tag:blogger.com,1999:blog-23257105.post1071646910592432589..comments2024-03-04T07:12:33.254-05:00Comments on उड़न तश्तरी ....: दो दिन की बात: आशीष के साथUdan Tashtarihttp://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comBlogger23125tag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-12397862166192976432007-07-02T11:48:00.000-04:002007-07-02T11:48:00.000-04:00अरे, आप सब ही आमंत्रित हैं. जो जब भी मौका निकाल पा...अरे, आप सब ही आमंत्रित हैं. जो जब भी मौका निकाल पाये, अवश्य प्रयास करे. मेरा सौभाग्य होगा. वादा है कविता नहीं झिलवायेंगे (ज्यादा).<BR/><BR/>:)<BR/><BR/>-आपकी पंसदानुरुप ही भोजन होगा-शाकाहारी / मांसाहारी. सुरामय या बेसुरा. :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-30651759369234440792007-07-02T06:05:00.000-04:002007-07-02T06:05:00.000-04:00pahle bhi eak comment diya tha na jane knha gaya?a...pahle bhi eak comment diya tha na jane knha gaya?<BR/>aaj dekha to nahi mila ab dobara dete han. aapka lekh aapka sabse milna dekhakr lagta ha ki aap kafi milnsar han. achi bat ha.photo aadi bhi ache lage.Dr.Bhawna Kunwarhttps://www.blogger.com/profile/11668381875123135901noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-66295047135530634222007-06-26T00:22:00.000-04:002007-06-26T00:22:00.000-04:00हमने सोचा, चलो हम भी लगे हाथ एक पोज दे दें. आशीष न...<I>हमने सोचा, चलो हम भी लगे हाथ एक पोज दे दें. आशीष नया कैमरामैन है इसलिये थोडी डार्क आ गई है हमारी फोटो :)</I><BR/><BR/>वाकई नए कैमरामैन हैं आशीष, डार्क के साथ-साथ थोड़ी हैवी भी आ गई है फोटो। :)<BR/><BR/><I>चिठ्ठों के बारे में बात हुई, चिट्ठाकारी के बारे में बात हुई. लगभग हर चिट्ठाकर और चिट्ठा कवर किया गया.</I><BR/><BR/>हे हे हम भी कवर हुए क्या?<BR/><BR/>वैसे हम कभी उधर आएं तो वो फॉल वगैरा दिखा देना, बदले में हम आपके कविता झेल (सुन) लेंगे। :)<BR/><BR/>विवरण रुचिकर रहा।ePandithttps://www.blogger.com/profile/15264688244278112743noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-17792287021900502102007-06-25T12:30:00.000-04:002007-06-25T12:30:00.000-04:00आपको साक्षात देख कर सोंचा कि यही वह दिमाग है जिसमे...आपको साक्षात देख कर सोंचा कि यही वह दिमाग है जिसमें कविताओं की महान ग्रथी निवास करती है… :)<BR/>कितना सुंदर तस्वीर है वस मजा आ गया… और अलग रंग तो बिखेरने में आप माहिर तो हैं ही।Divine Indiahttps://www.blogger.com/profile/14469712797997282405noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-83088438555305592472007-06-25T10:52:00.000-04:002007-06-25T10:52:00.000-04:00समीर जी अब हम क्या बोलें इतने लोगों ने तो सब कुछ ह...समीर जी अब हम क्या बोलें इतने लोगों ने तो सब कुछ ही बोल दिया । बस इतना ही कह सकते हैं कि आप कहें तो बिना चार्ज करे आपके लिए डाइट प्लैन कर सकते हैं । <BR/>न टिपियाने का कारण हमारा खराब स्वास्थ्य था । शायद अधिक टिपियाने का साइड इफेक्ट !<BR/>घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-9502633339450273182007-06-25T10:41:00.000-04:002007-06-25T10:41:00.000-04:00समीर जी,राकेश जी ने हमारे दिल की बात कह दी... कभी ...समीर जी,<BR/><BR/>राकेश जी ने हमारे दिल की बात कह दी... कभी अचानक टपक कर आपको मेजवानी का मौका जरूर देँगे.. फिर चाहे उसके लिये कुछ कवितायेँ ही क्यूँ न झेलनी पडेँ.Mohinder56https://www.blogger.com/profile/02273041828671240448noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-36983530977534455902007-06-25T08:40:00.000-04:002007-06-25T08:40:00.000-04:00आशीष के साथ मुलाकात अच्छी लगी लेकिन े समीर भाई यह ...आशीष के साथ मुलाकात अच्छी लगी लेकिन े समीर भाई यह आप भाभी जी को फ़ालतू मे बदनाम करने की व्यर्थ कोशिश न किया करें. अब आप की कोई युक्ति काम आने वाली नही हैं . यही हाल रहा तो आप के सारे के सारे चिट्ठा प्रेमी आप के घर धमकने की तैयारी मे हैं.<BR/>मजे की बात है कि कल शाम लखनऊ मे मेरे घर पर आशीष श्रीवास्ताव जी और अनूप शुक्ल जी आये थे और काफ़ी देर तक आप के बारे मे चर्चा करते रहे .मुझे आप को और अनूप जी देखकर ताज्जुब होता है कि आप लोग दनादन इतनी सारी पोस्ट कैसे निकाल लेते हैं और कितने घंटे सोते भी हो ?Dr Prabhat Tandonhttps://www.blogger.com/profile/14781869148419299813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-49818107897427670512007-06-25T06:24:00.000-04:002007-06-25T06:24:00.000-04:00हमने सोचा, चलो हम भी लगे हाथ एक पोज दे दें. आशीष न...<I>हमने सोचा, चलो हम भी लगे हाथ एक पोज दे दें. आशीष नया कैमरामैन है इसलिये थोडी डार्क आ गई है हमारी फोटो</I><BR/><BR/>अरे का बात करते हैं समीर जी। जैसा पंकज ने कहा, आप उजले-२ दिख रिये हो!! ;) :D<BR/><BR/><I>इस बीच एक ऑनलाईन कवि सम्मेलन भी था तो उसके बहाने कवितायें भी झिलवा दीं. मजबूरीवश वो कह गये हैं कि अच्छी लगीं.</I><BR/><BR/>हाय दईया! मरते क्या न करते आशीष भाई!! ;)<BR/><BR/><I>अब हम हुये रवि रतलामी के दोस्त तो पूरे समय यही जांचते परखते रहे कि बालक कैसा है? अब जाकर बड़ा संतोष हुआ कि लड़का हीरा है हीरा</I><BR/><BR/>अरे समीर जी, कैरट भी तो बताते कितने के हैं। और किस क्वालिटी के हैं! :)<BR/><BR/>बकिया सब बढ़िया। :)Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-36847288958790517992007-06-25T06:04:00.000-04:002007-06-25T06:04:00.000-04:00बढ़िया अंदाज़ में विवरण दिया आपने!!फोटो मस्त आई है ब...बढ़िया अंदाज़ में विवरण दिया आपने!!<BR/>फोटो मस्त आई है बस एकै दिक्कत है गुरुवर, फोटू में आप खाते-पीते घर के नही बल्कि पीते-खाते घर के लग रहे हो, हे हे!!<BR/>इतनी कम उमर में ये ……पेट गलत बात है भाई, अभी से ये हाल है तो बुढ़ापे मे का होगा!Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-36040210618061107992007-06-25T04:27:00.000-04:002007-06-25T04:27:00.000-04:00अच्छा रहा मुलाकाती विवरण , और फोटो भी :-)अच्छा रहा मुलाकाती विवरण , और फोटो भी :-)Pratyakshahttps://www.blogger.com/profile/10828701891865287201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-7312739788156971862007-06-25T03:03:00.000-04:002007-06-25T03:03:00.000-04:00समीर भाई सबसे पहले माफ़ी चाहूँगी बहुत अधिक व्यस्तता...समीर भाई सबसे पहले माफ़ी चाहूँगी बहुत अधिक व्यस्तता के कारण मै कोई भी रचना पढ़ नही पाई ना ही लिख पाई हूँ...<BR/><BR/>फोटो बहुत ही खूबसूरत आये है...जब आप दिल्ली आयेंगे हम भी एसे ही आपके फोटो अपने ब्लोग पर डालेंगे...:)<BR/><BR/>सुनीता(शानू)सुनीता शानूhttps://www.blogger.com/profile/11804088581552763781noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-73836588480373367602007-06-25T01:16:00.000-04:002007-06-25T01:16:00.000-04:00धन्यवाद, आपने भी हमारी परख पर मुहर लगा दी. :)धन्यवाद, आपने भी हमारी परख पर मुहर लगा दी. :)रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-17212743133568245662007-06-25T01:15:00.000-04:002007-06-25T01:15:00.000-04:00वाकई कमाल का लिखते है आप। और हम मिश्राजी की बात से...वाकई कमाल का लिखते है आप। और हम मिश्राजी की बात से सहमत है।mamtahttps://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-29199833539788071082007-06-25T00:59:00.000-04:002007-06-25T00:59:00.000-04:00पढ़ कर काफी अच्छा लगा और उससे भी ज्यादा अच्छा आ...पढ़ कर काफी अच्छा लगा और उससे भी ज्यादा अच्छा आपको देख कर, मै सोचता रह गया कि आखिर में इतनी भारी उड़नतश्तरी उड़ती कैसे है ? <BR/><BR/>:)Pramendra Pratap Singhhttps://www.blogger.com/profile/17276636873316507159noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-4493811018743899042007-06-25T00:19:00.000-04:002007-06-25T00:19:00.000-04:00दिल प्रसन्न हुआ,और अब हमने इस चिट्ठे को पढ कर जो द...दिल प्रसन्न हुआ,और अब हमने इस चिट्ठे को पढ कर जो दिन भर किया,यहा पर लिखने के बजाय कल सुबह पोस्ट करेगे,काहे की अच्छा नही लगता चिट्ठे से बडी टिप्पणी हो इस खयाल से<BR/>आशा है आप समझ गये होगे:)Arun Arorahttps://www.blogger.com/profile/14008981410776905608noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-22463705269024988102007-06-25T00:16:00.000-04:002007-06-25T00:16:00.000-04:00मजा आ गया। आशीष जी के बहाने हमने भी टोरंटो घूम लिय...मजा आ गया। आशीष जी के बहाने हमने भी टोरंटो घूम लिया। (तस्वीरों के जरिए) फुरसत के क्षण के बहाने आपके घर में भी घुस गए। आप अच्छे आदमी हैं। भाभी जी की इमेज बिगाड़ने की आपकी कोशिश नाकाम रही।Satyendra Prasad Srivastavahttps://www.blogger.com/profile/11602898198590454620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-76644067948559969592007-06-25T00:12:00.000-04:002007-06-25T00:12:00.000-04:00पहले सोचा था कि आप मित्र बने हैं तो कभी ना कभी तो ...पहले सोचा था कि आप मित्र बने हैं तो कभी ना कभी तो मिल ही लेंगे...फिर आपकी पिछ्ली मुलाकात (रमण कौल वाली) से आपने अपनी कविताओं का खौफ दिखाया फिर भी हिम्मत बनायी कि आप कविता सुनायेंगे तो हम कहाँ पीछे रहने वाले है.लेकिन अब आप भाभी जी का खौफ दिखा रहे हैं.तो अब तो हम सही में खौफजदा हो गये हैं..अब मिलने की हिम्मत ही नहीं रही.<BR/><BR/>वैसे आपकी मुलाकात अच्छी रही.काकेशhttps://www.blogger.com/profile/12211852020131151179noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-65333904272141885052007-06-25T00:10:00.000-04:002007-06-25T00:10:00.000-04:00क्या बात है. कभी मौका आया तो हम भी प्रवास की सोचें...क्या बात है. कभी मौका आया तो हम भी प्रवास की सोचेंगे, ऐसा मेजबान कहाँ मिलेगा. <BR/>अच्छी मुलाकात रही. फोटो भी चकाचक है. आशिषभाई के बारे में जान कर अच्छा लगा. <BR/>पिंटूजी नामो का संयोग जोरदार मिला है.संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-29925420583703231452007-06-24T23:46:00.000-04:002007-06-24T23:46:00.000-04:00हम्म,तो यह राज है आपके अचानक गायब हो जाने का , घुम...हम्म,<BR/><BR/>तो यह राज है आपके अचानक गायब हो जाने का , घुमने फिरने का प्रोग्राम बना लिया था. <BR/><BR/>बडिया कवरेज की है मीट की. बहुत सुन्दर. आशिषजी के साथ आपका अच्छा वक्त गुजरा. उम्मीद है आशिषजी अधिक "बोर" नही हुए होंगे. :)<BR/><BR/><BR/>अरे नियाग्रा के आगे आप तो बडे उजले उजले दिख रहे हैं. बधाई स्विकार करें.<BR/><BR/><BR/>और एक बात ... अ... ह्म्म.. वो..... पेट कुछ ज्यादा ही..... नहीं नहीं अभी तो आप युवा ही हैं समझिए , तो सम्भालिए ना!!पंकज बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/05608176901081263248noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-8981094821147732007-06-24T23:16:00.000-04:002007-06-24T23:16:00.000-04:00समीरजी,कभी हमको भी बुला लीजिये, :-)तेल के धन्धेवाल...समीरजी,<BR/><BR/>कभी हमको भी बुला लीजिये, :-)<BR/>तेल के धन्धेवाले लोगों के साथ दोस्ती रखने में फ़ायदा ही फ़ायदा है, बाकी आपकी इच्छा :-)<BR/><BR/>और, हम पीने और जीने में तनिक भी नहीं शर्माते, फ़िर हो जाये कभी आपके साथ बैठकर एक महफ़िल...<BR/><BR/><BR/>वैसे आपको तो ह्यूस्टन आने का न्यौता हम पहले ही दे चुके हैं ।<BR/><BR/>साभार,<BR/>नीरजNeeraj Rohillahttps://www.blogger.com/profile/09102995063546810043noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-74925268932971562322007-06-24T22:34:00.000-04:002007-06-24T22:34:00.000-04:00आपकी पोस्टों से यह साफ हो गया कि आप बढ़ियातम मेहमान...आपकी पोस्टों से यह साफ हो गया कि आप बढ़ियातम मेहमान जवाज हैं. कमी सिर्फ यह है कि मेहमाननवाजी की कीमत कविता ठेल कर वसूलते हैं. :) :) :)Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-31273445998124411022007-06-24T20:35:00.000-04:002007-06-24T20:35:00.000-04:00आपका अन्दाज़ अच्छा लगा, ये भी कि आपने इसे 'मीट'(हम ...आपका अन्दाज़ अच्छा लगा, ये भी कि आपने इसे 'मीट'(हम शाकाहारी हैं) नहीं बताया :)RC Mishrahttps://www.blogger.com/profile/06785139648164218509noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23257105.post-14531214835157219692007-06-24T20:33:00.000-04:002007-06-24T20:33:00.000-04:00आप हमें भी कभी औपचारिकता वश ही पूछ लीजियेहम अनौपचा...आप हमें भी कभी औपचारिकता वश ही पूछ लीजिये<BR/>हम अनौपचारिक होकर के टोरांटो फिर आ धमकेंगें<BR/>सर्दी हो या गर्मी, बारिश, हम तो सब के प्र्रोफ़ हो चुके<BR/>आप भले ही न न कर दें, हम तब बिल्कुल नहीं टलेंगे<BR/><BR/>और दूसरी बात, नियाग्रा पहले रस्ते में आता है<BR/>नहीं जरूरत पड़े आप की,हम खुद ही कुछ घूम सकेंगें<BR/>दाल भात में मूसर्चन्दों की बोलो कब पड़े जरूरत<BR/>आप नहीं ओ मित्र, आपकी भाभी के संग में घूमेंगे.राकेश खंडेलवालhttps://www.blogger.com/profile/08112419047015083219noreply@blogger.com