tag:blogger.com,1999:blog-23257105.post4853362094767713878..comments2024-03-04T07:12:33.254-05:00Comments on उड़न तश्तरी ....: दो भाई, दोनों अलबेलेUdan Tashtarihttp://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comBlogger24125tag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-87558678776231633382007-04-06T11:11:00.000-04:002007-04-06T11:11:00.000-04:00अंत्यत मर्मस्पर्शी कविता , बिल्कुल इस दौर की सच्चा...अंत्यत मर्मस्पर्शी कविता , बिल्कुल इस दौर की सच्चाई को दिखाती हुयी।Dr Prabhat Tandonhttps://www.blogger.com/profile/14781869148419299813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-56895884112957674152007-04-01T21:16:00.000-04:002007-04-01T21:16:00.000-04:00बहुत भावपूर्ण लिखा है लालाजी....बधाईबहुत भावपूर्ण लिखा है लालाजी....बधाईReetesh Guptahttps://www.blogger.com/profile/12515570085939529378noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-1219701850587907952007-03-20T14:44:00.000-04:002007-03-20T14:44:00.000-04:00समीर भाई,आप के व भाई साहब के साथ मेरे श्र्ध्धा विग...समीर भाई,<BR/>आप के व भाई साहब के साथ मेरे श्र्ध्धा विगलित आँसू,<BR/>....." माँ जी " के चरणोँ पे ......<BR/>माँ को बनाया परम कृपालु ईश्वर ने जब उसने सोचा कि " वे हर किसी के पास, किस रुप मेँ रह पाये ? "<BR/>तब " माँ " का रुप ईश्वर की प्रतिच्छाया बन कर,<BR/> उद्`भासित हो गया !<BR/>......श्च्ध्धा सुमन अँजुरि समेटे,<BR/> -- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-69634757649663766682007-03-20T04:04:00.000-04:002007-03-20T04:04:00.000-04:00दिल को दुखाने वाली कोई बात नही है समीर जी... रचना ...दिल को दुखाने वाली कोई बात नही है समीर जी... रचना वही जो दिल को छू जाये... और कवि वही बनते हैं जो दर्द को महसूस कर सकते है और इस का दूसरों को एहसास भी करा सकते हैंMohinder56https://www.blogger.com/profile/02273041828671240448noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-8390460267399185352007-03-20T03:51:00.000-04:002007-03-20T03:51:00.000-04:00नहीं समीर जी ग्लानि या दिल दुखाने वाली बात क्यों क...नहीं समीर जी ग्लानि या दिल दुखाने वाली बात क्यों करते हैं ये तो वो हकीकत है जो हम सब जानते हैं यही सृष्टि का नियम है और जब दिल दुखता है तो शब्द भी रोते हैं मैंने भी इस दर्द का महसूस किया है चाहे वो मेरी दादी माँ के या बुआ माँ के जाने हो अन्तिम दर्शन तक नहीं कर पायी दूर रहने के कारण, मैंने भी अपने ब्लॉग में अपना दर्द उकेरा है। आप लिखते रहिये इस बार वादा है आँसू नहीं आयेगे, आये भी तो आपको पता नहीं चलेगा खुश :) :)Dr.Bhawna Kunwarhttps://www.blogger.com/profile/11668381875123135901noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-51745767516695922262007-03-19T22:59:00.000-04:002007-03-19T22:59:00.000-04:00कहीं मन के कोने में ये अहसास अभी भी है, आपका लेख प...कहीं मन के कोने में ये अहसास अभी भी है, आपका लेख पढ़ा तो याद आ गया.बहुत खूब.रजनी भार्गवhttps://www.blogger.com/profile/08154642819162396396noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-84511703402145466902007-03-19T19:57:00.000-04:002007-03-19T19:57:00.000-04:00संजय भाई,सच कह रहे हैं. अब लग रहा है ज्यादा ही सें...संजय भाई,<BR/><BR/>सच कह रहे हैं. अब लग रहा है ज्यादा ही सेंटी हो गई है. <BR/><BR/>सबके दिल को दुखा कर बड़ी ग्लानी हो रही है.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-51550366068781744202007-03-19T19:56:00.000-04:002007-03-19T19:56:00.000-04:00तरुण भाईमैं इस तरह की पोस्ट कम ही पोस्ट करता हूँ, ...तरुण भाई<BR/><BR/>मैं इस तरह की पोस्ट कम ही पोस्ट करता हूँ, लिखता जरुर हूँ और आगे से प्रयास करुँगा कि और कम कर दूँ, अब तो मुस्करा दे भाई.. :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-78422747773552250632007-03-19T19:54:00.000-04:002007-03-19T19:54:00.000-04:00आप सबका बहुत आभार, धन्यवाद.किसी को दुख पहुँचाना या...आप सबका बहुत आभार, धन्यवाद.<BR/><BR/>किसी को दुख पहुँचाना या रुलाना मेरा कतई उद्देश्य नहीं था, यह तो जीवन के यथार्थ की अभिव्यक्ति मात्र था. मगर साथ मैं बहुत खुश भी हूँ कि आपने रचना को ध्यान से पढ़ा और उसके मर्म को महसूस किया.<BR/><BR/>आप सबका बहुत धन्यवाद.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-64891702507316969192007-03-19T17:40:00.000-04:002007-03-19T17:40:00.000-04:00माँ का स्थान संसार में कोई नहीं ले सकता। माँ अपने ...माँ का स्थान संसार में कोई नहीं ले सकता। माँ अपने बच्चों का मन पढ लेती है, बिना कहे ही सब समझ जाती है माँ का साथ न हो तो मन की बातें मन में ही रहती हैं कुछ बातें होती हैं जो हम माँ के साथ ही बाँट सकते हैं काश हममें से किसी का, कभी भी, माँ का साथ न छूटा करता पर संसार का नियम हम नहीं बदल सकते, पर काश ऐसा हो पाता!!! आँखे भर आयीं आपकी ये रचना पढकर।Dr.Bhawna Kunwarhttps://www.blogger.com/profile/11668381875123135901noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-14944925060513780342007-03-19T08:49:00.000-04:002007-03-19T08:49:00.000-04:00ज़िन्दगीजो हैएक नदी केकिनारों को जोड़ते पुल की तरहऔर...ज़िन्दगी<BR/>जो है<BR/>एक नदी के<BR/>किनारों को जोड़ते <BR/>पुल की तरह<BR/>और हम लोग<BR/>मह्ज गुजर जाने के लिये हैं<BR/>इस पर से.<BR/>मध्य में<BR/>अगर रुक<BR/>मिला दिये जायें<BR/>प्रावाह में कुछ मोती<BR/>तो पड़ता है फ़र्क<BR/>सिर्फ़<BR/>अपनी ही अनुभूतियों में.राकेश खंडेलवालhttps://www.blogger.com/profile/08112419047015083219noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-51100399613375974272007-03-19T08:16:00.000-04:002007-03-19T08:16:00.000-04:00दिल को छू जाने वाली मार्मिक कविता.कुछ ज्यादा ही 'स...दिल को छू जाने वाली मार्मिक कविता.<BR/><BR/>कुछ ज्यादा ही 'सेंटी' नहीं हो गई?Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-8526213440345809522007-03-19T08:04:00.000-04:002007-03-19T08:04:00.000-04:00samir ji aap ka yah roop bhi bahut hi dil ko chu l...samir ji aap ka yah roop bhi bahut hi dil ko chu lene waala hai ..<BR/>bahut hi sahi laga isko padh ke bahut kuch yaad aa gaya ..रंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-32491532491234366672007-03-19T07:25:00.000-04:002007-03-19T07:25:00.000-04:00दिल को छू लिया.दिल को छू लिया.Poonam Misrahttps://www.blogger.com/profile/08526492616367277544noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-74495302493251118362007-03-19T06:37:00.000-04:002007-03-19T06:37:00.000-04:00भावभीनी रचना !भावभीनी रचना !Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-80013917405640546902007-03-19T05:49:00.000-04:002007-03-19T05:49:00.000-04:00बहुत खूब अभिव्यक्ति है सर. दोनों की वो सुध लेती है...बहुत खूब अभिव्यक्ति है सर. <BR/><BR/>दोनों की वो सुध लेती है <BR/>उनके सुख से सुख लेती है <BR/>फिर देखा संदेशा आता <BR/>दोनों को वो साथ रुलाता.योगेश समदर्शीhttps://www.blogger.com/profile/05774430361051230942noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-13679782998935656922007-03-19T02:48:00.000-04:002007-03-19T02:48:00.000-04:00very realvery realAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-22896790311520131982007-03-19T01:40:00.000-04:002007-03-19T01:40:00.000-04:00बहुत अच्छा, हृदयस्पर्शी,और बहुत सी बातों की ओर ध्य...बहुत अच्छा, हृदयस्पर्शी,<BR/>और बहुत सी बातों की ओर ध्यान दिलाने वाला भी।mkthttps://www.blogger.com/profile/12856096126979971515noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-52775099740313295412007-03-19T00:52:00.000-04:002007-03-19T00:52:00.000-04:00आपने तो सुबह सुबह ही रुला दिया समीर जी.....मां तो ...आपने तो सुबह सुबह ही रुला दिया समीर जी.....मां तो मां ही होती है... मुझे भी अपनी स्वर्गवासी मां की याद आ गयी..दिल को छूने वाली रचनाMohinder56https://www.blogger.com/profile/02273041828671240448noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-82082783361134316912007-03-18T23:14:00.000-04:002007-03-18T23:14:00.000-04:00बड़ी मार्मिक कविता है, सुन्दर लेखबड़ी मार्मिक कविता है, सुन्दर लेखPramendra Pratap Singhhttps://www.blogger.com/profile/17276636873316507159noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-25461606406421074772007-03-18T23:03:00.000-04:002007-03-18T23:03:00.000-04:00जीवन के सत्य को दर्शाती एक सुन्दर कविता।जीवन के सत्य को दर्शाती एक सुन्दर कविता।ePandithttps://www.blogger.com/profile/15264688244278112743noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-86773363574221473602007-03-18T21:57:00.000-04:002007-03-18T21:57:00.000-04:00समीर जी, ऐसी सेंटी टाईप पोस्ट मत लिखा कीजिये। आपकी...समीर जी, ऐसी सेंटी टाईप पोस्ट मत लिखा कीजिये। आपकी ये पोस्ट बिल्कुल यादें के उस गाने की तरह है.... "यादें याद आती हैं"Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-74637619964728657542007-03-18T21:53:00.000-04:002007-03-18T21:53:00.000-04:00ऐसे ही हमारे मन-पुल टूटते चले जाते हैं। शायद यही ज...ऐसे ही हमारे मन-पुल टूटते चले जाते हैं। शायद यही जीवन है।अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-26290780620817388772007-03-18T21:52:00.000-04:002007-03-18T21:52:00.000-04:00ऐसे ही हमारे मन-पुल टूटते चले जाते हैं।ऐसे ही हमारे मन-पुल टूटते चले जाते हैं।अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.com