tag:blogger.com,1999:blog-23257105.post437606088857961977..comments2024-03-04T07:12:33.254-05:00Comments on उड़न तश्तरी ....: आमंत्रण अमेरिका से: एक सुनहरा मौकाUdan Tashtarihttp://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-37974046601606016322007-03-17T02:10:00.000-04:002007-03-17T02:10:00.000-04:00समीर जी...कवि सम्मेलन का आयोजन बढ़िया था! एक बार फ़ि...समीर जी...कवि सम्मेलन का आयोजन बढ़िया था! एक बार फ़िर हो जाए।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-3714367088697961242007-03-16T04:30:00.000-04:002007-03-16T04:30:00.000-04:00हमें कवीताएं आती नहीं, हम तो आपके परस्तार हैं आपकी...हमें कवीताएं आती नहीं, हम तो आपके परस्तार हैं आपकी वाह वाह कहेंगेAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-90724102924128892212007-03-15T10:16:00.000-04:002007-03-15T10:16:00.000-04:00'हिंदी मेरी पहचान' का आपका प्रतीक चिह्न मैंनें तो ...'हिंदी मेरी पहचान' का आपका प्रतीक चिह्न मैंनें तो आज ही देखा। यह एक रचनात्मक कदम है। पिछले दिनों एक कान्फ्रेंस में हिंदी चिट्ठाजगत में व्यक्त भाषिक पहचान पर आपके उदाहरण से ही प्रस्तुति शुरू की थी। ....और लोगों की घंटी झट से बज गई थी।मसिजीवीhttps://www.blogger.com/profile/07021246043298418662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-18371448600329140232007-03-15T01:35:00.000-04:002007-03-15T01:35:00.000-04:00उपवास तोड़ने की अपनी विधि होती है, उसे समय आने पर अ...उपवास तोड़ने की अपनी विधि होती है, उसे समय आने पर अपनो के हाथो तोड़ा जाता है.<BR/>मैंने भी अपना टिप्पीयाने का व्रत आपको कोमेंट कर तोड़ने का निर्णय लिया.<BR/><BR/>सम्भव हुआ तो कवियों को जरूर सुनेंगे.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-31902678439036336912007-03-15T01:10:00.000-04:002007-03-15T01:10:00.000-04:00समीरजी,आज आपसे बात करने का सुख भी अर्जित कर ही लिय...समीरजी,<BR/>आज आपसे बात करने का सुख भी अर्जित कर ही लिया । आपको एवं अनूपजी को इतना अच्छा ई-कार्यक्रम आयोजित एवं प्रचार प्रसार करने के लिये साधुवाद ।<BR/><BR/>ई-कविता की कडी अवश्य दीजियेगा, वैसे कविता की विधा में हमारा हाथ बहुत तंग है लेकिन फ़िर भी हाथ चलाकर तो देखेंगे ।<BR/><BR/>साभार,Neeraj Rohillahttps://www.blogger.com/profile/09102995063546810043noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-4979741412208889722007-03-14T23:37:00.000-04:002007-03-14T23:37:00.000-04:00कविताओं के लिए हम थोडे अनाडी हैं. रूचि भी कम है. आ...कविताओं के लिए हम थोडे अनाडी हैं. रूचि भी कम है. आप लोग इंज्योय करिए.. :)पंकज बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/05608176901081263248noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-8583476931801813452007-03-14T15:26:00.000-04:002007-03-14T15:26:00.000-04:00सोहनी की कहानी को इतिहास गाता रहाआज इतिहास यहां गा...सोहनी की कहानी को इतिहास गाता रहा<BR/>आज इतिहास यहां गाने लगी सोहिनी<BR/>वाणी में विहाग लिये और अनुराग लिये<BR/>स्वर को सजाने लगी आज मनमोहिनी<BR/>आपके समक्ष आके मंच से जो काव्य पढ़े<BR/>गीत में करे है आज गज़लों की बोहनी<BR/>सोनी है कवित्री बड़ी लोग कहें अनिता है<BR/>पर आप मानिये , ये कविता है सोहिनी<BR/> <BR/>-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०<BR/> <BR/> <BR/> <BR/> <BR/>चन्दन की शाखों से गा कर नाग पाश के बंध हटाये<BR/>भैया को रसभरी खीर, भाभी को खट्टी अमिया लाये<BR/>शपथ दिला कर याद प्रीत को न्यौता सुबह शाम भिजवाये<BR/>शत शत नमन करूँ भारत को, पल पल सोम मंच से गाये<BR/> <BR/> <BR/>-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-<BR/> <BR/>ज़िन्दगी है चार दिन की जानते हैं सभी हम<BR/>इसीलिये ज़िन्दगी में प्यार होना चाहिये<BR/>बात जो भी कोई कहे साफ़ साफ़ कही जाये<BR/>नौ नकद,तेरह न उधार होना चाहिये<BR/>स्वर्ण के आभूषणोंकी कामना हो आपको तो<BR/>गढ़ने को एक फिर सुनार्होनाचाहिये<BR/>शिष्ट हास्य सुनना जो चाहें अगर आप सब<BR/>मंच पर कवि सुकुमात होना चाहिये<BR/> <BR/>-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०<BR/> <BR/>एडीसन जायें आप इडली खायें,डोसा खायें<BR/>साथ साथ भेलपूरी खायें ये जरूरी है<BR/>आपकी पसन्द वाला गीत कोई गुनगुनाये<BR/>साथ साथ आप उसके गायें ये जरूरी है<BR/>जर्सी में जायें आप कविता के नाम पर तो<BR/>भार्गवजी चाय भी पिलायें ये जरूरी है<BR/>और जब बेचैन कुँअर जी गीत गयें<BR/>आप झूमें तालियां बजायें ये जरूरी है.<BR/> <BR/><BR/>-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-राकेश खंडेलवालhttps://www.blogger.com/profile/08112419047015083219noreply@blogger.com