tag:blogger.com,1999:blog-23257105.post116173783753843676..comments2024-03-04T07:12:33.254-05:00Comments on उड़न तश्तरी ....: हिन्दी चिट्ठों का वार्षिक भविष्यफलUdan Tashtarihttp://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comBlogger63125tag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-34552011736971926912012-12-14T03:25:18.036-05:002012-12-14T03:25:18.036-05:00छह साल पहले इतनी शानदार पोस्ट। मेरा तो आगमन ही 20...छह साल पहले इतनी शानदार पोस्ट। मेरा तो आगमन ही 2007 के शुरूआती दिनों में हुआ, तब तक ब्लॉगरी पर्याप्त परिपक्वता ले चुकी थी। वाह। <br /><br /><br />शानदार पोस्ट... :)Astrologer Sidharthhttps://www.blogger.com/profile/04635473785714312107noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-17097979286010776852007-06-09T00:15:00.000-04:002007-06-09T00:15:00.000-04:00Excellent one. Very entertaining.Excellent one. Very entertaining.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-51259567586731864432006-12-30T01:53:00.000-05:002006-12-30T01:53:00.000-05:00बहुत ही बढ़िया!!! हमने भी समय रहते जान लिया अपने चि...बहुत ही बढ़िया!!! हमने भी समय रहते जान लिया अपने चिट्ठे का भविष्य। <br />मान गए ज्योतिष-ज्ञान को। शुभकामनाएँ।<br />-प्रेमलताप्रेमलता पांडेhttps://www.blogger.com/profile/11901466646127537851noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-1162827512980079582006-11-06T10:38:00.000-05:002006-11-06T10:38:00.000-05:00समीर भाई,नमस्ते ! यह राशि फल आपने स्वयँ लिखा है या...समीर भाई,<BR/>नमस्ते ! <BR/>यह राशि फल आपने स्वयँ लिखा है या कहीँ पढा था ? <BR/>जानकारी बढिया है -- आपका ब्लोग इतनी भीडभाड से जगमगा रहा है -- <BR/>बधाई स्वीकार करेँ -- <BR/>स - सस्नेह,<BR/>लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-1162166236868633772006-10-29T18:57:00.000-05:002006-10-29T18:57:00.000-05:00लक्ष्मी जी,आप तो स्वयं ज्ञाता हैं, प्रभू.फिर भी हम...<B>लक्ष्मी जी,</B><BR/><BR/>आप तो स्वयं ज्ञाता हैं, प्रभू.<BR/>फिर भी हम आदत के अनुसार भक्तों की तकलीफ नहीं देख सकते.:) आपके चिट्ठे के लिये जाप शुरु कर दिया गया. ५१ टिप्पणियों की दक्षिणा वाली बात स्मरण में रख अगले तीन माह में पूरी कर दें. :)तभी जाप पूर्ण प्रभावकारी रहेंगे.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-1162165764508491462006-10-29T18:49:00.000-05:002006-10-29T18:49:00.000-05:00मैंने टिप्पणी डाली थी लेकिन पता नहीं क्यों, वह गाय...मैंने टिप्पणी डाली थी लेकिन पता नहीं क्यों, वह गायब हो गई है। Pहिर डालने का प्रयास कर रहा हूँ। बढ़िया लिखा है, समीर भाई। लगता है आपके भविष्यफल के अनुसार मेरे चिटठे पर बड़ा संकट आने वाला है। क्या कोई पूजा अनुष्टान किया जा सकता है?Laxmihttps://www.blogger.com/profile/01605651550165016319noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-1162139441721323662006-10-29T11:30:00.000-05:002006-10-29T11:30:00.000-05:00बहुत बढ़िया लिखा है, गुरू लेकिन मेरे चिटठे का भविष्...बहुत बढ़िया लिखा है, गुरू लेकिन मेरे चिटठे का भविष्य तो आपने बड़ा संकटमय बताया है। क्या काव्यकला को काव्य कला कर दूँ? कोई पूजा अनुष्ठान हो सकता है?Laxmihttps://www.blogger.com/profile/01605651550165016319noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-1162096726634138772006-10-29T00:38:00.000-04:002006-10-29T00:38:00.000-04:00रचना जीआपने टिप्पणी में मुझे मेरी भूल का अहसास करा...रचना जी<BR/><BR/>आपने टिप्पणी में मुझे मेरी भूल का अहसास करा दिया था, उसके लिये मैं आपका शुक्रिया अदा करता हूँ. आइंदा टिप्पणियों के जवाब देने की कोशिश जारी रखूँगा. आप हमारे ब्लाग को पढ़ती है, इसके लिये बहुत धन्यवाद और लेख मजेदार लगते हैं, यह जानकर बहुत खुशीऔर हौसला मिला. :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-1162057238100746522006-10-28T13:40:00.000-04:002006-10-28T13:40:00.000-04:00नमस्ते समीर जी ! धन्यवाद आपका,मेरी एक टीप्पणी मे क...नमस्ते समीर जी ! धन्यवाद आपका,मेरी एक टीप्पणी मे की गई छोटी सी बात पर गौर करने के लिये.आपके लेख मजेदार होने के साथ ही कुछ व्यावहारिक सबक भी सिखाते हैं! भविष्यवाणी के जरिये दी गई सारी नसीहतों से सीखने की कोशिश करुँगी..rachanahttps://www.blogger.com/profile/14183659688400073503noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-1161952178396916502006-10-27T08:29:00.000-04:002006-10-27T08:29:00.000-04:00पंकज मास्साब“म्मंतव्य कैसा रहेगा.. या मंतवय या मंत...<B>पंकज मास्साब</B><BR/><BR/><B>“म्मंतव्य कैसा रहेगा.. या मंतवय या मंत्वय या मंतत्वयय या ममंत्व्य ... जल्दी उपाय बताइए.”</B><BR/><BR/>सब कुछ फ्री में लूट लोगे क्या? अरे भाई, दक्षिणा न दो न सही, कम से कम संजय भाई की तरह वादा तो करो. :)<BR/>शुक्रिया पधारने का. अब लिखना चालू हो जायें.<BR/><BR/><BR/><BR/><B>संजय भाई</B><BR/><BR/><B>“इसलिए आपको प्रसन्न करने के लिए यह टिप्पणी चढ़ावे के रूप में की हैं, यह काम नियमीत रहेगा,”</B><BR/>दक्षिणा भी वादे में, आप चुनाव क्यूँ नहीं लड़ने का मन बनाते कभी. :)<BR/><BR/>खैर बचाव के काफी उपाय तो पोस्ट में ही दे दिये हैं और बाकी आपके लिये हवन बैठा दिया गया है, वादे पर भरोसा करते हुये. वैसे भी भरोसा करने के सिवाय एक आम भारतीय के पास उपाय भी क्या है और इसकी आदत जो पड़ चुकी है, सो अलग. :)<BR/>धन्यवाद, आपकी टिप्पणी के बिना कहीं कुछ सूनापन था. आशा है छुट्टियां बेहतरीन रही होंगी.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-1161925318172679642006-10-27T01:01:00.000-04:002006-10-27T01:01:00.000-04:00महाराज आपने तो मेरे चिट्ठे का भविष्य ही मट्टीया-मे...महाराज आपने तो मेरे चिट्ठे का भविष्य ही मट्टीया-मेट कर दिया. भारी घबराहट हो रही हैं. इसलिए आपको प्रसन्न करने के लिए यह टिप्पणी चढ़ावे के रूप में की हैं, यह काम नियमीत रहेगा, बस मेरे चिट्ठे को बचाने का जंतर कर देना आप.संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-1161924947511226082006-10-27T00:55:00.000-04:002006-10-27T00:55:00.000-04:00मैने आज तक किसी चिट्ठे पर इतनी टिप्पणीयाँ नही देखी...मैने आज तक किसी चिट्ठे पर इतनी टिप्पणीयाँ नही देखी. आह... मजा आ गया. छुट्टियों के बाद इतनी ट्राफिक देखकर।<BR/><BR/>आपके भविष्यफल को मैने आपकी सिफारीश एकता कपूर से कर दी है, हो सकता है उनका कुछ भला हो जाए और देशी पंडितों को भी भेज दी है... ताकी वे लोग स्पेलिंग में सुधार करके अपनी साइट को पुनः जागृत कर सकें। <BR/><BR/>रही बात मेरी तो सोचता हुँ.... मंतव्य का नाम बदलकर कुछ न्युमरोलोजी से ठीक ठाक कर लू. या एक्स्ट्रा म या व जैसा लगा लू. म्मंतव्य कैसा रहेगा.. या मंतवय या मंत्वय या मंतत्वयय या ममंत्व्य ... जल्दी उपाय बताइए.पंकज बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/05608176901081263248noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-1161907011649900552006-10-26T19:56:00.000-04:002006-10-26T19:56:00.000-04:00डॉ साहबअब कुलदेवता हुये तो आपको तस्वीर की जरुरत पड़...डॉ साहब<BR/>अब कुलदेवता हुये तो आपको तस्वीर की जरुरत पड़ेगी. एक बार मॉडलिंग के हिंचवाई थी, कहें तो वो वाली भेजूँ. :)<BR/><BR/>आपका बहुत धन्यवाद, जो आप पधारे.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-1161903786564296182006-10-26T19:03:00.000-04:002006-10-26T19:03:00.000-04:00समीरलाल जी,इतना दिव्य ज्ञान देने की याद इतने दिन ब...समीरलाल जी,इतना दिव्य ज्ञान देने की याद इतने दिन बाद क्यों आई। अब तो कलम दवात की पूजा के बाद हर ब्लागरस को अपने ब्लाग की पूजा अर्चना कर लेनी चाहिये। और जब पूजा अर्चना करेगें तो एक कुल्देवता भी होने चाहिये और जब आप ने इतना दिव्य ज्ञान दे ही दिया तो आप ही हमारे कुल्देवता हुये न।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-1161892950536355842006-10-26T16:02:00.000-04:002006-10-26T16:02:00.000-04:00मिश्र जीआप पधारे वही इनाम है दिवाली का, अब पढ़ भी ल...<B>मिश्र जी</B><BR/><BR/>आप पधारे वही इनाम है दिवाली का, अब पढ़ भी लेंगे तो डबल इनाम. :) धन्यवाद.<BR/><BR/><B>महावीर जी</B><BR/><BR/>आपका आशिष मिला अच्छा लगा. और भी अच्छा इसलिये कि चिडिया की चोंच से आप बचे. :)<BR/><BR/>स्नेह बनाये रखें.<BR/><BR/><BR/>---एक बार पुनः आप सबका धन्यवाद.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-1161892871538727112006-10-26T16:01:00.000-04:002006-10-26T16:01:00.000-04:00विजय भाईआगे को भी काम आयेगा, यह सूत्र रख लो. अखबार...<B>विजय भाई</B><BR/><BR/>आगे को भी काम आयेगा, यह सूत्र रख लो. अखबार में भी जब भविष्यफल देखो तो तारीख के हिसाब से, नाम के हिसाब से, राशि के हिसाब से, सब देख डालो और बेस्ट वाला रख लो. इसे हर रोज बदल भी सकते हैं, इसमें कोई दोष नहीं है. :)<BR/>बहुत धन्यवाद टिप्पणी के लिये.<BR/><BR/><B>गिरिराज जी</B><BR/><BR/>आपके शोर्य, उर्जा और लगन की तारीफ ३० बार एक साथ ही कर देता हूँ. मंदिर में एक ही लड्डू बार बार एक ही भगवान को थोडे चढ़ाते हैं. अरे भईये, अलग अलग लेख पर अलग अलग ५१ टिप्पणी करोगे तब दक्षिणा कबुल होगी. खैर आपकी मेहनत और लगन देख कर इसे कबुल कर ही लेते हैं, धन्यवाद. :)<BR/><BR/><B>अतुल भाई</B><BR/><BR/> गजनट.....वाह भई, तारीफ करने का अंदाज पसंद आया. बहुत धन्यवाद.<BR/><BR/><B>सागर भाई</B><BR/><BR/>आप तो पहले ही एड़वांस पेमेंट कर चुके हैं, अब तो बस प्रश्न पूछो. :)<BR/>धन्यवाद.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-1161892743182808022006-10-26T15:59:00.000-04:002006-10-26T15:59:00.000-04:00अनूप भाईआपका तो यूँ ही परचम लहराता रहे, इसी की काम...<B>अनूप भाई</B><BR/><BR/>आपका तो यूँ ही परचम लहराता रहे, इसी की कामना है. आपको किसी परिवर्तन की आवश्यकता नहीं है. तारीफ के लिये बहुत शुक्रिया.<BR/><BR/><B>रत्ना जी</B><BR/><BR/>वाह भई वाह, कुण्ड़लीनुमा तारिफ सुन हम तो थोड़ा चढ़ से गये, बहुत शुक्रिया.<BR/><BR/><B>प्रियंकर जी</B><BR/><BR/>मन गद गद हुआ जा रहा है, आपके तारिफी पुल पर चल कर. बहुत धन्यवाद.<BR/><BR/><BR/><B>जगदीश भाई</B><BR/><BR/>जरुर, आप का भी स्वागत है हमारे सलाहकारी कक्ष में. साथ एक ग्राहक लाने पर दक्षिणा में छुट का भी प्रवधान है. बहुत शुक्रिया आपकी टिप्पणी के लिये.<BR/><BR/><BR/><B>प्रत्यक्षा जी</B><BR/><BR/>जन्म दिन की बधाई.<BR/><BR/>अरे, फिर से ध्यान से पढ़ें, आपके लिये ही तो यह वाली लाईन लिखी है:<BR/><BR/>"वहीं कुछ अपने होने का ऊँचा परचम लहरा रहे होंगे."<BR/>वैसे तो उपाय वहीं दिया हुआ है:<BR/><B>"अपने ब्लाग पर कहीं न कहीं सरसों के तेल के दिये का चित्र अवश्य लगायें"</B><BR/>:)<BR/>बहुत शुक्रिया पढ़ने के लिये.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-1161892660446404022006-10-26T15:57:00.000-04:002006-10-26T15:57:00.000-04:00आप लोगों का स्नेह देख मन खुश हो गया.राकेश भाईवाकई,...आप लोगों का स्नेह देख मन खुश हो गया.<BR/><BR/><B>राकेश भाई</B><BR/><BR/>वाकई, इन सब से दक्षिणा तो रोज ही वसूल करते हैं, इसीलिये अग्रिम पंक्ति में लग गये. वैसे यह तो सब ग्रह नक्षत्रों का खेल है, हम तो सिर्फ़ मार्ग दर्शन दे सकते हैं. :)<BR/>धन्यवाद, कवित्तमयी टिप्पणी के लिये.<BR/><BR/><BR/><B>तरुण भाई</B><BR/><BR/>अरे भाई, डरे नहीं. हमने कहा तो है कि उपाय हैं, बस दक्षिणा चढाओ जी भर कर और फिर परचम लहरता देखो अपने चिट्ठे का. बहुत शुक्रिया आपकी टिप्पणी के लिये.<BR/><BR/><BR/><B>प्रमेन्द्र जी</B><BR/><BR/>कौन किस लेयर में है, यह तो विधाता की करनी है. हमें तो सिर्फ़ उद्धार करने और सही रस्ता दिखाने के लिये भेजा गया है, सो हम अपना कार्य कर रहे हैं.:) आपका धन्यवाद, आपने लेख पढ़ा, जो लिखा उसे समझा और जो नहीं लिखा, उसे भी समझा :).<BR/><BR/><BR/><B>अनुराग भाई</B><BR/><BR/>एक होती है दशा और एक होती महादशा. ये जो K है, वो अपने साथ उसी ग्रुप में आये और लोगों की भी लूटिया डूबवायेगा. थोडे उपाय करवा लो, काफी फायदा मिलेगा. दक्षिणा भी कहां ज्यादा मांगी है आज के बाजार भाव के हिसाब से. बहुत शुक्रिया आपकी टिप्पणी के लिये.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-1161806602160503862006-10-25T16:03:00.000-04:002006-10-25T16:03:00.000-04:00आप विश्वास करेंगें, मैने केवल टिप्पणियाँ पढ़ीं।मज़ा ...आप विश्वास करेंगें, मैने केवल टिप्पणियाँ पढ़ीं।<BR/>मज़ा आया, धन्यवाद!<BR/>भविष्यफ़ल फ़िर कभी।RC Mishrahttps://www.blogger.com/profile/06785139648164218509noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-1161806569005843352006-10-25T16:02:00.000-04:002006-10-25T16:02:00.000-04:00इस टिप्पणी को एक ब्लॉग व्यवस्थापक द्वारा हटा दिया गया है.RC Mishrahttps://www.blogger.com/profile/06785139648164218509noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-1161790847168871272006-10-25T11:40:00.000-04:002006-10-25T11:40:00.000-04:00क्या इस पेज को ५१ बार रिफ़्रेश करने से या आपकी पुरा...क्या इस पेज को ५१ बार रिफ़्रेश करने से या आपकी पुरानी ५१ प्रविष्टियों को एक बार फ़िर से पढ़ने से काम नहीं चलेगा, कुछ रहम कीजिये सरकार, ५१ टिप्पणियाँ ..............कुछ ज्यादा नहीं है?Sagar Chand Naharhttps://www.blogger.com/profile/13049124481931256980noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-1161781683248870712006-10-25T09:08:00.000-04:002006-10-25T09:08:00.000-04:00अनूप शुक्ला जी ने भी एक शब्द का पेटेंट नही करवाया ...अनूप शुक्ला जी ने भी एक शब्द का पेटेंट नही करवाया है, हम उसका उपयोग कर लेते हैं तारीफ के लिये। गजनट!Atul Arorahttps://www.blogger.com/profile/00089994381073710523noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-1161780594726154362006-10-25T08:49:00.000-04:002006-10-25T08:49:00.000-04:00अरे कविराज जी रूक क्यो गयेलगे रहो गिरिराजइतना कमे...अरे कविराज जी रूक क्यो गये<BR/><BR/>लगे रहो गिरिराज<BR/><BR/>इतना कमेण्ट करने के लिये साहस जुटाने के लिये बधाई।Pramendra Pratap Singhhttps://www.blogger.com/profile/04193959387239096010noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-1161772587543098602006-10-25T06:36:00.002-04:002006-10-25T06:36:00.002-04:00टिप्पणी क्रमांक - ३०टिप्पणी क्रमांक - ३०गिरिराज जोशीhttps://www.blogger.com/profile/13316021987438126843noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-1161772576385362362006-10-25T06:36:00.001-04:002006-10-25T06:36:00.001-04:00टिप्पणी क्रमांक - २९टिप्पणी क्रमांक - २९गिरिराज जोशीhttps://www.blogger.com/profile/13316021987438126843noreply@blogger.com