बुधवार, मई 21, 2008

पुलिसिया हेलीकाप्टर

कल दफ्तर से घर की तरफ चला तो हाईवे पर एकाएक मेरी कार के उपर उपर हेलीकाप्टर उड़ता नजर आने लगा. पुलिस वालों का था. आकस्मिक सहायता एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने रखने के लिए अक्सर ही हाईवे पर उड़ता रहता है.

मैं भी अपने बचपन की आदत का गुलाम. कुछ आदतें बचपन की ऐसी होती हैं, जो आपके स्वभाव का हिस्सा बन जाती हैं. चाहे जितनी कोशिश करो, छूटती ही नहीं. उन्हीं में से मेरी एक आदत है कि जब भी हवाई जहाज या हेलीकाप्टर की आवाज सुनाई देती है मै बरबस ही आकाश में ताकने लगता हूँ और उसे उड़ता हुआ देखकर खुश होता हूँ. अब तो अक्सर बच्चे (बड़े हो गये हैं न!) और पत्नी कहते हैं कि ये क्या आदात है. कितनी शर्मिंदगी होती है सब के बीच में. इसे बदलो.

हमने बताया भी कि यह तो तुम लोग इम्प्रूव्ड वर्जन देख रहे हो हमारी आदत का वरना तो तुम लोग मूँह दिखाने के काबिल न रहते. पहले तो हर हवाई जहाज को देखकर हम टाटा भी किया करते थे. अब कम से कम टाटा नहीं करते, इतना ही गनीमत समझो. इससे ज्यादा हम नहीं बदल सकते. वो भी चुप हो जाते हैं कि कहीं ज्यादा बोला और ये पुरानी आदत पर वापस चले गये, तब तो गजब ही हो जायेगा.

helicopter

बस, हेलीकाप्टर का जिक्र आया और वो भी पुलिस वालों का तो आदतानुसार भारत का विचार हमेशा की तरह दिमाग में कौंधा कि अगर वहाँ हर शहर की पुलिस को एक एक हेलीकाप्टर दे दिया जाये तो क्या सीन बनेगा. दिया तो आकस्मिक सहायता के लिये ही जायेगा और जब आप एमरजेन्सी में फोन करेंगे तो देखिये कैसे कैसे जबाब आ सकते हैं:

-हाँ सर, हेलीकाप्टर तैयार है. आप आ जाईये. यहाँ पर मुनीम से फार्म लेकर भर कर जमा कर दिजिये. हम उसे साहब की स्वीकृति के लिए भेज देंगे. स्वीकृति मिलते ही हेलीकाप्टर रवाना हो जायेगा.

अब आप थाने पहुँचे तो पता लगा कि फार्म भर के साथ में दो फोटो, एक फोटो आई डी, एड्रेस प्रूफ और नोटराइज्ड शपथ पत्र कि यह हेलीकाप्टर मात्र आक्समिक दुर्घटना से निपटने के माँगा जा रहा है तथा इसका किसी भी प्रकार से व्यक्तिगत उपयोग नहीं होगा आदि लगाना होगा. आयकर का पेन नम्बर देना अनिवार्य है एवं एक मात्र पाँच हजार रुपये का ड्राफ्ट सिक्यूरिटी डिपाजिट.

फार्म इन सारे कागजों के साथ जमा करने के बाद इसकी फाईल बनाई जायेगी तथा एक इन्सपेक्टर दुर्घटना स्थल पर जाकर अपनी रिपोर्ट बनायेगा कि दुर्घटना में वाकई एमर्जेन्सी है तथा उससे बिना हेलीकाप्टर के मदद के नहीं निपटा जा सकता वरना देर हो सकती है. संभव हुआ तो दुर्घटना की तस्वीरें भी साथ लगाई जायेंगी और फिर इन्सपेक्टर के अनुमोदन के साथ फाईल साहब के समक्ष प्रस्तुत की जायेगी. उनका निर्णय ही अन्तिम और मान्य होगा.

जब तक सारे कागज तैयार होकर तीन चार दिन में साहब के समक्ष प्रस्तुत करने का समय आया, साहब हफ्ते भर की छुट्टी पर गाँव चले गये.

मगर एमर्जेन्सी को यूँ ही अनदेखा नहीं किया जायेगा. साहब के वापस आते ही सातों पेन्डिंग हेलीकाप्टर केस पहले निपटाये जायेंगे फिर अन्य कोई कार्य सबजेक्ट टू अगर मंत्री जी का दौरा न हो तो.

आखिर पुलिस आपकी मित्र है और आपकी साहयता के लिए है. वो नहीं ख्याल करेगी तो कौन करेगा.

और भी कई सीन ख्याल आ रहे हैं कि ऐसा भी जबाब मिल सकता है. उनको विस्तार न देते हुए सिर्फ बिन्दुवार देता हूँ. विस्तार करने में तो आप सब सक्षम हैं ही. खैर आपकी सक्षमताओं को तो क्या कहना, आप तो बिना बिन्दु के भी विस्तार दे जायें (एक सच्चे भारतीय होने का प्रमाण):

  • साहब लंच पर हेलीकाप्टर से गये हैं. लौट आयें तब भेजते हैं.
  • मंत्री जी को लेकर उनकी ससुराल गया है.
  • साहब के घर शादी है. वहीं ड्यूटी लगी है.
  • मैडम को लेकर बाजार गया है.
  • साहब के रिश्तेदार को अस्पताल लेकर गया है.
  • साहब के बच्चों को स्कूल पहुँचाने गया है.
  • साहब के बच्चों को घुमाने निकला है.
  • पायलट अभी चाय पीने गया है.
  • पायलट छूट्टी पर है.
  • स्टार्ट ही नहीं हो रहा है. मिस्त्री को बुलवाया है, ठीक होते ही बताते हैं.
  • मिस्त्री आज नहीं आया. विश्वकर्मा जयंती है. कल देखेंगे.
  • हेलीकाप्टर पार्टी की रैली पर फूल बरसाने गया है.
  • अभी अभी पायलट बिना बताये कहीं ले कर चला गया. राजाराम सिपाही साईकिल से खोजने निकला है.
  • कल से निकला है, अभी लौटा नहीं है.
  • पायलट हड़ताल पर है.


    ---आपको और कुछ सुझता हो, तो जोड़िये. इस पर नहीं जोड़ेंगे तो आखिर कहाँ जोड़ेंगे. :)
Indli - Hindi News, Blogs, Links

55 टिप्‍पणियां:

bhuvnesh sharma ने कहा…

"पहले तो हर हवाई जहाज को देखकर हम टाटा भी किया करते थे"

वाह वाह....क्‍या बात है.
बढि़या खाका खींचा है आपने हिंदुस्‍तानी हेलीकॉप्‍टर पुलिस का

Rajesh Roshan ने कहा…

ये भारत है समीर जी लिखते लिखते आप थक जायेंगे लेकिन ...
फ़िर आपने कहा तो मन तो नही कर सकते, ...भाडे पर वसुन्धरा राजे आइपीएल का मैच देखने गई हैं, जयपुर ब्लास्ट के राहत कोष में विजय माल्या से कुछ चन्दा लेने गई हैं.

Dr Parveen Chopra ने कहा…

लालफीताशाही के रहते हालात कुछ ऐसे ही हो जायेंगे अगर हैलीकाप्टर योजना यहां शुरू हो जायेगी .....आप का बुना कटाक्ष ठीक निशाने पर लगा। और हां, वो इंप्रूव्ड वर्ज़न वाली बात सुन कर तो भई हमें भी हवाईजहाज के दिखते ही अपना बचपन वाला क्रूड़ वर्ज़न याद आ गया। मुझे भी अपने बचपन के दिन सोच कर बहुत अच्छा लगा...हमारी भी खुशियां कितनी छोटी छोटी हैं ......वो कहते हैं ना ...Enjoy the little things in life....someday you will look back and realise that those were indeed the big things!!...मुझे यकीन है कि आप के बच्चे भी अपने बच्चों को उन के दादू की ये सब बातें याद दिला कर खूब हंसाया करेंगे।
यूं ही हंसते रहिये और अपनी हंसी सब के साथ बांटते रहिये.....that's life!!

thanedar ने कहा…

bahut khoob!

अनूप शुक्ल ने कहा…

'हेलीटाप्कर'पुलिस को मिल जाये तो मजा आ जाये। पुलिस वाले भैया वो सब तो करेंगे ही जो आपने बताया इसके अलावा और न जाने क्या-क्या कर दें। तमाम चिड़ियों , पक्षियों को हेलमेट लगा के न उड़ने के लिये भी अंदर करने लगेंगे। :)

रंजू भाटिया ने कहा…

:) समीर जी बहुत खूब लिखा है ..सही है ..:) पढ़ के इसको ख़ुद को मुस्कराने से नही रोक सकता :)

समयचक्र ने कहा…

सटीक व्यग्यात्मक हास्य से परिपूर्ण पोस्ट के लिए आभार , पढ़कर आनंद आ गया
हाँ भारत मे यदि पुलिस वालो को हेलिकोप्टर दे दिया जाए और सहायता मांगने पर जबाब मिलेगा
0अभी साहिब की सब्जी लेने और उनके बच्चो को बड़ा फुहारा घुमाने ले गया है कृपया ४८ घंटे के बाद सम्पर्क करे.
0अभी यातायात की अवैध वसूली करने एम्. आर. क्रासिंग गया है बड़े साहब को कल तक ऊपर की रकम भेजना है .

धन्यवाद

Unknown ने कहा…

बच के रहना भाई, आपके ब्लोग को हमारे पुलिस वाले भी पढ़ते हैं।

योगेन्द्र मौदगिल ने कहा…

भई वाह समीर जी, मजा आ गया. आपके लेखन का नैसर्गिक भाव प्रवाह अपने साथ बहा ले जाता है. खूब बधाई.

Yunus Khan ने कहा…

टाटा टाटा टाटा टाटा ।
आपको नहीं हेलीकॉप्‍टर को कर रए हैं ।
तुम नईं सुधरहो बड्डे ।
काय कभी हेलीकॉप्‍टर नईं देखो का ।
हें दमोय से आये हो का । :D

Rama ने कहा…

डा. रमा द्विवेदीsaid....


बहुत खूब...हास्य -व्यंग्य से भरपूर...आपकी सोच का कोई जवाब नहीं :)

rakhshanda ने कहा…

समीर जी ,आपके लिखने का अंदाज़ इतना खूबसूरत और दिलचस्प है कि मैं क्या कहूँ,,,,दिल की बात भी बखूबी कह जाते हैं और पढने वालों को मुस्कुराने पर मजबूर भी कर देते हैं...ये खूबी कम लोगों को नसीब होती है, वैसे भी जब हर तरफ़ तनाव का माहौल हो, ऐसे में ये अंदाज़ ताजा हवा का झोंका सा महसूस होता है,इसे ऐसे ही बनाये रखिये...बहुत खूब

बेनामी ने कहा…

wah behad khubsurat khayalon ki udan:);):);),bas tashtari ki bajaye helicopter par:);),hum sab itna hans rahe hai ki kya kahu,thanks,after a very difficult operation procedure,it was so refreshing in early morning,one of ma co-doc is noting all ur points:):):):).

Shiv ने कहा…

अद्भुत!
इसीलिए पुलिस को हेलीकॉप्टर नहीं दिया जाता. बहुत गर्व है कि जो समीर भाई पहले हवाई जहाज देखकर टाटा करते थे, आज ख़ुद उड़न तश्तरी बने उड़ रहे हैं.

राजीव रंजन प्रसाद ने कहा…

मसालेदार व्यंग्य है :) दृश्य उपस्थित हो गया और जिसे भी पढ कर सुनाया पेट पकड कर हँसा है।

***राजीव रंजन प्रसाद

संजय बेंगाणी ने कहा…

टाटा वाली बात बहुत मजेदार लगी. बाकि भी वास्तवकिता तो है ही.

मगर भारत बदल रहा है...यह अच्छी बात है.

PD ने कहा…

mast.. mast likhe hain sahab,, :)

मैथिली गुप्त ने कहा…

सुबह सबेरे मुस्कुराहट देने के लिये आभार

Arun Arora ने कहा…

अच्छा ख्याल इससे पुलिस वलो की आमदनी अच्छी खासी बढ जायेगी, भाइ तब हरएक से पुलिस महीना लिया करेगी, वर्ना हेलीकाप्टर उनकी छत पर उतरेगा ना , तब देगे जी

आभा ने कहा…

एक स्वाभाविक प्रतिक्रिया है जो अक्सर लोग नहीं छोड़ पाते जिससे पता चलता है कि बड़े होने के बाद भी बचपन छुप कर बैठा है, बाकी आगे की बाते परफैक्ट ,लिस्ट भी सही...मजेदार ..

Ghost Buster ने कहा…

कनाडा और भारत की पुलिस की तुलना ठीक नहीं. एक विकसित देश और दूसरा भिक्षित. पन्द्रह-बीस साल बाद बात करेंगे.

Mohinder56 ने कहा…

समीर जी,

खूबसूरत खाका खींच दिया आपने...

एक बात मैं जोड दूं कि अगर हैलीकाप्टर मिल भी जाये तो हो सकता है कि पायलट फ़्लाईट के दौरान बोले कि मैन्टेनेन्स डिपार्टमेंट इसमे फ़्यूलिग करना भूल गया है और आप एमर्जैंसी लेंडिग के लिये तैयार रहें :)

Sanjeet Tripathi ने कहा…

आपकी नज़र और आपके विचार दोनो ही किधर किधर दौड़ते है लेकिन काबिले तारीफ दौड़ते हैं

Pankaj Oudhia ने कहा…

"पहले तो हर हवाई जहाज को देखकर हम टाटा भी किया करते थे"

यह जारी रखे क्योकि मुझ जैसे बहुत से लोग अभी भी इस उम्मीद मे नीचे देखते रहते है। :)

डॉ .अनुराग ने कहा…

कभी १०० नंबर घुमा के देखिये ....९११ को भूल जायेंगे....अभी मेरे एक मरीज कि स्कूटर मेरे क्लिनिक से बाहर चोरी हो गई ...सुबह ११ बजे.....रात को जब मैंने अपनी गाड़ी मे बैठने वाला था तो वो सज्जन दिखाई दिए ,मैंने पूछा क्या हुआ ?बोले डोक साहेब अभी थाने से आ रहा हूँ.....fir लिखने को तैयार नही थे ओर अब उसकी xerox बड़ी मुश्किल से निकलवा के आया हूँ.....

ALOK PURANIK ने कहा…

भई वाह वाह। हैलीकाप्टर आत्महत्या कर लेगा ये पोस्ट पढ़कर।

Gyan Dutt Pandey ने कहा…

"पहले तो हर हवाई जहाज को देखकर हम टाटा भी किया करते थे"
-----------------------------

आप बड़े सभ्य बच्चे थे। "आधा गांव" में तो यह है कि गांव के बच्चे हवाई जहाज देख कर आसमान की तरफ तान कर छुलछुलाया करते थे!:)

बोधिसत्व ने कहा…

पढ़ रहा हूँ....समीर भाई...

कंचन सिंह चौहान ने कहा…

aap bhi kya kya soch lete hai.n aur kitna satik soch lete hai.n..:)

Unknown ने कहा…

पंक्चर हो गया
छब्बीस जनवरी की परेड़ की प्रैक्टीस कर रहा है
पिछली बार लेट पहुँचने के लिये पायलेट सस्पेंड हो गया है
जो पायलेट यह चलाना जानता था वो सिक्क लीव पर है
आप ओपन कोटा से हैं तो कोई चाँस नहीं है
गलत नंबर पर फोन किया है...आप इस नंबर पर फोन कीजिये
आप बाद में आइये....फॉर्म खत्म हो गये हैं....और ज़िरोक्स मशीन खराब है

और भी लिख सकती हूँ.... :))

कुश ने कहा…

टा टा वाली बात ने तो बचपन की याद दिला दी.. वैसे एक बात आपने नही लिखी.. ये हेलिकॉप्टर वाले लाल बत्ती वाले होंगे या नही.. वो क्या है ना की यहा स्टॅंडर्ड उसी से होता है..

दिनेशराय द्विवेदी ने कहा…

हेलीकोप्टर तैयार है बस पेट्रोल का मासिक कोटा खत्म हो गया है। सौ लीटर का कैन भरवा कर ले आएं फिर जहाँ चाहें वहाँ भेजने को तैयार हैं। बस पायलट बाबू की चाय पानी का ख्याल रखना।

सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठी ने कहा…

राह चलते ताक-झाँक करके ही आपने शानदार पोस्ट ठेल दिया। कमाल है। हिन्दुस्तान का रंग इतना गाढ़ा चढ़ा है कि कनाडा की आबोहवा में से भी देसी मजा खींच लाते हैं। ……बधाई।

राकेश खंडेलवाल ने कहा…

आपको आपकी दर्ख्वास्त मिलते ही फ़ौरन से पेश्तर एक तस्वीर मुहैय्या कराई गई थे हैली काप्टर की, जिसे आपने बेध्यानी में अपने चिट्ठे पर जोड़ दिया और अब शिकायतों का खोमचा लगा कर बैठ गये.

भाई साहब, पुलिस आपकी मित्र है इसलिये हैलीकाप्टर की २००० तस्वीरें छपवा कर रखली हैं ताकि दर्ख्वास्त मिलते ही फ़ौरन अता की जाये.

आपकी शिकायत की वज़ह से आपके घर पर अभी अभी हैलीकाप्टर से १५०० तस्वीरें फ़ूलों की तरह बरसाई जा रहीं हैं. गिनकर पावती भेज दें

दीपान्शु गोयल ने कहा…

जबरदस्त लिखा है आपने काश भारत की पुलिस के पास हैलिकोप्टर होते। आपने जो लिखा है ज्यादा तो वही होता लेकिन कभी तो काम आता ही।

अमिताभ मीत ने कहा…

क्या बात है. सही है मालिक. छाये हुए हैं आप. ये हेलीकॉप्टर क्या उड़ेगा जैसा आप उड़ रहे हैं. ऊपर से सही सीन देख रहे हैं आप. मज़ा आ गया ... उड़ते रहिये ..... हम निहार रहे हैं.

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` ने कहा…

समीर भाई,
तब तो हेलिकोप्टरवाले अमिताभ, हेमा मालिनी, यश चोपडा जैसे लोगोँ के घरोँ पे भी फेरी लग्गते रहेँग़ेँ घरघरा के ..
हाँ, यहाँ अमरेका मेँ भी ट्राफीक और आबोहवा दोनोँ की खबर सीधे टीवी पे यही लोग हेलिकोप्टर से प्रसारित करते हैँ
और कभी कभार ओ.जे. सीम्पसन की Air port से फरार होने की लम्बी यात्रा भी येही लोग दीखाते हैँ ..
वैसी ही, शान्दार्, पोस्ट ! एकदम "उडनतश्तरी के जैसी !! " :)
स्नेह,
-लावण्या

Arvind Mishra ने कहा…

भारतीय जन जीवन की अच्छी परख है आपको .......हवाई जहाज की आवाज सुनते ही बालकनी या छत पर भाग कर पहुचने की आदत मेरी भी है -यही समान आदत आप मे है ,पढ़कर मैं हर्ष मिश्रित आश्चर्य मे डूब गया .हम आज भी मन से आदिवासी हैं क्या ?

आशु ने कहा…

वाह समीर जी,

मज़ा आ गया ! यह व्यंग भरा लेकिन सच्चाई के कितना करीब विवरण पढ़ कर हँसी के साथ अफ़सोस भी होता है१ प्लेन देख कर हम भी खूब मुहँ उठाये ऊपर की तरफ़ देखे बिना रह सकते और यह आदत आज भी बरक़रार है !

बहुत शुक्रिया बचपन के दीनो की याद कार दी आप ने!!

आशु

Batangad ने कहा…

जोड़ने का तो कुछ है नहीं। जितना आपने लिख मारा है उतने में सारी आकस्मिकता खत्म। :)

बवाल ने कहा…

e nako na .........................................................................................................................................................................................................................................................................

Laxmi ने कहा…

समीर जी,

बहुत सुन्दरर। मज़ा आगया।

pallavi trivedi ने कहा…

वाह...मज़ा आ गया पढ़कर! बहुत ही शानदार व्यंग है..

Suvichar ने कहा…

"पहले तो हर हवाई जहाज को देखकर हम टाटा भी किया करते थे"

आपने मेरी भी बचपन की याद ताजा कर दी.

बहुत ही सुंदर वर्णन जो कि वास्तव में यथार्थ को दर्शाता है

बाल भवन जबलपुर ने कहा…

इसमें शेष कुछ नहीं आपको याद होगा रचना रंगोत्सव में शरद जोशी जी ने एक व्यंग्य सुनाया था अपने मानस भवन में "भारत में जो होता है वो नहीं होने के लिए जैसे नल है पानी नहीं ......"
लंगड़ को नक़ल राग दरबारी में ,भोलाराम का जीव फंस गया था पेंशन की फाइल में .

Ila's world, in and out ने कहा…

1. pilot thanedar ki madam ko lekar kitty party me gaya hai, isse madam kee dhaak jamegi.
2. thanedar ke samdhiyane me bhatije ka mundan hai, ganga jee par mundan karane le gaye hai.

डा. अमर कुमार ने कहा…

भाई जी,
पचासवीं टिप्पणी मेरे नाम से बुक कर दीजिये,
तब तक एक चक्कर लगा कर आता हूँ, हर्ररर्र्ररररररररररररर्र्रर्रर

Waterfox ने कहा…

टाटा भी करते थे और रात को आसमान में जलती बुझती बत्तियों को देख के उसको खोजने का भी प्रयास करते थे!

Alpana Verma ने कहा…

rochak prasang!

:D....

samagam rangmandal ने कहा…

वाह! पचासवीं टिपण्णी मेरी।
तो पायलट पान खाने गया है।
पिछले आदोलन,लाठी चार्ज में टूटा था,बनवाने कोटेशन माँगे है।
रहस्यमय ढंग से इंजन गायब हो गया है।
मंत्री की बेटी की शादी में बारात लेने गया है।
पायलट दारु पी कर सो रहा है।
हैलिकाप्टर चोरी हो गया,एफ.आई.आर.लिख दी है,विवेचना जारी है।
खरीदी में घोटाला था,कमेटी जाँच करगीं,रिपोर्ट आने पर इस्तेमाल होगा।
मोटर साइकिल दिखा कर,यहीं हेलीकाप्टर है।
कौन सा हैली काप्टर?

samagam rangmandal ने कहा…

वाह! पचासवीं टिपण्णी मेरी।
तो पायलट पान खाने गया है।
पिछले आदोलन,लाठी चार्ज में टूटा था,बनवाने कोटेशन माँगे है।
रहस्यमय ढंग से इंजन गायब हो गया है।
मंत्री की बेटी की शादी में बारात लेने गया है।
पायलट दारु पी कर सो रहा है।
हैलिकाप्टर चोरी हो गया,एफ.आई.आर.लिख दी है,विवेचना जारी है।
खरीदी में घोटाला था,कमेटी जाँच करगीं,रिपोर्ट आने पर इस्तेमाल होगा।
मोटर साइकिल दिखा कर,यहीं हेलीकाप्टर है।
कौन सा हैली काप्टर?

samagam rangmandal ने कहा…

वाह! पचासवीं टिपण्णी मेरी।
तो पायलट पान खाने गया है।
पिछले आदोलन,लाठी चार्ज में टूटा था,बनवाने कोटेशन माँगे है।
रहस्यमय ढंग से इंजन गायब हो गया है।
मंत्री की बेटी की शादी में बारात लेने गया है।
पायलट दारु पी कर सो रहा है।
हैलिकाप्टर चोरी हो गया,एफ.आई.आर.लिख दी है,विवेचना जारी है।
खरीदी में घोटाला था,कमेटी जाँच करगीं,रिपोर्ट आने पर इस्तेमाल होगा।
मोटर साइकिल दिखा कर,यहीं हेलीकाप्टर है।
कौन सा हैली काप्टर?

Abhishek Ojha ने कहा…

हेलीकॉप्टर देखना, टाटा करना और साथ में विवेचना भी कर देना कि fighter है, जेट है... रॉकेट है. ये आदत तो नहीं जानी अब :-)

Ila's world, in and out ने कहा…

एक सझाव मेरे पतिदेव की तरफ़ से भी,---१. हमारे गांव में सारे मोहल्ले वाले लोटा लेकर जंगल फिरने गये हैं सुबह ही सुबह, जब लौटेन्गे हेलिकोप्टर भिजवा दिया जाएगा.

बेनामी ने कहा…

उन्हीं में से मेरी एक आदत है कि जब भी हवाई जहाज या हेलीकाप्टर की आवाज सुनाई देती है मै बरबस ही आकाश में ताकने लगता हूँ और उसे उड़ता हुआ देखकर खुश होता हूँ.

अब खुशी होती है कि नहीं यह तो नहीं पता लेकिन अपने आप ही नज़र तो मेरी भी ऊपर ही चली जाती है! :)

हमने बताया भी कि यह तो तुम लोग इम्प्रूव्ड वर्जन देख रहे हो हमारी आदत का वरना तो तुम लोग मूँह दिखाने के काबिल न रहते. पहले तो हर हवाई जहाज को देखकर हम टाटा भी किया करते थे.

ही ही ही!! :D

बाकी रही भारतीय हेलीकॉप्टर पुलिस की बात तो हमारी पुलिस ज़मीन से ही जुड़ी ठीक है, ज़्यादा हवा में उड़ना भी अच्छी बात नहीं है!! ;) :D