tag:blogger.com,1999:blog-23257105.post3679695762045506884..comments2024-03-04T07:12:33.254-05:00Comments on उड़न तश्तरी ....: चिट्ठाकार मिलन: रमन कौल जी पधारे द्वार हमारेUdan Tashtarihttp://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comBlogger32125tag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-15854641917859464472007-05-23T06:42:00.000-04:002007-05-23T06:42:00.000-04:00समीर जी लिखने को शब्द नहीं हैं, पर हँसते-हँसते लोट...समीर जी लिखने को शब्द नहीं हैं, पर हँसते-हँसते लोटपोट हो गये।<BR/>आप सबको ब्लॉग पर देखकर बहुत अच्छा लगा।Dr.Bhawna Kunwarhttps://www.blogger.com/profile/11668381875123135901noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-48509516997009088842007-05-22T05:22:00.000-04:002007-05-22T05:22:00.000-04:00मिलन का बेहद आनंदपूर्ण चित्रण करने के लिए अनेकानेक...मिलन का बेहद आनंदपूर्ण चित्रण करने के लिए अनेकानेक बधाइयां . एक कवि की कविता सुनाने की उत्कंठा कवि ही समझ सकता है . एक खग जाने दूसरे खग की भाषा .Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-9428923731196935522007-05-22T02:28:00.000-04:002007-05-22T02:28:00.000-04:00बहुत अच्छा लगा आपका ये रोचक विवरण ! इसी तरह मिलते ...बहुत अच्छा लगा आपका ये रोचक विवरण ! इसी तरह मिलते मिलाते रहें और हमें अपने खास अंदाज में बताते रहें ।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-30327990405961971832007-05-21T18:29:00.000-04:002007-05-21T18:29:00.000-04:00आप सबका बहुत आभार .पढ़ते रहें पढ़ाते रहें. आते रहें,...आप सबका बहुत आभार .पढ़ते रहें पढ़ाते रहें. आते रहें, बुलाते रहें. धन्यवाद, मन आनन्दित है आप सबकी टिप्पणियां पाकर.<BR/><BR/>:)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-46741187098051872422007-05-21T13:30:00.000-04:002007-05-21T13:30:00.000-04:00समीर जी, बाहूत अछा लगा ये जानकर कि आपने इतने प्रेम...समीर जी, बाहूत अछा लगा ये जानकर कि आपने इतने प्रेम भाव से अपने चिठ्टठाकार मित्र का स्वागत किया…Geehttps://www.blogger.com/profile/10115781717096712010noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-36941314541085771542007-05-20T00:51:00.000-04:002007-05-20T00:51:00.000-04:00अच्छा, अब हमें भी पता चल गया है कि आप मेहमानों के ...अच्छा, अब हमें भी पता चल गया है कि आप मेहमानों के लिए क्या क्या शस्त्रास्त्र तैयार रखते हैं। कभी हमारा आपसे मिलना हुआ (उम्मीद है जल्द ही हो) तो हम इन बातों को याद रखेंगे। हम भी प्रत्यस्त्र तैयार करेंगे।<BR/><BR/>जनाब, बहोत मज़ेदार लेख! अच्छा लगा।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-52788455672545731952007-05-19T22:24:00.000-04:002007-05-19T22:24:00.000-04:00बहुत ही अच्छा विवरण किया है। फोटो बहुत अच्छी है। इ...बहुत ही अच्छा विवरण किया है। फोटो बहुत अच्छी है। इस बार नही तो अगली बार सुना लीजियेगा कविता।mamtahttps://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-80661652192127855622007-05-19T13:10:00.000-04:002007-05-19T13:10:00.000-04:00आपका यह लेख पढ कर हमने तो एक ईयर प्लग खरीदने का मन...आपका यह लेख पढ कर हमने तो एक ईयर प्लग खरीदने का मन बना लिया ताकि जब भी कभी कविता सुनने का मूड न हो तो कान मेँ उसे लगा कर बस मुँडी हिला कर ही काम बन जाये......Mohinder56https://www.blogger.com/profile/02273041828671240448noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-31818643063163331412007-05-19T09:43:00.000-04:002007-05-19T09:43:00.000-04:00आपकी योजना पर असफल होने पर मुझे आपसे सहानुभूति है ...आपकी योजना पर असफल होने पर मुझे आपसे सहानुभूति है :-)<BR/>परंतु मैं विश्वास दिलाता हूँ कि मैं जब कनाडा आऊँगा तो आपके आस आकर कविता ज़रूर सुनूँगा और देखियेगा चूँ भी नहीं करूँगा :-)Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-77797650498294587792007-05-19T09:19:00.000-04:002007-05-19T09:19:00.000-04:00हम्म रमण जी बच ही निकले। हमें आपसे हमदर्दी है। :)च...हम्म रमण जी बच ही निकले। हमें आपसे हमदर्दी है। :)<BR/><BR/>चिट्ठाकार-मिलन का मजेदार वर्णन किया आपने।ePandithttps://www.blogger.com/profile/15264688244278112743noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-18467589927379189502007-05-19T08:11:00.000-04:002007-05-19T08:11:00.000-04:00समीर भाईविश्वस्त सूत्रानुसार रमन भाई बहुत अच्छे मे...समीर भाई<BR/><BR/>विश्वस्त सूत्रानुसार रमन भाई बहुत अच्छे मेजबान हैं, और इनकी मित्र मँडली भी अच्छी श्रोतागण हैं।Atul Arorahttps://www.blogger.com/profile/00089994381073710523noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-52827886387176359692007-05-19T07:26:00.000-04:002007-05-19T07:26:00.000-04:00समीर भाई ये सब देख और पढ कर तो हम भी उतावले हो रहे...समीर भाई ये सब देख और पढ कर तो हम भी उतावले हो रहे है या तो आप हमे अपना पता बताएं ताकि हम भी भाभी जी के हाथ की चाय पीने आये या आप आ जाईये भाभी जी को लेकर चाय पीने,..चुनिन्दा बागानो की बेहतरीन चाय वाले है हम। आप ऐक बार आ गये तो बार-बार आयेन्गे.. <BR/>:)<BR/>सुनीता चोटिया(शानू)सुनीता शानूhttps://www.blogger.com/profile/11804088581552763781noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-27082499128806081182007-05-19T07:22:00.000-04:002007-05-19T07:22:00.000-04:00.comउड़नतश्तरी जी आप भारत कब आ रहे हैं बताईये । म....comउड़नतश्तरी जी आप भारत कब आ रहे हैं बताईये । मिलना विलना तो होता रहेगा भैया पर अब हम वैसी ही तैयारी करेंगे जैसी आपने रमन जी के लिए की थी । पर हम आपको बिना सौ दो सौ कविताएं सुनें खिसकने नहीं देंगे । पूरी तैयारी से आईयेगा ।Yunus Khanhttps://www.blogger.com/profile/12193351231431541587noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-79472633121991249512007-05-19T05:21:00.000-04:002007-05-19T05:21:00.000-04:00समीर जी मैं भी अब तक कुछ ब्लॉगर मित्रों से मिल चु...समीर जी मैं भी अब तक कुछ ब्लॉगर मित्रों से मिल चुका है और जब से ब्लॉग लिखने का कार्य किया है अनेक मित्र मिले हैं और काफी मजा आ रहा है। आपकी इस पोस्ट से मैं काफी प्रभावित हुआ हूं। सोचता हूं कि कनाडा आकर आपसे भी मिलूं और ढेर सारी कविताएं सुनू क्योंकि आपकी मेहमानवाजी तो बेहतर होगी ही यह तय है।चलते चलतेhttps://www.blogger.com/profile/00891524525052861677noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-9326373745859827902007-05-19T05:07:00.000-04:002007-05-19T05:07:00.000-04:00बढ़िया विवरण!आप रमण जी को कविता(एं) न सुना पाए सो आ...बढ़िया विवरण!<BR/>आप रमण जी को कविता(एं) न सुना पाए सो आपसे हमें पूरी सहानुभूति है!<BR/>और हां आशा है कि कविता(एं) न सुनाने के गम में आपका पाचन तंत्र बिगड़ा ना होगा लेकिन अंदर कहीं एक खदबदाहट तो हो ही रही होगी नाSanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-21706172563834009442007-05-19T03:49:00.000-04:002007-05-19T03:49:00.000-04:00ये तो अच्छा हुआ कि आपने बता दिया..हम तो भारत से कन...ये तो अच्छा हुआ कि आपने बता दिया..हम तो भारत से कनाडा आने की सोच रहे थे (कल मोर्निंग वाक करते करते पहुंच जाते.. )..आपसे मिलने ..अभी तक एक ही तो मित्र बने चिट्ठाजगत में और वो भी बिल्कुल अपने साईज के ..अब आपने कविता वाल राज बता दिया तो अभी तो नहीं ही आयेंगे ..अभी थोड़ी कविता हम भी लिख लें ..फिर पूरे गोला बारूद के साथ आयेंगे... <BR/><BR/>वैसे चाय वाली पार्टी में हम भी हैं....Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-41899225882838550882007-05-19T03:23:00.000-04:002007-05-19T03:23:00.000-04:00अच्छा विवरण...पहली तस्वीर पर केप्शन में बांये से द...अच्छा विवरण...<BR/><BR/>पहली तस्वीर पर केप्शन में बांये से दांये लिख दीजिये..बडा कन्फ़्यूजन हो रहा है :) :DAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-13678857999244549372007-05-19T01:55:00.000-04:002007-05-19T01:55:00.000-04:00बहुत दिनों से केनेडा का टूर टाल रहे थे सोचते है अब...बहुत दिनों से केनेडा का टूर टाल रहे थे सोचते है अब बना ही डालें। और हाँ हमें कवितायों से मत डराइएगा, आप दो सुनाएंगे तो एक आध दाद में हम भी आपकी नज़र कर ही देगें।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-57297261332716953912007-05-19T01:41:00.000-04:002007-05-19T01:41:00.000-04:00पढ़ कर अच्छा लगा।पढ़ कर अच्छा लगा।उन्मुक्तhttps://www.blogger.com/profile/13491328318886369401noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-52286777776551714072007-05-19T01:33:00.000-04:002007-05-19T01:33:00.000-04:00ह्म्म! अच्छा लगा। एक सफ़ल (एकतरफ़ा ही सही) ब्लॉगर फै...ह्म्म! अच्छा लगा। एक सफ़ल (एकतरफ़ा ही सही) ब्लॉगर फैमिली मीट के लिए बधाई। जानकर दुख हुआ कि आप अपना कविता पाठ ना कर सके।<BR/><BR/>समीर भाई, इस बार आप रमण भाई के यहाँ लद लीजिए, साथ मे ट्रक भरकर कविताए ले जाएं, रमण भाई को तब तक कविताएं सुनाए, जब तक वे चित्ता ना हो जाएं। ऊपर से जब वे मेजबान होंगे तो आपको हड़का भी नही सकेंगे, बस ये ध्यान रखना चाय आपको ही बनानी होगी। बेचारे रमण भाई,आखिर कवि से दोस्ती का कुछ तो खामियाजा भुगतना ही पड़ता है। (बाकी लोग तो भुगत ही रहे है!...हेहे)Jitendra Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/09573786385391773022noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-85564162680100294372007-05-19T00:08:00.000-04:002007-05-19T00:08:00.000-04:00बहुत बढ़िया रहा यह विवरण । मेरी पूरी सहानुभूति आपके...बहुत बढ़िया रहा यह विवरण । मेरी पूरी सहानुभूति आपके साथ है । अब कविता सुनाने के लिए घेरने के २५ नुस्खे लिख ही डालिये । आपके तो काम आएँगे ही हम सब भी उपयोग कर आपको दुआ देंगे । हाँ, ये नुस्खे साधना जी को भी कंठस्त करा दीजिएगा फिर इशारों की आवश्यकता नहीं पड़ेगी ।<BR/>घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-8928636327204866412007-05-18T23:55:00.001-04:002007-05-18T23:55:00.001-04:00उड़ान तश्तरी जीं आप बहुत दिल से लिखते हैंउड़ान तश्तरी जीं आप बहुत दिल से लिखते हैंdpkrajhttps://www.blogger.com/profile/11143597361838609566noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-20146022684442645122007-05-18T23:55:00.000-04:002007-05-18T23:55:00.000-04:00इसको पढ़ के तो हमारे दिल में भी वहाँ आने की इच्छा ...इसको पढ़ के तो हमारे दिल में भी वहाँ आने की इच्छा जागृत हो गयी है . <BR/>बहुत ही रोचक ढंग से लिखा है आपने ...रंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-59198229910901551412007-05-18T23:41:00.000-04:002007-05-18T23:41:00.000-04:00जो बाते पसन्द आयी वह लिख देता हूँआपका लिखने का अन्...जो बाते पसन्द आयी वह लिख देता हूँ<BR/>आपका लिखने का अन्दाज.<BR/>रमण भाई का चाय पसन्द होना, क्योंकि एक अच्छी चाय हमारी भी कमजोरी है.<BR/>आपका अच्छी चाय बनाना.<BR/>मस्त मेजबानी करना, कभी कभी हमारे भाग्य भी खुलेंगे.<BR/>रमणभाई के साथ भाभीजी और साधना भाभीजी के दर्शन होना.<BR/>लिस्ट शायद खत्म नहीं होगी.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-55341866847984099552007-05-18T23:30:00.000-04:002007-05-18T23:30:00.000-04:00अत्यन्त आल्हादित हुये. आप हिन्दुस्तान कब आ रहे हैं...अत्यन्त आल्हादित हुये. <BR/>आप हिन्दुस्तान कब आ रहे हैं?dhurvirodhihttps://www.blogger.com/profile/14333651535802973230noreply@blogger.com