tag:blogger.com,1999:blog-23257105.post4502263288911662412..comments2024-03-04T07:12:33.254-05:00Comments on उड़न तश्तरी ....: २ जुलाई की वो मोहक शाम..Udan Tashtarihttp://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comBlogger71125tag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-35887444027825113562017-12-31T18:37:06.140-05:002017-12-31T18:37:06.140-05:00सुंदर आलेख के साथ प्रभावशाली काव्यपाठ। बहुत सुंदर!...सुंदर आलेख के साथ प्रभावशाली काव्यपाठ। बहुत सुंदर!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-25910356319194508822009-07-22T13:46:03.414-04:002009-07-22T13:46:03.414-04:00आपने दारल साहब का जिन भारतीय संस्कारों से स्वागत क...आपने दारल साहब का जिन भारतीय संस्कारों से स्वागत किया , कबीले तारीफ है.<br />दारल साहब की पोस्ट से आपकी इस भेट की कुछ ज्यादा ही जानकारी आपके बारे मैं मिली, सो उनको प्रेव्षित टिप्पणी मैं यंहा भी चिपका रहा हूँ, आखिर आप और आप का परिवार ही तो असली हकदार है इस टिपण्णी का....<br />=================<br />"लाल दंपत्ति से मिलकर यही लगा की हमारे अप्रवासी भारतीय मित्र कहीं न कहीं हम स्वदेश में रहने वालों से ज्यादा भारतीय हैं. शायद अपनेपन की क़द्र वही जानते हैं जो अपनों से दूर रहते हैं. यहाँ दिल्ली में रहकर हम कितने स्वकेंद्रित हो गए हैं, इसका अंदाजा आप मेरी एक कविता की इन चाँद पंक्तियों से लगा सकते हैं:<br />मेरी दिल्ली मेरी शान,<br />पर कैसी दिल्ली, कैसी शान <br /><br />यहाँ पडोसी पडोसी अनजान <br />पर ऊपर सबकी जान पहचान <br /><br />झूठी आन बान, <br />शान बने वी आई पी महमान <br /><br />और तेरी गाड़ी मेरी गाड़ी से बड़ी कैसे, <br />सब इस बात से परेशान <br /><br />फिर भी मेरी दिल्ली मेरी शान. "<br /><br />आपके विचार से हालातों को देखकर सहमत होना ही पड़ेगा, किन्तु आर्श्चय इस बात पर कि जो संस्कार हम अपने देश में रह कर त्याग रहे हैं वही संस्कार विदेशों में रह रहे भारतीय बखूबी निभा रहे हैं.......<br />कितना बदल गया देश में देश का इन्सान<br />"संस्कार-झलक" परदेश में पा रहा इन्सान <br />फिर भी समवेत गाते रहे मेरा भारत महान <br /><br />मिलन और यात्रा के बहाने ही सही एक उच्च स्तरीय विषय पर प्रश्न उठाने का हार्दिक आभार.<br />====================<br /><br />समीर जी, आपका और आपके परिवार का हार्दिक आभार भारतीय संस्कारों को विदेश में रह कर भी जीवित रखने हेतुMumukshh Ki Rachanainhttps://www.blogger.com/profile/11100744427595711291noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-43308382797954739652009-07-16T00:26:47.579-04:002009-07-16T00:26:47.579-04:00समीरजी !!!
नमन।
विशेष मैने आज सहज ही महसुस किया क...समीरजी !!!<br /><br />नमन।<br />विशेष मैने आज सहज ही महसुस किया की वास्तव मे 'लालाजी' आप भारत के सच्चे लाल हो कि विदेश मे भारतीय सस्कृति के आप असली प्रतिनिघि हो। आपके बारे मे अक्सर पढ लेता हू कि समीरजी अच्छे स्वभाव,मिलनसार वाले व्यक्तितत्व के धनी है , आज यह बात मै महसुस कर रहा हू। अंतर्मंथन वाले डॉ टी एस दराल साहब, डॉ वर्माजी से आपकी मुलाकात, आपकी मेहमाननवाजी, एवम आपका अपने लोगो के प्रति अथहा स्नेह देख भाई समीरजी मे आत्मविभोर हुआ। समीरभाई! लिखना या किसी को सीख देने वाले तो बहुत देखे है, पर आप ने जो लिखा वो जीवन जिया है। उसे आपने अपने जीवन मे सन्जोया है। यह बात मेने आज आप मे पाई है। प्रेममय,सहृदय,मिलनसार,सुन्दर व्यक्तितत्व के गुणो के मालिक है समीरजी आप! <br />हे प्रभु यह तेरापन्थ आपका इस बात के लिए अभिवादन करते है।<br />डॉ दरालजी, समीरजी, डॉ वर्माजी का मिलना अच्छा लगा।हें प्रभु यह तेरापंथhttps://www.blogger.com/profile/12518864074743366000noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-11923365342378575092009-07-15T10:00:48.125-04:002009-07-15T10:00:48.125-04:00बहुत खूब, जिन लोगों को नियमित पढ़ा जाता है उनसे पहल...बहुत खूब, जिन लोगों को नियमित पढ़ा जाता है उनसे पहली बार मिलने पर प्रायः लगता ही नहीं कि पहली बार मिल रहे हैं! :)<br /><br />जब २ वर्ष पहले <a href="http://hindi.amitgupta.in/2007/11/22/face-to-face-with-flying-saucer/" rel="nofollow">आपसे पहली बार मिलना हुआ था</a> तो कहाँ लगा था कि आपसे पहली बार मिल रहे हैं! :)amithttp://hindi.amitgupta.in/noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-84413927566319704292009-07-14T18:01:29.081-04:002009-07-14T18:01:29.081-04:00Your language often reminds me of Alok Tomar's...Your language often reminds me of Alok Tomar's prose. Subtle, lucid and piercing. I am sure you are unable to respond to so many of your readers, but may I know -- through your profile -- what do you do for a living. I gather from your writing skill that you could have made a decent living and name in your homeland as well. ((Please cut down on self-promotion in the blog site. Too many of self-portraits and agrandisement -- be it in form of pix, illustration or written word -- speak of a Narcissm that can put off gentle readers. I am sorry if it pinched.Hill Goathttps://www.blogger.com/profile/17602386756415628453noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-81124374543082853282009-07-14T14:09:39.105-04:002009-07-14T14:09:39.105-04:00arse baad mohak shaam ko padhna achha laga.......arse baad mohak shaam ko padhna achha laga.......रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-90734595888011897342009-07-14T12:36:34.695-04:002009-07-14T12:36:34.695-04:00दरल साहब को सुनना सुखद लगा .....ऐसी महफिले दिलवालो...दरल साहब को सुनना सुखद लगा .....ऐसी महफिले दिलवालों के यहाँ ही जमती हैं ....यहाँ से इतनी दूर केनेडा में बैठ भी आपने महफ़िल जमा ली ....बहुत खूब ......आप तो लाजवाब इंसान हैं.....!!हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-5918384460287933112009-07-14T10:14:55.337-04:002009-07-14T10:14:55.337-04:00आपके ब्लोग पर टिप्पणी देने के लिये तो बहुत बडी स्क...आपके ब्लोग पर टिप्पणी देने के लिये तो बहुत बडी स्क्रोलिंग करनी पड़ती है । कोई एसा सोफ़्टवेयर कनाडा से भेजिए कि इधर आप पोस्ट लिखे और उधर दन्न से टिप्पणी भी हो जाये । आपकी मेहमान नवाजी किशमत वालों को ही मिलती है ।naresh singhhttps://www.blogger.com/profile/16460492291809743569noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-74479013312650839712009-07-14T09:27:09.191-04:002009-07-14T09:27:09.191-04:00दिलचस्प लगी यह मुलाकात फोटो बढ़िया हैदिलचस्प लगी यह मुलाकात फोटो बढ़िया हैरंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-54751459994251238402009-07-14T07:46:29.819-04:002009-07-14T07:46:29.819-04:00दरल जी को सुनवाने के लिये बहुत धन्यवाद।दरल जी को सुनवाने के लिये बहुत धन्यवाद।मथुरा कलौनीhttps://www.blogger.com/profile/08652709661569445696noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-85510842232802572362009-07-14T07:23:23.341-04:002009-07-14T07:23:23.341-04:00आभासी दुनिया का कोई भी वास्तविकता में मिल जाये तो ...आभासी दुनिया का कोई भी वास्तविकता में मिल जाये तो क्या खुशनुमा अहसास होता होगा.<br />'गरल जी ' की कवितायेँ सुनी..उन्हें हमारा प्रणाम.Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-1460623285442697762009-07-14T07:17:01.606-04:002009-07-14T07:17:01.606-04:00आपने दरल साहब को हम सबको भी सुनवाया, धन्यवाद.आपने दरल साहब को हम सबको भी सुनवाया, धन्यवाद.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-87497412822515357642009-07-14T04:05:07.553-04:002009-07-14T04:05:07.553-04:00क्या कहने क्या कहने।क्या कहने क्या कहने।ALOK PURANIKhttps://www.blogger.com/profile/09657629694844170136noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-62726284355822240732009-07-14T02:06:04.978-04:002009-07-14T02:06:04.978-04:00टेक्नोलोजी देखिये कितनी आगे बढ़ गयी है....दो तीन लो...टेक्नोलोजी देखिये कितनी आगे बढ़ गयी है....दो तीन लोगो की उस लम्हे की दुनिया को सारी दुनिया से रूबरू करा देती है .....डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-53153485301166579872009-07-13T13:53:09.146-04:002009-07-13T13:53:09.146-04:00हमारे नये ब्लॉग चर्चा पर आपका स्वागत है।
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श्री...हमारे नये ब्लॉग चर्चा पर आपका स्वागत है।<br /><br />---<br /><a href="http://www.charchaa.org/2009/prehistoric/yukteshwar.html" rel="follow" rel="nofollow">श्री युक्तेश्वर गिरि के चार युग</a>Vinayhttps://www.blogger.com/profile/08734830206267994994noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-43251468263391705842009-07-13T12:11:12.645-04:002009-07-13T12:11:12.645-04:00अच्छा लगा सुनना -डॉ साहब को कुछ उम्दा खिलाया पिल...अच्छा लगा सुनना -डॉ साहब को कुछ उम्दा खिलाया पिलाया भी तो होगा समीर भाई आपने !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-15988029837608942042009-07-13T11:57:11.542-04:002009-07-13T11:57:11.542-04:00डॉ दरल और डॉ विनोद वर्मा से परिचय अच्छा लगा। सुन त...डॉ दरल और डॉ विनोद वर्मा से परिचय अच्छा लगा। सुन तो न पाये उन्हे अपने नेट की कछुआ गति के चलते! <br />धन्यवाद।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-24395020527458553792009-07-13T11:35:25.243-04:002009-07-13T11:35:25.243-04:00फिलहाल तो देख नहीं पाया। नेट की स्पीड स्लो है।फिलहाल तो देख नहीं पाया। नेट की स्पीड स्लो है।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-82940637955859355382009-07-13T11:10:20.418-04:002009-07-13T11:10:20.418-04:00वाह दरल साब को सुनकर आनंद आ गया . खूब महफ़िल जमी . ...वाह दरल साब को सुनकर आनंद आ गया . खूब महफ़िल जमी . आभारमहेन्द्र मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/00466530125214639404noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-1356274199120531822009-07-13T09:47:34.769-04:002009-07-13T09:47:34.769-04:00बहुत बढ़िया गोष्ठी रही ....आनंद आ गया ...बहुत बढ़िया गोष्ठी रही ....आनंद आ गया ...शेफाली पाण्डेhttps://www.blogger.com/profile/14124428213096352833noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-44388572527249438202009-07-13T09:32:39.165-04:002009-07-13T09:32:39.165-04:00बधाई हो समीर जी, वह इसलिए कि बड़ा दिल रखते हैं और ...बधाई हो समीर जी, वह इसलिए कि बड़ा दिल रखते हैं और जाहिर है कि दिलवालों की संगत हरेक पसंद करता है. चाहे फिर वह भारत हो कि विदेश. आगामी जबलपुर यात्रा में भोपाल रुककर गरीब की कुटिया में भी पधारें तो हम भी बहुत कुछ सुनाने का मंसूबा बाँधे हुए हैं.Atmaram Sharmahttps://www.blogger.com/profile/11944064525865661094noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-73204634887418270592009-07-13T09:24:39.365-04:002009-07-13T09:24:39.365-04:00मुझे तो आपकी पोस्ट से भी अधिक अच्छे आपके फोटो लगते...मुझे तो आपकी पोस्ट से भी अधिक अच्छे आपके फोटो लगते हैं..भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-39645999075751288142009-07-13T09:17:03.165-04:002009-07-13T09:17:03.165-04:00हमने सुना है कि सत्ता लोगों के सिर चढ़ कर बोलती है...हमने सुना है कि सत्ता लोगों के सिर चढ़ कर बोलती है। बुतों की कीमत जितनी होगी, उतने में कई हज़ार दलित परिवारों का भला हो सकता था। इस पर किसी तरीके के अध्ययन की ज़रुरत है। अच्छा, वाजपेयी जी, हमने सुना है आप गोड्डा के हैं। हैं??Manjit Thakurhttps://www.blogger.com/profile/09765421125256479319noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-47359242107512564002009-07-13T09:16:46.358-04:002009-07-13T09:16:46.358-04:00मेहमान नवाज़ी हो तो ऐसी..मेहमान नवाज़ी हो तो ऐसी..Ashish Khandelwalhttps://www.blogger.com/profile/09509723253252348001noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-6614637972221266052009-07-13T09:16:24.712-04:002009-07-13T09:16:24.712-04:00Baba Samiranand Ji! Apki to har blog majedar hoti ...Baba Samiranand Ji! Apki to har blog majedar hoti hai. achha likhna, jyada padhna aur dhansu comment karna koi apse seekhe...Kabhi hamare yahan bhi ayen to khushi hogi.www.dakbabu.blogspot.comhttps://www.blogger.com/profile/04376997074873178876noreply@blogger.com