नहीं, वह भी वो जिसमें ऊपर की कमाई न हो!! ;)Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-53397233809556064322007-08-03T06:15:00.000-04:002007-08-03T06:15:00.000-04:00जबरदस्त लिखा. व्यंग्य बाणो से हंसा हंसा कर लोट पोट...जबरदस्त लिखा. व्यंग्य बाणो से हंसा हंसा कर लोट पोट कर दिया. हा! हा!! हा!!!अंकुर गुप्ताhttps://www.blogger.com/profile/11895780087694607022noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-88460842377364296722007-08-03T05:45:00.000-04:002007-08-03T05:45:00.000-04:00"सुबह ९-१० बजे दफ्तर में होगा कौन? गिरा लो बिल्डीं..."सुबह ९-१० बजे दफ्तर में होगा कौन? गिरा लो बिल्डींग. कोई मरा ही नहीं. <BR/>कई बार तो मुझे लगता है कि बिल्डींग में हवाई जहाज घुसे, उसके पहले ही हवाई जहाज की इत्ती तेज आवाज से ही बिल्डींग गिर जायेगी और हवाई जहाज उड़ते हुये दूसरी तरफ निकल जायेगा. लो फिर हवाई जहाज का भी कोई नहीं मरा."<BR/>"मुझे लगता है कि हमारा राष्ट्रपति भी तो मैचिंग ही होता. लालू जी कैसे रहेंगे? और करना भी क्या है. कुछ उल-जलुल काम. कुछ बम पटाखे फोड़ने वाले आदेश और बाकी समय किसी कन्ट्री साईड में छुट्टी पर."<BR/><BR/>अब कुछ रहने को रहा ही कहा.. :)गरिमाhttps://www.blogger.com/profile/12713507798975161901noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-40010473427650401582007-08-03T04:32:00.000-04:002007-08-03T04:32:00.000-04:00समीर जी,पढ़्कर मजा आ गया। सचमुच मान गए आपकी पारखी न...समीर जी,पढ़्कर मजा आ गया। सचमुच मान गए आपकी पारखी नजर को!क्या खूब अमरीका बनाया है हिन्दुस्तान का।परमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-85654127093364490572007-08-03T04:23:00.000-04:002007-08-03T04:23:00.000-04:00गज़ब किए हो गुरुदेव! एकदम सॉलिड। अनछुए हिस्से बयां...गज़ब किए हो गुरुदेव! एकदम सॉलिड। अनछुए हिस्से बयां कर दिए, हम तो आतंकवाद वाला मुद्दा छोड़ दिए थे, लेकिन आप एकदम सॉलिड कवर किए हो।<BR/><BR/>मजा आ गया। लगे रहो गुलफ़ाम। ये अनुगूँज खत्म होने के बाद बाकी के प्वाइन्ट भी लिख डालो, वो का है कि प्वाइन्ट बहुत है, लेकिन माइनस मार्किंग के चक्कर मे सिर्फ़ ५ ही लिखे गए है। है ना?...Jitendra Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/09573786385391773022noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-7574203896576584382007-08-03T03:29:00.000-04:002007-08-03T03:29:00.000-04:00वाह गुरु, सही तस्वीर खींची है, सिर्फ़ एक बात और छूट...वाह गुरु, सही तस्वीर खींची है, सिर्फ़ एक बात और छूट गई कि कुंवारी माँओं की संख्या आज के अमेरिका से कम से कम चार गुनी तो रहेगी ही.. बढिया लेखAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/02326531486506632298noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-25766890119860922172007-08-03T03:03:00.000-04:002007-08-03T03:03:00.000-04:00चुन चुन कर मुद्दे रखे है. हवाई जहाज व रेल वाला प्र...चुन चुन कर मुद्दे रखे है. हवाई जहाज व रेल वाला प्रकरण मजेदार रहा. :) <BR/>सरकार को एक माफी मांगु मंत्री रखना पड़ेगा. जो बिजली जाते ही माफी माँगे, यानी दिन में पाँच बार. :)संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-87743976261473855712007-08-03T03:02:00.000-04:002007-08-03T03:02:00.000-04:00हा हा, मजा आ गया!!खालिस समीराई रचना के लिए बधाई!!हा हा, मजा आ गया!!<BR/>खालिस समीराई रचना के लिए बधाई!!Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-48794623490916229062007-08-03T02:26:00.000-04:002007-08-03T02:26:00.000-04:00आये हाये.. मजा आ गया. खील गए लालाजी इस लेख में तो....आये हाये.. मजा आ गया. खील गए लालाजी इस लेख में तो. :)<BR/><BR/><BR/>बहुत मस्त लिखा है. :)पंकज बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/05608176901081263248noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-39177722738102770512007-08-03T02:19:00.000-04:002007-08-03T02:19:00.000-04:00फिर तो भाई आप पाकिस्तान से उड़न तश्तरी उड़ा रहे हो...फिर तो भाई आप पाकिस्तान से उड़न तश्तरी उड़ा रहे होते। ग़ज़ब की उड़ान भरी है आपने। जबर्दस्त कल्पना। मजा आ गया।Satyendra Prasad Srivastavahttps://www.blogger.com/profile/11602898198590454620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-41576328117013657052007-08-03T01:01:00.000-04:002007-08-03T01:01:00.000-04:00अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव की तैयारियां चल रही हैं. ज...अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव की तैयारियां चल रही हैं. जनता का एक सर्वेक्षण आया है. इसे डव्ल्यूएसजे और एनबीसी ने संयुक्त रूप से 27 से 30 जुलाई के बीच आयोजित किया था. इस सर्वे में 1005 युवक/युवतियों को शामिल किया गया. <BR/><BR/>सवाल पूछा गया-<BR/>आपको अर्थव्यवस्था की कौन सी एक-दो बातें सबसे ज्यादा चिंतित करती हैं - <BR/><BR/>जवाब मिला-<BR/>स्वास्थ्य सेवाओं का खर्च- 44 प्रतिशत<BR/>देश से बाहर जाती नौकरियां - 34 प्रतिशत<BR/>अमीर-गरीब का अंतर- 22 प्रतिशत<BR/>मंहगी उच्च शिक्षा - 17 प्रतिशत<BR/>संघीय बजट घाटा - 16 प्रतिशत<BR/>अच्छी तनख्वाह वाली नौकरियों की कमी- 15 प्र0<BR/>मंहगे घर - 14 प्रतिशत<BR/><BR/>लब्बोलुआब यह कि मंहगाई ने मार रखा है. थोड़ा और तह में जाएं तो कंपनियों की गुलामी बर्दाश्त नहीं. थोड़ा और गहरे उतरें तो अर्थव्यवस्था का यह माडल ठीक नहीं जहां व्यक्ति की आवश्यकताएं और उसकी कीमत कंपनियां तय करती हैं वहां जीना कितना दूभर है. सहज-सरल जीवन कंपनीराज के प्रभाव में आने के बाद कितना दुरूह और जटिल हो जाता है इसके लक्षण इस सर्वे में दिख रहे हैं. <BR/><BR/>पहले कारपोरेशन व्यवसाय के लिए व्यक्ति के लिए सपोर्टिंग गुड्स का कारोबार करके पैसा बनाती थीं. अब वे जीवन के लिए जरूरी क्षेत्रों को अपना व्यावसायिक क्षेत्र बना रही हैं. स्वास्थ्य, भोजन, पानी, शिक्षा और उर्जा अब कारपोरेशन्स के लिए व्यावसाय का विषय हो गया है. यही अमेरिकन मॉडल आफ इकोनामी है.<BR/> <BR/>यह अमेरिकी मॉडल आफ इकोनामी भारत में तेजी से फैल रही है. स्वास्थ्य सेवाएं, बिजली, पानी, शिक्षा, भोजन जैसे मूलभूत आवश्यकताओं को कंपनियों के हवाले किया जा रहा है. तस्वीर क्या होगी आनेवाले सालों में यह आसानी से समझा जा सकता है. <BR/><BR/>अमरीका युद्ध संस्कृति का देश है भारत बुद्ध संस्कृति का देश. अमेरिका भोगवाद का प्रहरी है और भारत योगवाद का साधक. लालू-तालू जैसे लोगों का उदाहरण देकर हिन्दुतान को मजाक में भी अमरीका बनाने का सपना नहीं देखना चाहिए.Sanjay Tiwarihttps://www.blogger.com/profile/13133958816717392537noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-48901693382432101902007-08-03T00:57:00.000-04:002007-08-03T00:57:00.000-04:00सही शैली है । प्रभुजी मान गये आपको :)सही शैली है । प्रभुजी मान गये आपको :)Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-52424244601354328742007-08-02T23:06:00.000-04:002007-08-02T23:06:00.000-04:00चकाचक लिखा है। हमने तो विशेष तौर पर नीचे वाली लाइन...चकाचक लिखा है। <BR/><BR/>हमने तो विशेष तौर पर नीचे वाली लाइन को पढ़ा, अब आप कह रहे है तो विवाद नही करते है। नही तो पूरा मन बना कर आये थे।Pramendra Pratap Singhhttps://www.blogger.com/profile/17276636873316507159noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-87247514343722375662007-08-02T22:26:00.000-04:002007-08-02T22:26:00.000-04:00वैसे तो इस कम्पीटीशन - बिल्डिंग गिराने का नहीं; ले...वैसे तो इस कम्पीटीशन - बिल्डिंग गिराने का नहीं; लेख लिखने का; में भाग लेने का कोई इरादा नहीं. पर अगले 2-3 दिन में डेली पोस्ट के लिये टॉपिक न मिला तो शायद इसी विषय पर घसीट मारें. लिहाजा अपने विचार लिख कर क्या कहें. :)<BR/> <BR/>यह जरूर है कि समीर लाल स्टाइल में टिप्पणी जरूर कर सकते हैं - आप बहुत अच्छा लिखते हैं, बहुत सम्भावनाये हैं और आपसे बहुत उम्मीदें हैं. आप लिखते रहें. हम पढ़ते रहेंगे इत्यादि-इत्यादि! :)Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.com